फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मऊदरवाजा थानाध्यक्ष उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह की आज सुबह पुलिस लाइन के लिए रवानगी कर दी गई। थानाध्यक्ष का चार्ज फिलहाल वरिष्ठ उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह के पास है। उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र ही व्यवहार कुशल दरोगा या इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने 28 अप्रैल को उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह की तैनाती की थी। आम जनता से लक्ष्मण सिंह का व्यवहार ठीक नहीं था। खासकर गायब होने वाली लड़कियों के बारे में आपत्तिजनक बातें करते थे। यदि कोई व्यक्ति न्याय के लिए फरियाद करने जाता था तो उसकी फरियाद न सुनते थे और न ही निस्तारण करते कराते थे।
बल्कि हिटलर शाही से चौकी इंचार्ज को आदेशित करते थे कि पाबंद कर दो। ऐसा उन्होंने एक ही व्यक्ति के साथ दो बार तक किया। सेल्समेन मदन लाल यादव की लूटी गई बाइक की बरामद के मामले में थानाध्यक्ष ने घोर लापरवाही बरती। उन्होंने चोरी के मामले में पकड़े गए ग्राम झौनी नगला निवासी रोहित शाक्य, विशाल शाक्य सरैया निवासी सुधांशु चौहान उर्फ एसके सिंह एवं बाबरपुर निवासी शाहनवाज को कई दिन तक थाने में रखा। इस मामले में थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक की हिदायत का भी पालन नहीं किया। पुलिस महकमें में चर्चा है कि एसपी थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह से इतनी नाराज थी कि उन्होंने बीते दिन समीक्षा बैठक में थाना अध्यक्ष को बुरी तरह लताड़ा और बैठक से बाहर निकाल दिया। एसपी के कड़े रुख को देखकर अन्य थाना प्रभारी भयभीत होकर सहम गए।
थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने 23 जुलाई को तहसील स्थित उपनिबंधक कार्यालय के लाकर से 4. 50 लाख रूपयों की चोरी की घटना का खुलासा नहीं किया। विभागीय दरोगा जितेन्द्र सिंह चौहान के घर से लाखों रुपए कीमती जेवरात व नकदी चोरी की घटना को भी उजागर नहीं कर सके। जनपद आगरा के थाना फतेहपुर में तैनात उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह चौहान का ग्राम कुइयां बूट स्थित महावीर इंटर कॉलेज के निकट मकान है। 23 जुलाई को जितेन्द्र सिंह का पुत्र अभय व उसकी पत्नी ज्योति सुबह 9 बजे घर में ताला लगाकर गए थे उसके बाद कर पीछे की दीवार से मकान के अंदर घुसे चोर अलमारी से श्रीमती ज्योति के लाखों रुपए कीमती जेवरात व 54 हजार रुपए निकाल ले गए थे। बताया गया कि पुलिस ने दोनों घटनाओं में फाइनल रिपोर्ट लगा।
पुलिस अधीक्षक की समीक्षा बैठकों में थानाध्यक्ष से इन महत्वपूर्ण घटनाओं का खुलासा करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन थानाध्यक्ष ने एसपी के आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। आखिर कर थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह को लापरवाही व अनुशासनहीनता काफी महंगी पड़ी है। मेडिकल चौकी इंचार्ज अजय सिंह की भी आज थाने से पुलिस लाइन के लिए रवानगी हो गई है मालूम हो कि एसपी ने बीते दिनों अजय सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। अजय सिंह की रवानगी की होते ही उनके कारनामों का खुलासा होने लगा है। आदर्श कहे जाने वाले थाने में अभी एक दरोगा आम जनता के साथ सरेआम बदसलूकी करता है। आदर्श थाने में बदसलूकी व नशा करने वाले कर्मचारियों की तैनाती नहीं होनी चाहिए। क्षेत्र वासियों ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है की थाने में व्यवहार कुशल उप निरीक्षक या इंस्पेक्टर की तैनाती की जाए। जिससे आदर्श थाने की गरिमा बरकरार रह सके।








