फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर मिशन भारत की ओर से संकिसा स्थित धम्मालोको बुद्ध विहार में में आयोजित समारोह में आवाहन किया गया कि देश में शांति कायम करने के लिए भगवान बुद्ध के पंचशील पर अमल करने की अति आवश्यकता है। इसके लिए बौद्ध धर्म का काफी जोरों से प्रचार एवं प्रसार करने पर बल दिया गया। कहा गया कि मानवतावादी बौद्ध धर्म से ही देशवासियों का कल्याण हो सकता है।
आज सुबह करीब 7 बजे बुद्ध वंदना से समारोह का शुभारंभ हुआ। 7.30 बजे जलपान करने के बाद करीब 8.30 बजे समारोह स्थल से धम्म यात्रा निकाली गई। उपासक एवं उपासिकाओं ने भगवान बुद्ध के स्तूप की परिक्रमा कर स्तूप की पूजा एवं वंदना की। दोपहर को आधा सैकड़ा से अधिक भिक्षुओं को भोजन दान दिया गया। उसके बाद उपासक व उपासिकाओं को भोजन कराया गया। 2 बजे पंचशील सूत्र पाठ के बाद भिक्षुओं का सम्मानित किया गया।
सायं धम्मदेशना एवं आशीर्वाद कार्यक्रम के बाद समारोह का समापन किया गया। संकिसा स्थित म्यामार बुद्ध विहार के प्रमुख भंते डॉ यस नंदा महाथेरो मुख्य अतिथि, भंते डॉ धम्मपाल महाथेरो श्रीलंका के भंते सुमन रत्न ने भगवान बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके बताए रास्ते पर चलने का आवाहन किया। प्रमुख वक्ता अनागारिक कर्मवीर शाक्य, सुरेश बौद्ध, डॉ अशोक प्रियदर्शी ने बौद्ध धर्म पर चर्चा करते हुए कहा कि आडंबरबाद खत्म करने के लिए बौद्ध धर्म के व्यापक प्रचार एवं प्रसार की आवश्यकता है।
सोनी बौद्ध एडवोकेट ने कर्मवीर शाक्य की पत्नी श्रीमती गीता को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। मालूम हो कि श्रीमती गीता शाक्य ने समारोह स्थल पर भगवान बुद्ध की आदमकद प्रतिमा लगवाई है। समारोह में भंते विजयानंद, भंते नागसेन, भंते चेतसिक बौधि, भंते मिलिंद भंते धम्म बोद्धी, भंते सील रतन, भंते धम्मानंद मेद्धाकर रघुवीर शाक्य लड़ैते लाल उत्तम सिद्धार्थ प्रकाश गौतम सरदार सिंह शाक्य नरेंद्र सिंह जाटव महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष शकुंतला बौद्ध।
राष्ट्रीय महामंत्री ओंकारनाथ फौजी राष्ट्रीय महासचिव जगदेव प्रसाद चौधरी संगठन सचिव राजवंशी रामगोपाल बौद्ध रमेश बौद्ध सुरेश बौद्ध आदि लोग मौजूद रहे। समारोह की अध्यक्षता बाबा साहब अंबेडकर मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभु दयाल एडवोकेट तथा संचालन रामदत्त बौद्ध ने किया। मालूम हो की पूर्व जिला जज निर्वाण प्राप्त बिंदा प्रसाद एवं शिवराज बौद्ध की प्रेरणा से सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिवर्ष विशाल बौद्ध धम्मदेशना समारोह का आयोजन किया जाता है।