फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) काकोरी ट्रेन एक्शन नाट्य समारोह के अंतर्गत आयोजित नाटक “एक और आजाद” का भावपूर्ण मंचन अरविंद दीक्षित के निर्देशन में हुआ। नाटक के प्रारंभ में पंडित रामनारायण आजाद के बाल्यकाल को दर्शाया गया, जिसमें बाल स्वरूप में पंडित रामनारायण आजाद एक अंग्रेज को पत्थर मारकर उसका सर फोड़ देते हैं। यही से उनके अंदर क्रांति की ज्वाला प्रज्वलित होती है उनके द्वारा किए गए बम कांड अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई को नाटक में दर्शाया गया।
नाटक में रितिक पाण्डेय उमंग, अर्पण शाक्य, अनुभव सारस्वत, शुभ दीक्षित, देवांश आदि ने भावपूर्ण मंचन किया। काकोरी ट्रेन एक्शन को दर्शाता नाट्य मंचन अमित सक्सेना के निर्देशन में हुआ। जिसमें राज गौरव पाण्डेय, डॉ नावेद अली, सिमरन सिंधी, फाल्गुनी अंकित गुप्ता, दिलीप कश्यप, विशाल श्रीवास्तव आदि ने भावपूर्ण मंचन किया। नाटक जलियांवाला बाग से प्रारंभ करके किस तरह से काकोरी की घटना की रणनीति बनायी किस तरह से क्रांति कारियों ने रणनीति बनाई। कैसे गणेश शंकर विद्यार्थी से मिलकर चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खान, रामप्रसाद बिस्मिल आदि ने ट्रेन को लूटने की जो रणनीति बनाई,को दर्शाया गया।
उसके पश्चात भगत सिंह के द्वारा लाहौर बम कांड दिखाते हुए भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, तीनों की फांसी की सजा के साथ नाटक का समापन हुआ। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि भावपूर्ण नाटक मंचन के माध्यम से हम सभी को अपने क्रांति वीरों को स्मरण करने का अवसर मिला है उनके बलिदान को हमें कभी भी भूलना नहीं चाहिए। रामनारायण आजाद के पुत्र बॉबी दुबे सहित जनपद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशजों का सम्मान हुआ।
कार्यक्रम में ठाकुर वीरेंद्र सिंह राठौर, भास्कर दत्त द्विवेदी, गौरव अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, डॉ संदीप चतुर्वेदी, सुरेन्द्र पाण्डेय, आकांक्षा सक्सेना, नवीन मिश्रा सहित बडी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अंजुम दुबे ने किया। कार्यक्रम प्रारंभ होने से पूर्व वीरेंद्र सिंह राठौड़, भास्कर द्विवेदी ने फीता खोलकर क्रांति वीरों की चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया एवं भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन किया। काकोरी ट्रेन एक्शन का ट्रेन मॉडल को कार्यक्रम में दर्शाया गया सभी अतिथियों व आगंतुकों ने उसकी भरपूर प्रशंसा की।
भूपेंद्र प्रताप सिंह के संयोजन में आयोजित संगोष्ठी में मेजर एसडी सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रंगनाथ मिश्रा, वैभव राठौर, डॉ संतोष पाण्डेय, सांसद मुकेश राजपूत एवं भारतेंदु नाट्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ रति शंकर त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किये। गोष्ठी का संचालन वैभव सोमवंशी ने किया।
सीपी इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य संजय बिष्ट आदि प्रधानाचार्यों एवं पत्रकारों को सम्मानित किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता के छात्रों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
संचालक की मनमानी
कार्यक्रम के संचालक संदीप कुमार चतुर्वेदी की पक्षपात पूर्ण रवैया से पत्रकारों में नाराजगी व्याप्त हो गई। प्रधानाचार्यो का सम्मान कराते समय मोहनलाल शुक्ला इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संदीप कुमार चतुर्वेदी ने दो तथाकथित पत्रकारों का नाम बोल कर सम्मानित करवा दिया। उसके बाद सामूहिक नृत्य का कार्यक्रम कराया गया। भेदभाव देखकर पत्रकारों में रोष व्याप्त हो गया। जानकारी मिलने पर सुरेंद्र पांडे ने मीडिया को बताया कि पत्रकारों की सूची मेरे पास है तो उन्होंने पत्रकारों को क्यों सम्मानित कराया।
श्री पांडे ने मंच का स्वयं संचालक कर पत्रकारों को बुलाकर सम्मानित कराया। राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने की लालसा रखने वाले संदीप कुमार चतुर्वेदी की ओछी मानसिकता से दो पत्रकार दो बार सम्मानित हो गए। कार्यक्रम में पत्रकारों की बैठने के लिए स्थान न सुरक्षित किए जाने से मीडिया कर्मी इधर-उधर बैठकर भटकते रहे।