फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी डॉक्टर नवल किशोर शाक्य के मुफ्त में किए गए इलाज के दौरान पीडिता को मजबूरन जेवर बेचने पड़े। जिससे समाजवादी पार्टी के पीड़ीए कार्यक्रम पर सवालिया निशान लग गया है। अंतर्राष्ट्रीय कैंसर सर्जन कहलवाने वाले डॉ नवल किशोर शाक्य एवं जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र शाक्य बीते दिनों लोहिया अस्पताल में भर्ती दीक्षा शाक्य को यह कहकर रेफर कराकर लखनऊ ले गए थे कि वहां लक्ष्य हॉस्पिटल में तुम्हारा मुफ्त में बेहतर ढंग से इलाज करेंगे।
प्रभावशाली नेता एवं डॉक्टर नवल किशोर के आश्वासन पर पीड़िता को उसके मां-बाप लखनऊ ले गए थे। लखनऊ के केएमजी में भर्ती कराने के बाद उसी दिन डॉ नवल किशोर शाक्य दीक्षा को रेफर कराकर अपने लक्ष्य हॉस्पिटल ले गए थे। वहां इलाज के नाम पर पीड़ित दंपति से हजारों रुपए वसूल किए गए। रुपए न होने पर दीक्षा की मां ने अपने कुंडल बेच दिए। जब दीक्षा को गंभीर अवस्था में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था दूसरे दिन ही डॉक्टर नवल किशोर शाक्य ने सपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ जाकर पीड़ित परिवार को ढाढस बंधाकर हर संभव मदद करने का वादा किया था।
इसी दौरान डॉक्टर नवल किशोर शाक्य ने 20 हजार का चेक राम सिंह शाक्य को भेंट किया था। लक्ष्य हॉस्पिटल की चेक में पीड़ित रामसिंह शाक्य का नाम नहीं भरा गया। लखनऊ में इलाज के दौरान डॉक्टर नवल किशोर शाक्य ने राम सिंह शाक्य से कहा कि अभी चेक बैंक में मत लगाना। लखनऊ इलाज के दौरान जब पीड़ित परिवार पाई पाई के लिए मोहताज हो गया तो वह मजबूरन दीक्षा को पट्टी प्रदुमन पिपरगांव घर ले गए थे। डॉक्टर के रवैये से पीड़ित राम सिंह ने जब उनके कारनामों का मीडिया के सामने खुलासा किया।
तो डॉ नवल व नरेंद्र का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुस्साए डॉक्टर नवल किशोर शाक्य ने फोन पर पीड़ित राम सिंह को बद्दुआ दी कि ईश्वर ने तुम्हारे साथ सही किया है। डाक्टर व नरेंद्र शाक्य ने राम सिंह शाह को फोन पर गाली गलौज करते हुए धमकाया। इसी दौरान नरेंद्र शाक्य ने भाजपा विधायक सुशील शाक्य को भी गाली गलौज कर दिया। पीड़ित राम सिंह शाक्य ने मीडिया के सामने खुलासा किया है कि डॉ नवल किशोर शाक्य ने मेरे साथ विश्वास घात किया है। उन्होंने इलाज के कागजात मांगे जाने पर गाली गलौज कर धमकाया और कहा कि हमने तुम्हारे झगड़े के मामले में रजाबंदी करा दी है।
पीड़ित शाक्य ने आरोप लगाया कि डॉ नवल किशोर ने झूठी अफवाह फैलाई है कि उन्होंने मेरी बेटी का मुफ्त में इलाज किया है। जबकि उनके अस्पताल में इलाज के दौरान मेरे करीब 40-45 हजार रुपए खर्च हुए हैं। मेरे पास लक्ष्य हॉस्पिटल में हजारों रुपए भुगतान की सात रसीदें हैं। कई रसीदें नहीं दी गई अस्पताल से बाहर सिटी स्कैन कराने के लिए 3500 रुपये लिए गए बेटी का दो बार सिटी स्कैन कराया गया। इस दौरान डॉक्टर ने दी गई चेक को बैंक में न जमा करने की सलाह देते हुए कहा था कि मेरी चेक वापस कर देना। मैंने भी चेक वापस करने का वादा कर दिया था।
चेक मेरे पास है डॉ नवल अभी तक चेक लेने नहीं आए हैं। राम सिंह की पत्नी ने खुलासा किया कि जब मेरे पास इलाज करने के लिए रुपए नहीं बचे और डॉक्टर ने बिना रुपए लिए दवा देने से मना कर दिया तब मैंने बेटी की जान बचाने के लिए पति को बेचने के लिए कुंडल दिए। राम सिंह ने बताया कि मैंने पत्नी के कुंडल 18000 रूपयों में बेचे। डॉक्टर ने मुझे जान से मारने की धमकी दी है मेरे साथ क्या गुजरी है यह मैं ही जानता हूं। पीड़ित राम सिंह ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय दिलाए जाने की गुहार लगाते हुए कहा है कि अब डॉक्टर नवल मेरे साथ गुंडागर्दी न करें और न ही मुझे धमकाएं। पीड़ित राम सिंह शाक्य के साथ हुए अत्याचारों के कारण शाक्य समाज में जबरदस्त रोष व्याप्त है।