फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) संकिसा स्थित बोधि पुस्तकालय एवं महासमता बुद्ध विहार के अध्यक्ष भिक्षु चेतसिक बोधि के नेतृत्व में भिक्षुगणों एवं उपासकों के द्वारा बदायूं के बुद्ध विहार की स्थिति पूर्व की तरह बहाल किए जाने की जोरदार मांग की गई। भिक्षु चेतसिक बोधी ने आज ज्ञापन देकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपनी मांगों के संबंध में अवगत कराया। मुख्यमंत्री को बताया गया कि सम्राट अशोक पर्यटक स्थल बुद्ध बिहार सूर्यकुण्ड मझिया जनपद बदायूँ में भगवान बुद्ध ने अपने समय में वर्षावास किया था।
बौद्ध वृक्ष के नीचे बैठकर अपने अनुयायियों को उपदेश दिये थे। यहां पर कई प्राचीन काल के बौद्ध मठ बने हुए है काफी लम्बे समय से पूज्य भंते इस बुद्ध बिहार में रहकर भगवान बुद्ध की प्रार्थना पूजा अर्चना करते आ रहे है। इस बुद्ध बिहार के सौन्दर्यीकरण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 जनवरी2017 मे 99.96 लाख रूपये दिये थे।
7 दिसंबर 24 को कुछ असामाजिक तत्त्वों ने बुद्ध बिहार में रह रहे पूज्य भन्तों के साथ अभद्र व्यवहार किया।
बौद्ध वृक्ष के नीचे, जहां चबूतरा बना था वहा जमीन खोदकर कुछ लाकर रख दिया और आरोप लगाया कि यहां पर शिवलिंग निकला है। इसके बाद उन्होने चौकी इंचार्ज जवाहरपुर और इंस्पेक्टर सिविल लाइन बदायूं को बुलाया। चौकी इंचार्ज ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को तोडने का अथक प्रयास किया जिससे बुद्ध प्रतिमा पर निशान मौजूद है। वहां लगे सी०सी० टीवी कैमरे भी तोडे गये, भगवान बुद्ध के संबंध में लिखे गए वाक्यों को मिटाया गया।
पूज्य भन्तों को थाने ले जाकर बन्द कर दिया गया। एक तरफा 5-5 लाख का मुचलका भराकर छोड़ा गया। इसके अतिरिक्त बुद्ध बिहार में रहने वाले पूज्य भन्तों का सामान बाहर फेक कर भगा दिया। बुद्ध विहार में चौकी इंचार्ज ने जबरदस्ती अपना ताला लगा दिया असामाजिक तत्त्वों के द्वारा ऐसे निन्दनीय कार्य करके केन्द्र और राज्य सरकार की छवि धूमिल कर माहौल बिगाड़ने का कार्य लगातार किया जा रहा है। इस घटना के बाद बदायूं मे ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश मे भगवान बुद्ध पर आस्था रखने वाले लोगो मे भारी आक्रोश व्याप्त है।
8 दिसंबर 24 को मालवीय आवास बदायूं पर भिक्षुओं एवं हजारों उपासकों ने धरना प्रदर्शन किया। माहौल खराब न हो इसलिए उनको शांत कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री से मांग की गई कि वह इस घटना मे हस्तक्षेप कर पूज्य भन्तों को पुनः बुद्ध विहार में स्थापित कराते हुए दोषी चौकी इंचार्ज और इंसप्रेक्टर को निलम्बित कर कठोर कार्यवाही करे। ताकि भगवान बुद्ध को मानने वाले लोगो के आस्था के साथ भविष्य मे कोई खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में भंते चेतसिक बोधी, भंते नागसेन, भन्ते मिलिन्द रत्न, जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र शाक्य, सुभाष शाक्य एडवोकेट, भंते शील दीप, कमलेश शाक्य,प्रवेश शाक्य, भंते गुण रत्न,
पवन कुमार, पूर्व प्रधान मिथुन शाक्य, सर्वेश कुमार, पूर्व प्रधान सुबोध शाक्य, भंते धम्म दीप,भंते शील प्रिय सूबेदार मेजर राजवीर शाक्य,भंते प्रेमसागर,भंते आनन्द रत्न, जतिन शाक्य (गोलू) भंते बडे धम्मपाल,भिक्षु धम्मा ज्योति, सुदेश शाक्य, रामऔतार शाक्य, डॉ देवेश शाक्य, जितेन्द्र सिंह, भंते कमल बोधि सर्वेश आदि भंते व उपासक शामिल रहे।






