फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा अनर्गल लगाए गए आरोपों से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत काफी दुखी दिखे। आज पहली बार मीडिया से वार्ता के दौरान एमपी मुकेश राजपूत का दर्द उभरते ही गुस्सा भी आ गया। श्री राजपूत ने सर्टिफिकेट वाले सांसद होने के लगाए गए के आरोपों करारा जवाब देते हुए अखिलेश यादव को हकीकत से अवगत कराया है उन्होंने बताया मैं दो बार जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष के अलावा तीसरी बार सांसद बना हूं। 2006 सपा सरकार में जिला पंचायत सदस्य बना।
उसे समय प्रदेश में फर्रुखाबाद में ही भाजपा का खाता खुला था। तब मैंने पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया था। मैंने चार से 14 वोट कर लिए थे जबकि सपा वाले 10 से 14 वोट नहीं कर पाए उसे समय मुलायम सिंह मुख्यमंत्री थे। 2014 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने एटा के उस व्यक्ति को एमपी का टिकट दिया था जिसका प्रचार किया गया था की ऊपर परमेश्वर नीचे रामेश्वर (यादव)। सपा ने फर्जी पुलिस बनाकर करीब 200 बूथ लूट लिए थे। इसके बावजूद में 1.51 लाख वोटो से जीता था यदि पोलिंग डंप नहीं होती तो ढाई लाख से जीतता। वर्ष 2019 में जब सपा का बसपा से गठबंधन था तब भी मैं सवा दो लाख वोटो से चुनाव जीता।
2024 के चुनाव में सपा के साथ कांग्रेस आदि कई पार्टियां साथ में थी तब भी मैंने करीब 5000 वोटो से चुनाव जीता हुं। श्री राजपूत ने सफा मुखिया को करारा जवाब देते हुए कहा है कि करीब 5000 वोटो से सपा के कई सांसद चुनाव जीते हैं जिनमे हमीरपुर के सांसद 2629 वोटो से, राम शंकर राजभर 3573 वोटो से एवं आनंद भदौरिया भी 5000 वोटो से कम से चुनाव जीते हैं। सपा के करीब 11 विधायक भी 5000 वोटो से चुनाव जीते हैं। क्या वह सभी सर्टिफिकेट वाले सांसद विधायक हैं।
श्री राजपूत ने आवेश में आकर अखिलेश यादव से कहा कि यदि उनको मां ने दूध पिलाया हो तो वह 5000 के अंतराल से जीतने वाले सभी सांसद व विधायकों को त्यागपत्र दिलवाएं। मैं भी संसदीय से त्याग पत्र दे दूंगा चुनाव मैदान में आ जाएं नहीं तो अनर्गल आरोप लगाना बंद कर दें।






