फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लोहिया अस्पताल के योग्य सर्जन ने महिला का ऑपरेशन कर जानलेवा ट्यूमर को निकाल दिया है।राममनोहर लोहिया (पुरूष) चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अवगत कराया है कि वर्तमान में लोहिया पुरुष चिकित्सालय में कार्यरत सर्जन मेजर डा० रोहित तिवारी, के द्वारा चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। चिकित्सालय में आने वाले अति दयनीय, शोषित, गरीब आदि को निशुल्क सरकार की मंशा के अनुसार ऑपरेशन, तथा ओपीडी में परामर्श, तथा कभी-कभी अपने स्तर से आर्थिक सहायता आदि कराना इनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है।

इसी के क्रम में, “सर्जन” मेजर डा० रोहित तिवारी ने 20 नबम्वर को 45 वर्षीय श्रीमती पूनम पूनम का सफल ऑपरेशन अपनी टीम के साथ किया है। इससे पूर्व इस चिकित्सालय में किसी के द्वारा अभी तक नहीं किया गया है। यह एक अकल्पनीय कार्य किया गया है तथा रोगी आज पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होकर चल भी रही है।
जिसका विवरण निम्नवत है :
1- श्रीमती पूनम (45 वर्ष), फर्रुखाबाद
2-13.5 किलो का जानलेवा ट्यूमर हटाकर 45 वर्षीय महिला की जान बचाई
3-मरीज कई महीनों से गंभीर समस्याओं से जूझ रही थीं।
4- पेट में तेजी से बढ़ते ट्यूमर के कारण उन्हें-
* Subacute Intestinal Obstruction (आंतों में रुकावट)
* Urinary Retention (पेशाब रुकना)
बढ़ता दर्द, भूख कम, चलने-फिरने में कठिनाई
* जांच में पता चला कि पेट में 13.5 किलो का विशाल Leiomyosarcoma मौजूद था, जो आंतों व मूत्राशय को दबाकर स्थिति को लगातार खराब कर रहा था।
अन्य संस्थानों की रिपोर्ट
* निजी अस्पतालों ने ऑपरेशन का खर्च 5 लाख से अधिक बताया
* GSVM. कानपुर ने मरीज को AIIMS दिल्ली रेफर किया।
* AIIMS में सर्जरी की तारीख 2 साल बाद दी गई।
स्थिति गंभीर थी और तुरंत सर्जरी की आवश्यकता थी।
सर्जरी का निर्णय Dr- RML Male Hospital, Farrukhabad
मरीज को Dr- RML Male Hospital लाया गया जहाँ
सफल सर्जरी
उच्च जोखिम, लेकिन पूर्ण सुफलता।
03 घण्टे 25 मिनट चली सर्जरी में
Major Dr- Rohit Tiwari ने 13.5 किलो का खतरनाक ट्यूमर सुरक्षित एवं पूर्णरूप से हटाया।
इसके साथ-
* आंतों पर पड़ा दबाव हटाया गया
* मूत्राशय की रुकावट दूर की गई
* मरीज के जीवन को तत्काल खतरे से बाहर किया गया
सर्जिकल टीम
* Lead Surgeon: Major Dr- Rohit Tiwari
* Anaesthesia: Dr- Amitabh
* Diagnosis & Blood Support: Dr- Jagmohan
* Nursing Support: Nurse Anita, Nurse Renu
मरीज की स्थिति – तेज और सशक्त सुधार सर्जरी के 24 घंटे के भीतर मरीज पूनम खुद खड़ी होकर चलने में सक्षम हो गईं।
पूरी प्रक्रिया – जांच, भर्ती, सर्जरी, देखभाल पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की गई।
निष्कर्ष
यह केस दर्शाता है कि
जटिल और उच्च जोखिम वाले केसों को उच्च विशेषज्ञता और समन्वित टीम वर्क के साथ सफलतापूर्वक संभालने में सक्षम है।

