उर्मिला बोली:समाज के संगठन गैर जरूरी दुकानें

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंती बाई लोधी की 194 जयंती एवं प्रतिभा सम्मान समारोह आज ठंडी सड़क स्थित नवभारत सभा भवन में संपन्न हुआ। सपा नेत्री एवं पूर्व विधायक श्रीमती उर्मिला राजपूत के विवादित संबोधन से सनसनी फैल गई। श्रीमती राजपूत ने लोधी समाज के अन्य संगठनों पर हमला करते हुए कि इस संगठन को देखकर कई अन्य दुकानें खुल गई है जिनकी जरूरत नहीं है। मैंने जब से होश संभाला है तब से अखिल भारतीय लोधी महासभा को ही देख रही हूं।

मगर अब समाज के 8-10 संगठन खुल गए हैं यह संगठन राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हैं जो अपने कार्यक्रमों में दूसरे दल के पदाधिकारियों को अछूत मानकर नहीं बुलाते हैं। उन्होंने समाज के लोगों की कमजोरी उजागर करते हुए कहा की सीधे पेड़ काटे जाते हैं और कमजोर लोगों की बलि चढ़ाई जाती है। लेकिन मैं लोधी होने के बावजूद अपने को पिछड़ा नहीं मानती हूं। मैं रानी अवंती बाई की वंशज हूं किसी के भी बाप से नहीं डरती समाज के लोगों में गुस्सा आना चाहिए।

श्रीमती राजपूत ने अपने दिल की पीड़ा उजागर करते हुए कहा कि मुझे कई बार अपमानित होना पड़ा अनेकों बार अपनों ने ही अपमानित किया है। मैं किसी तरह संभल गई लेकिन लोग मेरी तबाही के इंतजार में बहुत से लोग थे। उन्होंने समाज के लोगों को एक खूंटे से न बनने की सलाह देते हुए जागरूक रहने को कहा। सपा नेत्री ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर हमला करते हुए सजातीय लोगों से कहा कि आप लोग अयोध्या जरूर जाएं और वहां देखो कि मंदिर का निर्माण करने में अग्रणी रहे कल्याण सिंह, उमा भारती एवं साक्षी जी का नामो निशान नहीं है। उन्होंने कहा कि हम लोग इन नेताओं को अपना गौरव मानते हैं जबकि वह (भाजपा) वाले इनको गौरवशाली नहीं मानते।
श्रीमती उर्मिला राजपूत को उसे समय बुलवाया गया जब मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि मौजूद नहीं थे।

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