फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) भाजपा विधायक सुशील शाक्य आज पट्टी प्रदुमन पिपरगांव निवासी पीड़ित राम सिंह शाक्य के घर जाकर मदद करने का भरोसा दिया है। विधायक श्री शाक्य ने हमले में घायल किशोरी दीक्षा को देखकर उसके हाल-चाल पूछे। विधायक ने राम सिंह की सलाह दी कि बेटी को पौष्टिक भोजन खिलाओ जिससे उसकी कमजोरी शीघ दूर हो सके। कमजोरी के कारण दीक्षा चारपाई पर लेटी थी। राम सिंह ने बताया कि पुलिस ने अभी तक किसी भी हमलावर को मुकदमे की घटना में गिरफ्तार नहीं किया है।
इलाज होने के कारण अभी तक दीक्षा के पुलिस ने बयान नहीं लिए हैं। उन्होंने मुकदमे के विवेचक के हवाले से बताया की पुलिस ने मुकदमे में एक धारा की बढ़ोतरी की है। एक्स-रे रिपोर्ट में मेरी एवं बड़ी बेटी के हाथ की हड्डी टूटी पाई गई है। पीड़ित राम सिंह ने बताया की डॉक्टर नवल किशोर व नरेंद्र शाक्य अस्पताल से मेरी बेटी को रेफर केएमजी लखनऊ के अस्पताल ले गए थे। उन्होंने स्वयं व पत्नी पत्नी के साथ फोटो खींचा था। उसी रात करीब 2.30 बजे डॉक्टर नवल किशोर बेटी को अपने अस्पताल ले गए।
चार-पांच दिन पहले ही लखनऊ अस्पताल से बेटी को घर लाए हैं पीड़ित राम सिंह ने बताया कि मैंने लखनऊ में बेटी के इलाज के कागजात डॉक्टर नवल किशोर से मांगे थे तो उन्होंने बताया था कि मैंने इलाज के कागजात कोर्ट में जमा कर दिए हैं। लोहिया अस्पताल में चेक देने के बाद डॉक्टर नवल किशोर ने मुझसे कहा था कि अभी चेक बैंक में मत लगाना। लखनऊ में उन्होंने चेक वापस करने को कहा तो मैंने उन्हें बताया कि चेक घर पर रखी है आकर ले लेना।
राम सिंह ने बताया कि डॉक्टर नवल चुपचाप चेक लेना चाहते हैं तो मैंने उनसे कहा कि जिस तरह आपने अनेको लोगों के सामने मुझे चेक दी है तो मैं भी गांव वालों के सामने ही आपको चेक वापस करूंगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को टांके कटवाने के लिए बेटी को लेकर लोहिया अस्पताल गए थे। अस्पताल में ही पत्रकार पारुल शाक्य पहुंच गए थे उनके द्वारा पूछे जाने पर मैंने पूरी घटना की जानकारी दे दी थी। पीड़ित पिता ने बताया कि पारुल से बातचीत करने के कारण ही डॉक्टर नवल व नरेंद्र नाराज हो गए थे।
इसीलिए नरेंद्र ने फोन पर मुझे गाली देते हुए धमकाया था कि तुम गांव में नहीं रह पाओगे, तुम्हारी इसी तरह रोज मार होगी। तब मैंने रिकॉर्डिंग वाले फोन से नरेंद्र से बात की। तब भी नरेंद्र ने मुझे धमकाते हुए विधायक सुशील शाक्य को गलियां दी। जबकि इस मामले में विधायक सुशील शाक्य का कोई लेना देना नहीं है। मैं उनके पास मदद के लिए नहीं गया था। उन्होंने बताया कि विधायक सुशील शाक्य ने मुझे सहयोग करने का वादा किया है। इस दौरान राम सिंह शाक्य आदि अनेकों ग्रामीण मौजूद रहे।
मालूम हो कि घटना वाले दिन ही सांसद मुकेश राजपूत घायल दीक्षा को देखने लोहिया अस्पताल गए थे उन्होंने सीएमओ का सीएमएस को बुलाकर दीक्षा के बेहतर इलाज की व्यवस्था की थी। दूसरे दिन ही सपा नेता डॉक्टर नवल किशोर शाक्य पार्टी के जिला अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव आदि करीब 2 दर्जन कार्यकर्ताओं के साथ लोहिया अस्पताल गए थे। उन्होंने पीड़ित परिवार के हाल-चाल पूछ कर आर्थिक सहायता के रूप में 20 हजार की चेक पीड़ित राम सिंह को भेंट की थी।
जबकि मीडिया प्रभारी की ओर से बताया गया था कि पार्टी की ओर से आर्थिक सहायता दी गई है। जब शाक्य समाज के लोगों ने दूसरे दिन पीड़ित राम सिंह को आर्थिक सहायता दी थी तब राम सिंह की पत्नी ने बताया था की बेटी की हालत में सुधार हो रहा है उसका यही इलाज कराएंगे।