फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) रंजिश के कारण अधेड़ सोबरन बाथम की हत्या करने के लिए तीन गोलियां मारी गई थी। कोतवाली कायमगंज के ग्राम रसीदपुर मई निवासी सोबरन बाथम मजदूरी करता था वह बीते दिन ग्राम सैसा जगदीशपुर में गन्ने की फसल काटने साइकिल से गया था। मजदूरी करने के बाद सोबरन ग्राम कुतुबुद्दीनपुर में शिवकुमार यादव के पिता ब्रह्मानंद की तेरहवीं संस्कार की दावत खाने गया। दावत खाने के बाद सोबरन साइकिल से घर जा रहा था। सोबरन बीती रात करीब 8 बजे गांव से करीब एक किलोमीटर दूर रामकेश की सबमर्सिबल के पास से गुजर रहा था उसी समय सोबरन को गोली मारी गई। सोबरन जान बचाकर भागा तभी उसके दूसरी गोली मारी गई। 
जब सोबरन मरणासन्न हो गया तो उसे उठाकर झाड़ी नुमा बंजर खेत में फेंका गया। हनुमान लगाया गया कि तभी सोबरन को एक और गोली मारी गई। शराब पीने के आदी सोबरन को रात करीब 7 बजे को तो कुतुबुद्दीनपुर दावत में देखा गया था। गोली मारने के बाद सोबरन की साइकिल सड़क के किनारे गेहूं के खेत में फेंकी गई। जिस स्थान पर सोबरन का शव पड़ा देखा गया उसी के पड़ोस में सोबरन का भी खेत है सुबह परिजन सोबरन तलाश में खेत की ओर गए तभी उन्होंने बंजर खेत में सोबरन के लहूलुहान शव को पड़ा देखा। सोबरन के सीने के आस पास दो गोली एवं एक कमर के पास गोली का धाव देखा गया। एक गोली पार निकल गई थी मौके पर 315 बोर का खोखा पड़ा देखा गया। तलाश करने पर परिजनों को सोबरन की साइकिल गेहूं के खेत में पड़ी मिली। 
साइकिल में दावत से लाया गया भोजन था। घटनास्थल के निकट कुछ खून पड़ा था केले के पेड़ के पास काफी खून पड़ा था जबकि शव स्थल पर मामूली खून देखा गया। ग्रामीणों ने रात करीब 8 बजे तीन गोली चलाये जाने की आवाज़ें सुनी थी तब लोगों ने समझा कि आवारा जानवरों के लिए किसी ने विस्फोट किया है। सोबरन की पांच लड़कियां हैं तथा एक लड़का है तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है। चर्चा है की रंजिश के कारण ही सोबरन की तीन गोली मारकर हत्या की गई है लेकिन कोई भी गांव वाला हत्या के कारण को नहीं समझ सका। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।








