फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जिला प्रशासन ने माफिया अनुपम दुबे व उनके परिजनों पर शिकंजा करने के बाद उनके गुर्गों पर भी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने मोहल्ला सिविल लाइन मड़ैया निवासी सुधीर कुमार दिवाकर पुत्र लालाराम की ओर से रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें मोहल्ला शीशम बाग कैंट निवासी साबिर अली साजिद अली राशिद अली सद्दाम अली पुत्रगण अशफाक अली।
इरशाद उर्फ़ भालू पप्पू शहनाज पुत्रगढ़ साबिर अली, अशफाक अली की पत्नी स्लीमन, साबिर अली की पत्नी शहनाज, रजी आसिफ निजाम पुत्रगण सफी, मोहल्ला हाथीखाना निवासी अकरम उर्फ फारूकी उर्फ चुनमुन पुत्र गुलाम मोहम्मद एवं तलैयालेन 1/39 निवासी शांतनू दीक्षित पुत्र अरुण कुमार को आरोपी बनाया गया है।
आरोपियों ने सुधीर के कच्चे मकान को तोड़कर उसमें रखा लाखों रुपए कीमती सामान गायब कर दिया। उस जगह पर पिलर खड़े कर दरवाजे को ईटो से बंद कर दिया। इस बात की जानकारी होने पर लालाराम 18 जुलाई की शाम मौके पर गए तो उन्होंने घटना देखी। आरोपी निहास खोदकर पिलर बनवा रहे थे लालाराम ने आरोपियों को जमीन पर कब्जा करने से रोका। उन्होंने गालियां देकर सुधीर को धमकाया कि भाग जा हम लोग अनुपम दुबे के चेले हैं जान से मार डालेंगे।
सुधीर ने मकान के बाहर जाकर गाली देने से मना किया तो सभी लोगों ने जातिसूचक गालियां देकर लालाराम को अपमानित किया और कहा कि यहां से भाग जा नहीं तो मारा जाएगा। भयभीत सुधीर वहां से चले गए उनके काफी प्रयास के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। मुकदमे की जांच उपनिरीक्षक प्रदीप सिंह को सौंपी गई। सुधीर ने मालासी संभाग स्थित मकान नंबर 134 को वर्ष 2011 में खरीदा है और उस पर काबिज है।
सुधीर ने बताया कि मैं परचून की दुकान चलाता हूं आरोपी रजी शंतनु दीक्षित एवं अकरम अनुपम दुबे के चेले हैं। रजी जुएं की इक्यावनी खेलता है शंतनु उसी का साथी है जबकि अकरम तमंचे बेचता है वह तीन बार गिरफ्तार हो चुका है। अकरम ने एआरटीओ कार्यालय के अधिकारी की पिटाई की थी। मालूम हो की अनुपम दुबे जनपद मैनपुरी की जेल में बंद है अब कोई भी अनुपम दुबे का साथी बताने से डरता है।