स्वामी प्रसाद मौर्य बोले: हिम्मत हो तो मोहन भागवत मनु स्मृति पुस्तक पर लगवाएं प्रतिबंध

संकिसा फर्रुखाबाद। पूर्व काबीना मंत्री एवं विधान परिषद के सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज यहां आर आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि उनमें हिम्मत हो तो वह प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्रियों से कहकर जातिवाद का जहर घोलने वाली मनु स्मृति पुस्तक पर प्रतिबंध लगवाएं।

प्रधानमंत्री मोदी पर पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 340 आईएएस की बिना परीक्षा नियुक्ति करवाई है जिसमें एक भी दलित व कोई पिछड़ी जाति का नहीं है। इसी तरह प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर आदि कर्मचारियों की भर्ती में एक भी पिछड़े व दलित जाति को नौकरी नहीं दी गई। सरकार आरक्षण खत्म कर संविदा की नौकरी के नाम पर नौजवानों का शोषण करवा कर बिचौलियों को फायदा पहुंचा रही है।

रात 10 बजे तक विचार व्यक्त करने वाले श्री मौर्य ने शुरुआत में भगवान बुद्ध की करुणा हो, करुणा हो के नारे लगवाए। उन्होंने बताया कि लखनऊ से ही बरसात होने के बावजूद मैं विपरीत परिस्थितियों में यह आया हूं। यदि यहां कोई न मिलता तो संस्था की मिट्टी माथे पर लगाकर लौट जाता लेकिन खराब मौसम के बावजूद हजारों की भीड़ देखकर काफी खुशी हुई है।

उन्होंने कहा कि बुद्ध विश्व के प्रथम धर्म गुरु हैं जिन्होंने संकिसा में अवतरण लिया था उनके विचार दुनिया के कोने कोने में फैल गए हैं। आज भी अमेरिका और रूस की खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिलते हैं अफगानिस्तान की पहाड़ी में बुध की 100 फुट ऊंची प्रतिमा को आतंकवादियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। श्री मौर्य ने बताया कि अयोध्या की तीन बार की खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिले तब केंद्र सरकार ने खुदाई रुकवा दी थी।

अदालत ने भी माना था अयोध्या की खुदाई में बुद्ध कालीन अवशेष मिले इसी आधार पर अदालत ने मान लिया था कि यहां भगवान राम पैदा हुए होंगे। उन्होंने बताया की ग्रंथों ऋषि-मुनियों एवं पूर्वजो की बातों पर विश्वास न करके उस बात को माने जो आपके दिमाग की कसौटी में खड़ी लगे। बौद्ध धर्म की व्यापकता की चर्चा करते हुए कहा कि विश्व के 50 देशों में बौद्ध धर्म के मानने वाले हैं बुद्ध का धर्म अजर अमर है उनका ज्ञान जिंदा है।

बुद्ध के कारवां में दिनों दिन भीड बढ़ती जा रही है अब किसी की हिम्मत नहीं है कि बुद्ध के कारवां को रोक सके। सरकार ने टिकडम लगाकर ट्रैक्टर ट्राली से यात्रियों के जाने पर रोक लगाई है, लेकिन बैलगाड़ी से आने जाने पर कोई रोक नहीं है। सरकार ने आरक्षण वाली 18000 नौकरियों में 12000 सामान्य वर्ग की गलत ढंग से नियुक्ति कर दी है।

मैं ब्राह्मण विरोधी नहीं बल्कि ब्राह्मणी व्यवस्था का विरोधी हूं। कोई भी बच्चा इंसान के रूप में पैदा होता है उसकी कोई जात पात नहीं होती। मौर्य समाज ने देश में 121 वर्षों तक राज् किया बौद्ध दर्शन में जात पात छुआछूत ऊंच-नीच की कोई बात नहीं होती है बल्कि मानव कल्याण की बात की जाती है।

बौद्ध महोत्सव के सह संयोजक देवेश उर्फ बिल्लू शाक्य आकाश शाक्य अवनीश शाक्य आदि ने बौद्ध धर्म पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में श्रीमती सरिता शाक्य प्रधान दीपक राजपूत कोषाध्यक्ष रघुवीर सहाय भिक्षु उपाध्यक्ष डॉ भिक्षु धम्मपाल थेरो इंजीनियर देवेंद्र शाक्य राजेश्वरी बौद्ध आरडी बौद्ध डॉ देवेश शाक्य कुलदीप कठेरिया अभय शाक्य उर्फ बबलू रामौतार शाक्य कमल शाक्य उर्फ ठाकुर आदि लोग मौजूद रहे।

अनेकों लोगों ने मुकुट पहनाकर एवं पंचशील पटका पहनाकर स्वामी प्रसाद मौर्य का स्वागत किया। सुधीर कुमार शाक्य एडवोकेट कार्यक्रम का संचालन सह संयोजक नगेंद्र शाक्य एवं शिवसरन शाक्य ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!