फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) अहंकारी कार्यवाहक प्रधानाचार्य प्रीती चतुर्वेदी को छात्रा के साथ अपशब्दों का प्रयोग करना काफी महंगा पड़ रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर आदर्श कुमार त्रिपाठी ने बेमन से अदालती आदेश पर रामानंद बालिका इंटर कॉलेज की निलंबित प्रवक्ता श्रीमती प्रीती चतुर्वेदी के निलंबन का अनुमोदन कर दिया है। इस कार्रवाई से कालेज के प्रबंधक विनीत अग्निहोत्री की कार्यवाही सही साबित होने से उनकी काफी बड़ी जीत हुई है।
मालूम हो कार्यवाहक प्रधानाचार्य प्रीति ने कालेज की छात्रा के साथ घोर आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था। विद्यालय की प्रबंध समिति ने प्रीती चतुर्वेदी को मूल पद प्रवक्ता पर प्रत्यावर्तित कर निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध जांच समिति का गठन किया था। जांच समिति ने प्रीती चतुर्वेदी को दोषी पाया प्रवक्ता की पैरवी पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रीति का निलंबन समाप्त करते हुए उनके विरुद्ध प्रचलित जांच को गतिमान रखने के आदेश दिया था।
कालेज के प्रबंधक विनीत अग्निहोत्री द्वारा डीआईओएस के आदेश के विरुद्ध उच्च न्यायालय प्रयागराज में याचिका दाखिल की गई। याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने श्रीमती प्रीति चतुर्वेदी के ऊपर लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टा प्रमाणित माना हैं। अदालती आदेश के आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रीति के निलंबन का अनुमोदन कर दिया है।
बर्खास्तगी की संभावना
निलंबित प्रवक्ता प्रीती चतुर्वेदी के बर्खास्त होने की भी संभावना व्यक्त की गई है। उनके विरुद्ध मिड डे मील एवं छात्र निधि घोटाले की जांच की जा रही थी। बताया गया है कि जांच में 5.45 लाख मिड डे मील में एवं छात्र निधि में 3.97 लाख के रुपयों की हेराफेरी की प्रकाश में आई है। प्रीती चतुर्वेदी के पति संदीप तिवारी ने आर एस एस के सह संपर्क प्रमुख की हैसियत से कालेज के प्रबंधक पर दबाव बनाने के लिए उनकी कई बार शिकायतें भी की है जो जांच में झूठी पाई गई।