रिवाल्वर व जेवरात वापस: छोड़े गए पकड़े लोग

फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) नगर की दशमेश कालोनी निवासी फौजी एवं शिक्षिका के घर से नगदी जेवरात रिवाल्वर चोरी व बेटे के गायब हो जाने के मामले में जबरदस्त नाटकीय घटना हुई है। कोतवाली पुलिस ने ग्राम पंचायत ढिलावल प्राइमरी पाठशाला की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शिखा दुबे ने 11 सितंबर को घर से नकदी जेवरातों लाइसेंसी रिवाल्वर की चोरी व बेटे कृष्णा के गायब हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने अपराध संख्या 137 /25 बीएन एस की धारा 137(2) के तहत रिपोर्ट दर्ज कर मुकदमे की जान रेलवे रोड चौकी इंचार्ज राहुल सिंह को सौंपी।

पुलिस ने सनसनीखेज मुकदमे को स्पंज कर दिया है। लाइसेंसी रिवाल्वर चोरी एवं छात्र के गायब होने की घटना को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया था। पुलिस की कई टीमें गठित कर छात्र कृष्णा को बरामद किया गया। उसकी गई पूछताछ के आधार पर व्यापारी नेता अंकुर श्रीवास्तव के भाई गौरव, मोहल्ला गढी नवाब न्यामत खां निवासी तरुण सैनी एवं ग्राम गुतासी निवासी देवकीनंदन गंगवार के बेटे अयांश को पकड़ा गया। चोरी गए जेवरात भी बरामद किए गए। बीते दिन ही प्रभारी निरीक्षक राजीव पांडे ने रिवाल्वर को बरामद कर आज मामले का खुलासा करने का वादा मीडिया से किया था।

मालूम हो कि जिन प्रभावशाली लोगों ने रिवाल्वर व कारतूस हासिल किए थे उन्होंने राजनीतिक प्रभाव के तहत रिवाल्वर कारतूस आला अधिकारी को सौंप दिए थे। बीते दिन फौजी अवनीश कुमार दुबे ने भी स्वीकार किया था कि रिवाल्वर पुलिस अधिकारी के पास पहुंच गई है। पुलिस की जांच में साबित हो गया की कृष्णा करीबी एक साल से घर से जेवरात चोरी कर बेचता था उसने लाखों रुपए ऑनलाइन में गंवा दिए। उसको आरोपी बनाकर जेल भेजने की योजना थी। जब गौरव के जेल जाने की नौबत आई तब शिखा दुबे ने दर्ज कराई रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई करने से पुलिस को मना कर दिया। ऐसी स्थिति आने पर पुलिस को भी आखिरकार सरेंडर करना पड़ा।

जिन लोगों ने चोरी से जेवर खरीदे व बिकवाने मैं सहयोग किया था तथा लाइसेंसी रिवाल्वर हासिल की। उनके जेल जाने की पूरी संभावना हो गई थी। आज छूट जाने पर इन लोगों ने शिक्षिका को धन्यवाद दिया है। मुकदमे के विवेचक राहुल चौधरी ने एफबीडी न्यूज़ को बताया चोरी किए गए सारे जेवरात घर पर ही मिल गए हैं। मुकदमे की वादिनी कोई कार्रवाई नहीं चाहती है। फौजी अवनीश कुमार दुबे ने पूरे प्रकरण का ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बीती रात बेटे को हमारे हवाले कर दिया है। और गायब सारा सामान मिल गया है। साइकोलॉजी छात्रों को शिक्षा देने वाली शिक्षिका श्रीमती शिखा दुबे अपने बेटे को सही शिक्षा नहीं दे सकी। वह यह भी नहीं समझ सकी कि उनके घर में एक साल से क्या हो रहा है।

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