फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) अमृतपुर थाना अध्यक्ष द्वारा पत्रकारों पर दर्ज किये गए मुकदमों से गुस्साए मीडिया कर्मी आज लखनऊ के लिए रवाना हो गए। प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक संगठन के अमृतपुर तहसील अध्यक्ष प्रताप सिंह यादव के नेतृत्व में कई दर्जन पत्रकार आज दोपहर को अमृतपुर से लखनऊ के लिए रवाना हो गए। बताया गया कि जब पत्रकारों का दल रास्ते में ग्राम चित्रकूट के निकट से गुजर रहा था तभी अपर पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों को रोककर लखनऊ जाने से रोकते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
पत्रकारों ने एएसपी को बताया कि पुलिस अधीक्षक ने 22 अक्टूबर को मामले की जांच सीओ को दी थी तो अभी तक जांच पूरी करके कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। अब लखनऊ में मुख्यमंत्री ही न्याय दिलाएंगे। पत्रकारों का रास्ते में स्वागत कर जलपान कराया गया। पत्रकार शाम तक पांचाल घाट पहुंच गए। बताया गया कि किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सोमवंशी ने पत्रकारों को समर्थन देने का वादा करते हुए कहा कि यदि जिला प्रशासन ने आप लोगों को न्याय नहीं दिलाया तो किसान यूनियन पत्रकारों का खुलकर समर्थन करेगी। बताया गया के जिले की सीमा से पत्रकार चार पहिया वाहनों से लखनऊ जाएंगे।
पीड़ित पत्रकारों को संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं जिलाध्यक्ष आदि किसी ने भी साथ नहीं दिया है। जबकि यह सभी लोग फर्रुखाबाद के ही रहने वाले हैं। आश्चर्य की बात तो यह है जब 22 अक्टूबर को अमृतपुर के पीड़ित तीन पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक से वार्ता की तो एसपी कार्यालय के बाहर राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महामंत्री मौजूद रहे। जिन्होंने पुलिस अधिकारियों पर पत्रकारों को न्याय देने का कोई दबाव नहीं बनाया। बताया गया कि बीती रात सीओ अमृतपुर थाने गए थे। उन्होंने स्थानीय पत्रकार ब्रजकांत दीक्षित विमल पाठक आदि से लखनऊ न जाने के संबंध में बातचीत की।
सीओ ने पत्रकारों को बताया कि कथित पीड़ित पत्रकारों ने अभी तक बयान नहीं दिए हैं उनको बयान देने के लिए सीओ कार्यालय भेजो। सीओ संजय वर्मा ने एफबीडी न्यूज़ को बताया की सूचना दिए जाने के बावजूद एक भी पत्रकार ने अपना बयान दर्ज नहीं कराया है जिसके कारण जांच पूरी नहीं हो सकी। उन्होंने एफबीडी न्यूज के सवाल के जवाब में बताया कि उन्हें अमृतपुर थाना अध्यक्ष की भ्रष्टाचार के संबंध में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।

