फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) भारतीय जनता पार्टी ने मैनपुरी के उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को हर हालत में हराने के लिए कद्दावर नेता रघुराज सिंह शाक्य प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जिससे शाक्य कुशवाहा मौर्य सैनी समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है रघुराज सिंह के प्रत्याशी घोषित होने पर एफबीडी न्यूज़ की खबर पर मुहर लग गई है। बीते दिन डिंपल यादव के नामांकन के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव एवं चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच काफी दूरी देखी गई।
अखिलेश ने नामांकन में शिवपाल सिंह यादव को न बुलाकर साफ कर दिया है कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए चाचा की जरूरत नहीं है। मालुम हो की इटावा में लगातार दो बार सांसद होने का रिकॉर्ड कायम करने वाले एवं इटावा सदर के पूर्व विधायक रघुराज शाक्य शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी है। श्री शाक्य पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भी खासम खास रहे।
वर्ष 1994 में मुख्यमंत्री बनने पर मुलायम सिंह यादव ने रघुराज शाक्य को नगर विकास विभाग में कर अधीक्षक की नौकरी दिलवाई थी। दो बार इटावा में एमपी व इटावा शहर से टिकट देकर विधायक बनवाया था। शिवपाल सिंह यादव ने जब वर्ष 1917 में जसवंत नगर से चुनाव जीता था तब उनके चुनाव की कमान रघुराज शाक्य ने ही संभाली थी। शिवपाल ने परिवार में कलह के बाद जब प्रगतिशील समाज पार्टी बनाई थी तब रघुराज शाक्य को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था।
बीते चुनाव में अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह यादव के पर कतरने के लिए उनकी सलाह के बावजूद इटावा सदर से रघुराज शाक्य को एमएलए की टिकट नहीं दी थी। तब रघुराज शाक्य ने मजबूरन भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। अब यादव समाज में इस बात को लेकर नाराजगी बढ़ गई है कि आखिर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव की पुत्र वधू अपर्णा यादव को पहचानने से क्यों मना कर दिया है।
सैफई परिवार की जबरदस्त जंग से भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य को काफी फायदा होगा। रघुराज शाक्य के समर्थकों में इस बात की जबरदस्त चर्चा शुरू हो गई है कि शिवपाल सिंह यादव भाजपा प्रत्याशी की मदद करेंगे। भाजपा नेत्री अपर्णा यादव भी भाजपा प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करेंगी। शिवपाल यादव एवं अपर्णा यादव डिंपल यादव की साइकिल को साइकिल की हवा निकालेंगे। बाबा का बुलडोजर समाजवादी पार्टी के किले को ध्वस्त करने के लिए तैयार हैं।