फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा मैनपुरी के उपचुनाव में डिंपल यादव को चुनाव चुनाव मैदान में उतारकर चाचा को खामोश रहने के लिए मजबूर कर दिया है। डिंपल के मुकाबले भाजपा जनपद इटावा के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दे सकती है। मालूम हो कि प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी रघुराज सिंह शाक्य ने जनपद इटावा में सपा की टिकट पर वर्ष 1999 व 2004 में सांसद की लगातार सीट जीतकर इतिहास रचा था।
वह 2012 में इटावा सदर से विधायक भी रहे। परिवार में कलह हो जाने पर शिवपाल सिंह यादव ने रघुराज सिंह को प्रसपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाकर पार्टी की शुरुआत की थी। श्री शाक्य ने वर्ष 2022 में इटावा सदर से चुनाव लड़ने की तैयारी की थी। सपा प्रसपा के गठबंधन में अखिलेश ने शिवपाल सिंह की मांग को ठुकरा कर ने इटावा सदर से सर्वेश शाक्य को चुनाव मैदान में उतारा था। तभी रघुराज सिंह शाक्य ने सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
भाजपा की श्रीमती सरिता भदौरिया ने सर्वेश शाक्य को हराकर लगातार दो बार विधायक बनने का कीर्तिमान स्थापित किया। अखिलेश यादव ने डिंपल यादव को चुनाव में उतार कर इमोशनल कार्ड खेला है। अब चाचा शिवपाल सिंह यादव समाज में अपनी इज्जत बरकरार रखने के लिए चुनाव में डिंपल यादव का विरोध नहीं कर पायेंगे। बेमन से उन्हें दिखावे में डिंपल की मदद करनी पड़ेगी।
अखिलेश ने जनपद मैनपुरी के शाक्यों को आकर्षित करने के लिए बीते दिन ही भोगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व मंत्री आलोक शाक्य को जनपद मैनपुरी में समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष मनोनीत किया है। अभी तक वहां देवेंद्र सिंह यादव जिलाध्यक्ष थे। मालूम हो कि मैनपुरी में यादवों के बाद सर्वाधिक शाक्य समाज के ही वोटर हैं। मैनपुरी सदर से मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह एवं भोगांव विधानसभा से पूर्व मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री विधायक हैं।
जबकि जसवंतनगर सीट पर वर्ष 1996 से शिवपाल सिंह यादव का कब्जा है। किशनी व करहल विधानसभा क्षेत्र में सपा के विधायक है। राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त चर्चा है कि भाजपा कद्दावर नेता रघुराज सिंह शाक्य मैनपुरी का उपचुनाव लड़बा सकती है। इसके अलावा जिला मैनपुरी निवासी प्रेम सिंह सांखला व पटिया ली के पूर्व विधायक ममतेश शाक्य को भी चुनाव लड़ाने लड़ाने की खबर है।
मालूम हो कि भाजपा प्रेम सिंह शाक्य को मैनपुरी संसदीय सीट से 2 बार चुनाव लडवा चुकी है। यादवों की भरमार के कारण वहां सपा के यादव प्रत्याशी के मुकाबले किसी की दाल नहीं गल पा रही है। भाजपा किसी भी तरह मैनपुरी की सीट पर हथियाकर कर अखिलेश यादव को सदमा देने की तैयारी है। भाजपा नेता रघुराज सिंह शाक्य का कहना है कि अभी तक किसी भाजपा नेता ने उनसे चुनाव लड़ने की बात नहीं की है।
यदि पार्टी टिकट देगी तो पूरी दमदारी से चुनाव लड़ेंगे। टिकट न मिलने पर अन्य भाजपा प्रत्याशी की मदद करेंगे। भाजपा सपा की गहरी जड़ें खोदने के लिए चुनाव को दिलचस्प बनाएगी।