सैनिक से ढाई करोड़ की ठगी कर 3 करोड़ की रंगदारी मांगी: केस दर्ज

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जनपद मैनपुरी थाना बेवर के मोहल्ला दक्षिणी काजी टोला निवासी मनोज कुमार दुबे पुत्र स्व० शांती स्वरूप दुबे के साथ ढाई करोड़ की ठगी की गई और 3 करोड़ की रंगदारी न देने पर झूठे मुकदमे में फंसाए जाने की धमकी दी गई। श्री दुबे ने अदालत के माध्यम से थाना कादरी गेट में 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में जागेश चन्द्र मिश्रा उर्फ पंकज मिश्रा उर्फ रामेश्वरदयाल मिश्रा पुत्र उमेश मिश्रा निवासी ग्राम खिमसेपुर कोतवाली मोहम्मदाबाद, जागेश चन्द्र मिश्रा की तथाकथित पत्नी दीपिका श्रीवास्तव उर्फ आरती उर्फ दीपिका मिश्रा, व पुत्री भावना।

हरेन्द्र उपाध्याय पुत्र नामालूम निवासी ग्राम पिपरी कर्नलगंज गोण्डा, विनोद कुमार निवासी कस्बा व थाना कचनार जिला सीतापुर, संतोष कुमार यादव पुत्र निवासी कस्बा व थाना सिंधौली जनपद सीतापुर, राजवीर सिंह निवासी ग्राम कस्बा व थाना सिंधौली, नैंसी निगम पुत्री नरेन्द्र कुमार निगम निवासी आदर्श विहार कालोनी अर्जुन एनक्लेव कुर्सी रोड लखनऊ, व अज्ञात व्यक्ति को आरोपी बनाया गया। श्री दुबे ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि प्रार्थी भारतीय वायु सेना का सेवानिवृत्त सैनिक है और शिक्षण संस्था का संचालक भी है।

प्रार्थी के परिचित पुष्पेन्द्र सिंह परिहार पुत्र श्यामपाल सिंह निवासी गढी बनकटी थाना कोतवाली मोहम्मदाबाद ने दुग्ध व्यवसाय करने का प्रार्थी के समक्ष प्रस्ताव रखा। पहली मीटिंग होटल हिन्दुस्तान फर्रुखाबाद में दिनांक 01 दिसम्बर 19 को हुई इसमें जागेश चन्द्र मिश्रा उर्फ पंकज मिश्रा उर्फ रामेश्वरदयाल मिश्रा पुत्र उमेश मिश्रा, जागेश चन्द्र मिश्रा की तथाकथित पत्नी दीपिका श्रीवास्तव उर्फ आरती उर्फ दीपिका मिश्रा, हरेन्द्र उपाध्याय विनोद कुमार, पुष्पेन्द्र सिंह, संतोष कुमार यादव, राजवीर सिंह, एवं नैंसी निगम शामिल हुई थी। व्यवसाय में रुपया लगाने की प्रार्थी को जिम्मेदारी दी गई।

जीएमएम फूड प्रा०लि० के नाम से फर्म तैयार की गई और प्रत्येक व्यक्ति की प्रत्येक शर्त तथा हिस्सेदारी पद आदि की लिखापढ़ी भी तैयार कर ली गई। सभी की अपनी अपनी जिम्मेदारी बांट दी गई। प्रार्थी ने करीब 90 लाख रुपए नगद के अलावा आनलाइन कई चरणों में पुष्पेन्द्र सिंह, क्षमा सिंह, अभिनव सिंह, प्रभात चौहान, विनीत तिवारी एवं अन्य के समक्ष जागेश चंद्र मिश्रा को रुपए दिए। प्रार्थी कस्बा बेवर मे रहता हैं और दुग्ध व्यवसाय सीतापुर में संचालित था इसलिए प्रार्थी का सीतापुर जब कभी आना जाना होता था।

मोबाइल पर वार्ता होती रहती तथा बिल एवं अन्य फोटोग्राफ, वीडियो आदि प्रार्थी के पास समय समय पर आत रहते जो सभी प्रपत्र प्रार्थी के पास उपलब्ध हैं। जागेश चन्द्र मिश्रा के बारे में जानकारी मिली कि जागेश चन्द्र मिश्रा अपने साथी हरेन्द्र उपाध्याय, विनोद कुमार, दीपिका श्रीवास्तव उर्फ दीपिका मिश्रा उर्फ आरती, संतोष कुमार यादव उर्फ एसके यादव, राजवीर नैंसी निगम के साथ मिलकर मेरे व अन्य लोगों के साथ धोखाधडी एवं फर्जीवाडा कर रहे है। फर्जी शैक्षिक योग्यता की डिग्री बनाने और नौकरी लगाने के नाम पर संगठित अपराध कर रहे है।

जागेश चन्द्र मिश्रा ने अपनी बहन भावना मिश्रा की फर्जी डिग्री स्वंय एवं अन्य गैंग के सदस्यों के माध्यम से तैयार की और उसी के आधार पर भावना मिश्रा शिक्षा विभाग में वर्ष 2011 से अनुदेशक के पद सरकारी नौकरी कर रही है। फर्जी डिग्री से संबंधित सभी प्रपत्र प्रार्थी के पास उपलब्ध है। प्रार्थी ने दुग्ध व्यवसाय को ठीक से संचालित करने के लिए दुपहिया और चौपहिया वाहनों को खरीदा जिसके प्रपत्र भी प्रार्थी के पास है। जागेश चन्द्र मिश्रा, हरेन्द्र उपाध्याय, विनोद कुमार, दीपिका श्रीवास्तव उर्फ दीपिका मिश्रा उर्फ आरती, संतोष कुमार यादव उर्फ एसके यादव, राजवीर नैंसी निगम की नियत में खोट आ गया।

धोखाधड़ी तथा आपस में साज एवं षडयंत्र रचकर करोडों रुपए हड़पने का अंदर ही अंदर काम करना शुरू कर दिया। प्रार्थी ने जागेश चन्द मिश्रा से हिसाब मांगा तो कुछ भी हिसाब देने से मना कर दिया और गाली गलौज कर प्रार्थी का नामोनिशान मिटाने की गंभीर धमकी दी। जागेश चन्द्र मिश्रा, हरेन्द्र उपाध्याय, विनोद कुमार, दीपिका श्रीवास्तव उर्फ दीपिका मिश्रा उर्फ आरती, संतोष कुमार यादव उर्फ एसके यादव, राजवीर नैंसी आपस में साज एवं षड़यंत्र के तहत प्रार्थी के खिलाफ अमर्यादित एवं अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर शासन प्रशासन के उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर न सिर्फ प्रार्थी की पद और प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहे है बल्कि प्रार्थी से तीन करोड़ रुपए की रंगदारी मांग रहे है।

रंगदारी न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने और झूठी गंभीर धाराओं के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गयी। पंकज मिश्रा उर्फ जागेश चन्द मिश्रा उर्फ रामेश्वदयाल मिश्रा, हरेन्द्र उपाध्याय, विनोद कुमार, दीपिका श्रीवास्तव उर्फ दीपिका मिश्रा उर्फ आरती, संतोष कुमार यादव उर्फ एसके यादव, राजवीर नैंसी यादव के साथ संगठित गिरोह बनाकर एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर औरैया जिले के दिबियापुर निवासी रामजी मिश्रा का 30 लाख रुपए, खीरी जिले के मोहम्मदी निवासी पुष्पराज सिंह का साढे तेरह लाख रुपए।

हरदोई जिले नोवा मिल्क फैक्टरी के बाजपेयी का साढे तीन लाख रुपए, सीतापुर के अशलेन्द्र त्रिपाठी का ढाई लाख रुपए, रानू सिंह इटौंजा लखनऊ का 37.5 लाख रुपए एवं सीतापुर के पटेल का साढे चार लाख रुपए धोखाधड़ी और बेईमानी हड़प लिया है। जागेश चन्द्र मिश्रा, हरेन्द्र उपाध्याय, विनोद कुमार, दीपिका श्रीवास्तव उर्फ दीपिका मिश्रा उर्फ आरती, संतोष कुमार यादव उर्फ एसके यादव, राजवीर नैंसी ने प्रार्थी के साथ प्रतिरूपण का छल किया।

आपस में साज एवं षडयंत्र रचकर धोखाधड़ी की नियत से फर्जी कूटरचित बिल तैयार कर उनको असली के रूप में प्रयोग कर प्रार्थी का लगभग 2,48,56,671.00 रुपए हड़प लिया है तथा पद प्रतिष्ठा धूमिल करने एव हत्या करने तथा झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर रंगदारी मांगने का अपराध कारित किया है प्रार्थी के पास मोबाइल की चैंटिंग, फर्म के प्रपत्र जैसे पैनकार्ड, बैंक स्टेटमेंट, फोटोग्राफ एवं कथनों के समर्थन में अन्य प्रपत्र उपलब्ध है। घटना की शुरुआत होटल हिन्दुस्तान थाना कादरीगेट से शुरू हुई तो प्रार्थी ने थाना कादरीगेट में प्रार्थना पत्र दिया।

तो पुलिस ने कहा कि बड़ा मामला है कप्तान साहब से आर्डर करवाकर लाओ। इसके बाद प्रार्थी ने पुलिस अधीक्षक फर्रुखाबाद को जरिए रजिस्टर्ड डाक प्रार्थना पत्र भेजा लेकिन अभी तक न तो रिपोर्ट दर्ज की और न ही कोई कार्यवाही की गई। तब मजबूर होकर श्रीमान जी को यह प्रार्थना पत्र दे रहा हूं।

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