फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) बाईपास स्थित आरपी पैलेस में आज तथागत संभ्रांत नागरिक समाज की बैठक में सत्यता की कसौटी वाले वैज्ञानिक बौद्ध धर्म को अपनाने व शिक्षा ग्रहण कराने पर पर जोर दिया गया। दालमोठ वाले रघुवर दयाल मौर्य की अध्यक्षता में हुई संगठन की मासिक बैठक की शुरुआत बुद्ध वंदना से हुई। धर्मपाल शाक्य ने संगठन के लिए मनी मीडिया एवं माइंड की आवश्यकता बताते हुए कहा कि संगठन चलाने के लिए धन के साथ ही दिमाग का उपयोग व संगठन का प्रचार प्रसार होना जरूरी है।
प्रचार बंद होने के बाद महान सम्राट अकबर का नाम सिमट गया। आपसी खींचतान के कारण समाज के कई संगठन खत्म हो गए। विनय की ओर न जाने के कारण समाज अंधकार की ओर है, बुद्ध के पंचशीलों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि वह 1992 से संस्कार कराते हैं जिसके कारण अनेकों लोगों ने अवगुण छोड़ दिए। संगठन के कार्य वाहक जिलाध्यक्ष सेवानिवृत्ति राजस्व निरीक्षक शिवकुमार शाक्य ने कहा कि हम लोग भगवान बुद्ध एवं महान सम्राट अशोक महान के वंशज हैं। छात्रों की निशुल्क शिक्षा के लिए कोचिंग सेंटर की स्थापना, संगठन की मजबूती के साथ ब्लॉक स्तर तक गठन किया जाना। समाज बाहुल्य वाले गांव में जाकर प्रचार करना जरूरी है।
श्री शाक्य ने सुझाव दिया कि जो लोग हमारे कार्यक्रम में नहीं आते हैं अब हम उनके घर जाएंगे। परिवार विहीन असहाय बच्चों का चयन कर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएंगे, गरीब परिवार की लड़कियों की सरकारी माध्यम से शादी करवाने में सहयोग करेंगे। उन्होंने बताया इतिहास की जानकारी करने के लिए पुस्तकालय की स्थापना करेंगे जिसमें बुद्ध अंबेडकर ज्योतिबा बाई फुले आदि समाज सेवियों के साहित्य रखे जाएंगे। समाज के आपसी विवाद निपटान का भी प्रयास कर वृद्धों के लिए वृद्ध आश्रम की व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे। आगामी बैठक में संकिसा के भिक्षुओं को कंबल वितरित करेंगे।
ग्राम अर्राह पहाड़पुर निवासी सुरेंद्र कुमार शाक्य ने बताया कि मेरी अर्राह पहाड़पुर मंडी के निकट बीज भंडार की दुकान है। जिसमें बैठने के लिए काफी जगह है मेरे पास पुस्तकालय के लिए करीब 50 पुस्तकें हैं उन्होंने अपनी दुकान पर पुस्तकालय का उद्घाटन किए जाने की मांग की। सपा नेता सुभाष चन्द्र शाक्य एडवोकेट ने कहा कि लोगों को निस्वार्थ भाव से संगठन में लगना चाहिए शिक्षा को बढ़ावा देने से ही परिवारों का उत्थान होगा। क्षमता से ज्यादा शिक्षा होने पर नशाखोरी बंद हो सकती है।
श्री शाक्य ने पुस्तकालय के लिए 100 पुस्तकें उपलब्ध कराने का वादा करते हुए कहा कि मैं समाज के कमजोर लोगों की मुकदमों में मुफ्त में करूंगा। भाजपा नेता अवनीश शाक्य ने संगठन की बैठक के दौरान वीआईपी मंच की व्यवस्था को खत्म कर समान रूप से बैठने की सलाह दी। उन्होंने संगठन से जोड़ने वाले लोगों को पहले काम करने की जिम्मेदारी दिए जाने की राय देते हुए कहा कि इससे काम करने की क्षमता की जानकारी होगी।
उन्होंने वृद्धावस्था आश्रम खोले जाने पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा की परिवार के लोगों को सलाह दी जाए कि प्रत्येक परिवार में कम से कम एक व्यक्ति घर पर ही रहकर कोई कार्य करें। जो बुढ़ापे में मां-बाप की देखभाल करने की जिम्मेदारी उठाएं। उन्होंने गांव स्तर पर छोटे-छोटे कार्यक्रम करने की सलाह देते हुए कहा की पुस्तकालय में साहित्य पढ़ने के लिए लोगों को जागरूक किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को अंबेडकर साहित्य पढ़कर समझना चाहिए। अमेठी कोहना के डॉक्टर शिवरतन शाक्य ने बताया की वह श्रीकृष्ण ज्ञानार्थी एवं पाती राम बौद्ध के समय से बौद्ध धर्म से जुड़कर रोजाना बुद्ध वंदना करते हैं।
मंचों पर बड़ी बातें करने वाले पंचशीलों का पालन नहीं करते। जबकि विश्व गुरु तथागत जैसे महान व्यक्ति के सिद्धांत पर कई देशों में सरकारें चल रही है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर के कारण ही हम लोगों को जीने का सम्मान मिला है। उन्होंने चंदा करके गांव की अपाहिज की मदद करने की मानवतावादी जानकारी देते हुए समाज के लिए संगठन में काम करने को कहा। तंबाकू आढ़ती एवं समाजसेवी अशोक मौर्य ने कहा कि मेरा मन था कि समाज का कोई संगठन बने जिसमें काम किया जा सके। संगठन बनने की जानकारी मिलने पर काफी उत्साहित हुआ और दिल्ली से इस बैठक में शामिल हुआ हूं।
उन्होंने कहा कि संगठन चलाने के लिए धन का होना बहुत जरूरी है और मेहनत से संगठन को ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने रहस्योंघाटन किया कि वह 1989 से मान्यवर कांशीराम के साथ रहकर रात दिन समाज के उत्थान केलिए विचार विमर्श करते थे। मैंने काशीराम जी को गुरु माना और उनसे ही समाज सेवा की चेतना जागृत हुई। उसे समय मैं केवल बुद्ध का नाम जानता था अब हमारे लिए सबसे पहले परिवार और बाद में समाज एवं देश की सेवा है। उन्होंने समाज सेवा में परिवार की बर्बादी हो जाने पर चिंता जाहिर करते हुए केले के पौधे का उदाहरण देते हुए बताया कि केला का वृक्ष एक बार फल देने पर काट दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज किसी समय विशाल भारत के राजा थे लेकिन अब सब लुटता जा रहा है। शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि देश एवं राज्य की सत्ता में हमारे एक दो लोग हैं जिनका कोई मतलब नहीं है। जिले में कोई भी आईएएस आईपीएस एवं जज तक नहीं है अब खेती भी बहुत कम होती जा रही है आलू पैदा करने में हम लोग पहले नंबर पर आते हैं लेकिन आज तक समाज के किसी व्यक्ति का एक कोल्ड स्टोरेज तक नहीं है। उन्होंने घर के बाहर बुद्ध की बात करने वालों से सवाल किया की कभी इस बात पर ध्यान दिया कि घर में किसकी पूजा होती है।
अब सरकारों से भी कोई अपेक्षा नहीं है जबकि बुद्ध को मानने वाले देश तरक्की कर गए हैं। श्री मौर्य ने कहा कि वह संगठन को हर तरह सहयोग करेंगे प्रतिमाह 1000 की सहायता देंगे। उन्होंने लोगों से माह में एक समय भोजन का व्रत रख कर भोजन की कीमत वाली धनराशि संगठन को दान करने की सलाह दी। श्री मौर्य ने संकिसा में आगामी होने वाली बैठक में वितरण के लिए 100 कंबल देने की घोषणा की।
लेखपाल अवनीश शाक्य ने “संगठन जब मेरे साथ है, फिर डरने की क्या बात है, गीत प्रस्तुत कर लोगों में जोश भर दिया। गिरीश चंद्र शाक्य ने बौद्ध एवं अंबेडकर के नाम से जिले में 26 संगठन चलने पर आश्चर्य व्यक्त किया। जन अधिकार मंच के जिला अध्यक्ष कैप्टन प्रभात शाक्य, कन्नौज जिला पंचायत अध्यक्ष के पति ओमकार शाक्य ने बौद्ध धर्म पर प्रकाश डालते हुए संगठन को मजबूत करने का आवाहन किया। अध्यक्षता करने वाले रघुवर दयाल मौर्य ने बुद्ध के सिद्धांतों पर अमल करने, बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने पर जोर देते हुए संगठन को मजबूत करने की जोरदार अपील की।
बैठक का संचालन शिवसरन शाक्य ने किया। बैठक में मीडिया प्रभारी आनंद भान शाक्य, कमल शाक्य उर्फ ठाकुर, राधेश्याम शाक्य, फकीरे लाल शाक्य, अंचल सिंह कुशवाहा, रामवीर शाक्य अवधेश सिंह, भाजपा नेता शेर सिंह शाक्य, सूरजपाल सिंह शाक्य, लालाराम शाक्य, बादाम सिंह बौद्ध, जितेंद्र शाक्य, पेशकार शाक्य, जयसिंह शाक्य, कालीचरन शाक्य प्रयांश कुशवाहा, संजय शाक्य एडवोकेट, डॉक्टर भोजराज शाक्य, पूर्व प्रधान संजीव शाक्य, राम रतन शाक्य, लाला विजय बहादुर, कमलेश शाक्य, जागेश्वर शाक्य, रामेश्वर शाक्य, अजय कुमार शाक्य आदि लोग मौजूद रहे।