फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने मुन्ना गुप्ता के दोनों आनंद होटलों सहित नगर के अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश से अवैध निर्माण कराने वालों में हड़कंप मच कर भय व्याप्त हो गया है। नगर मजिस्ट्रेट की अदालत में नियत प्राधिकारी विनियमित क्षेत्र में अवैध निर्माण कार्यों के दर्जनों मुकदमे विचाराधीन हैं।
सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव में 9 मुकदमों की सुनवाई के दौरान आठ अवैध निर्माण कार्यों के ध्वस्तीकरण के आदेश पारित कर दिए हैं। अदालत में नगर के मोहल्ला गढ़ी नवाब न्यामत खां निवासी स्वर्गीय राम प्रकाश गुप्ता की पत्नी तारा रानी गुप्ता के विरुद्ध दो मुकदमे विचाराधीन थे। यह दोनों मुकदमे रेलवे रोड मोहल्ला गढी नवाब न्यामत खां पश्चिम स्थित आनंद होटल एवं आनंद होटल के पीछे आवासीय मानचित्र के विपरीत तीन मंजिल एक और आनंद होटल के अवैध निर्माण कराने के थे।
नगर मजिस्ट्रेट ने शहर के मोहल्ला कादरी गेट निवासी ऋषि नाथ व डॉ सोमनाथ के 25 गुणा 130 फुट क्षेत्रफल में बिना मानचित्र स्वीकृत कराए अवैध रूप से अस्पताल बनाया गया। डॉ सोमनाथ गुप्ता ने कादरी गेट में 35 गुणा 80 फीट क्षेत्रफल में अवैध रूप से हाल का निर्माण कराया था।
नगर मजिस्ट्रेट ने मोहल्ला मुफ्ती साहब बूरा वाली गली निवासी गोपीनाथ गुप्ता किशन चंद गुप्ता द्वारा मोहल्ले में ही अवैध रूप से श्रीराम प्लाजा मार्केट का निर्माण कराया गया था। आईटीआई चौराहा निवासी श्यामलाल पुत्र गौरीशंकर ने आईटीआई चौराहे के निकट नजूल भूमि 23 गुणा 30 फीट में अवैध रूप से मकान बनाया गया। ग्राम भाऊपुर खुर्द निवासी वीरेंद्र राजपूत पुत्र भारत सिंह ने गांव के इटावा बरेली मार्ग के किनारे 25 गुणा 30 फीट में भूतल पर अवैध निर्माण कराया।
कोतवाली फतेहगढ़ के ग्राम महरुपुर सहजू निवासी विजय प्रकाश दुबे पुत्र रामप्रकाश ने गांव में कमालगंज रोड पर अवैध रूप से आधा दर्जन दुकानें बनाई। नगर मजिस्ट्रेट ने उक्त सभी अवैध निर्माणों को गिराने का आदेश जारी किया है। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला नवदिया निवासी हेतराम पुत्र स्वर्गीय गंगाराम ने मोहल्ले में गलत तथ्यों के आधार पर मानचित्र स्वीकृत कराया था। हेतराम के मानचित्र को निरस्त कर दिया गया।
मालूम हो कि आनंद प्रकाश उर्फ मुन्ना गुप्ता के दोनों होटल कई मंजिला है दूसरा होटल कोरोना काल में ही बनवाया गया है। श्री गुप्ता ने अतिक्रमण अभियान के दौरान नगर मजिस्ट्रेट के साथ होटल के सामने सरेआम विवाद किया था। होटल का अगला हिस्सा तुड़वाकर लाखों रुपयों की लागत से पुनः होटल का निर्माण कराया है। श्री गुप्ता को सिटी मजिस्ट्रेट से पंगा लेना काफी महंगा पड़ेगा।