फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) दसवें दिन भी दलित का शव बरामद न किए जाने के कारण परिजनों में मातम व्याप्त होने के साथ ही पुलिस के खिलाफ जबरदस्त रोष व्याप्त है। थाना मऊ दरवाजा के ग्राम छोटा फतेहपुर कुबेरपुर घाट निवासी रामपाल कठेरिया ने एसपी को शिकायत पद देकर अवगत कराया कि मेरा 40 वर्षीय पुत्र अवधेश 13 अगस्त की दोपहर अचानक गायब हो गया था। काफी तलाश करने के बावजूद वह नहीं मिला। तब 16 अगस्त को थाना मऊदरवाजा पर पुत्र की गुमशुदगी दर्ज कराए जाने हेतु प्रार्थनापत्र दिया गया था।
बाद में गांव के कुछ व्यक्तियों से ज्ञात हुआ कि पुत्र अवधेश को गांव के ही राजेश राजपूत पुत्र दुर्विजय व उसका मामा सुरेन्द्र सिंह पुत्र बालकराम निवासी-ग्राम बिघापुर, थाना निर्जापुर, जनपद शाहजहांपुर, जो रक्षाबंधन पर गांव में ही राजेश राजपूत के यहां आया हुआ था। जो एक षडयंत्र के तहत रंजिश के चलते उसकी हत्या करने उद्देश्य से अवधेश को बुलाकर ले गए थे। सभी ने एक साथ शराब पी, तभी पुत्र गायब हो गया। जानकारी होने पर मैंने ने थाना पुलिस को बताया। पुलिस द्वारा सुरेन्द्र सिंह को थाने पर बुलाया गया किन्तु राजेश फरार हो गया।
सुरेन्द्र सिंह ने अपने भांजे राजेश राजपूत के साथ अबधेश को शराब पिलाकर हंसी नगला पुलिया के पास गंगा नदी में डुबाकर उसकी हत्या करने की बात कबूली। सुरेन्द्र अभी भी थाने पर पुलिस की अभिरक्षा में है। किन्तु पुलिस द्वारा न तो अबधेश के शव को बरामद किया गया और न ही एफ आईआर दर्ज कर अभियुक्तों के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई। रामपाल आज दोपहर गांव की अनेकों लोगों के साथ थाने गए।
भाजपा नेता वीरेंद्र कठेरिया एवं डॉ प्रभू दयाल भी वहां पहुंचे। हल्का इंचार्ज दरोगा मुनीर खां ने उन लोगों को बताया कि सुरेंद्र ने हत्या की कोई बात नहीं कबूली है। अवधेश शराब के नशे में एक अन्य व्यक्ति के साथ गंगा नहाने उतरा था। तेज बहाव में दोनों लोग बहने लगे। लेकिन अबधेश के साथी ने दीवार पकड़कर अपनी जान बचा ली और अबधेश गंगा में वह गया था।