फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) सपा सरकार में चर्चित केशव हत्याकांड में 2 ग्रामीणों व इटावा के दो सेवानिवृत्त सिपाहियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई है। सपा नेता के आवास पर सुरक्षा ड्यूटी करने वाले सिपाहियों की जिंदगी बर्बाद हो गई है। द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट महेंद्र सिंह ने आज केशव हत्याकांड के दोषी संजू उर्फ संजीव यादव राज उर्फ राजेश यादव लक्ष्मी नारायन यादव एवं सूरज पाल सिंह यादव को सजा सुना दी है।
धारा 302/149 में आजीवन कारावास व 30- 30 हजार रुपयों का अर्थदंड, अर्थदंड न देने पर 2 वर्ष की अतिरिक्त सजा सुनाई गई। धारा 147 व 148 में 10-10 का अर्थदंड तथा अर्थदंड न देने पर तीन-तीन माह की अतिरिक्त सजा दी गई। न्यायाधीश ने आदेश दिया है कि अर्थदंड की 50% की धनराशि मृतक की पत्नी को क्षतिपूर्ति के रूप में प्रदान की जाए।
आरोपियों की जेल में बिताई गई अवधि उक्त सजा में समायोजित की जाएगी। मालूम हो कि थाना मेरापुर के ग्राम नदौरा निवासी प्रभु सिंह यादव ने 24 दिसंबर 2005 को भतीजे केशव उर्फ काशीराम यादव की गोली मारकर हत्या करने के मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें गांव के संजीव उर्फ संजू, राजू उर्फ राजेश, उनके पिता दलगंजन सिंह यादव, उदय प्रताप उर्फ भोला, रघुवीर उर्फ बंगाली, बालक राम व दो सिपाहियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मुकदमे की विवेचना में सिपाही लक्ष्मी नारायन एवं सूरज पाल सिंह यादव के नाम प्रकाश में आए थे। मुकदमे के दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष दलगंजन सिंह यादव की मौत हो गई थी। एक आरोपित किशोर अपचारी घोषित है। अदालत ने साक्ष्य के अभाव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य उदय प्रताप उर्फ भोला, बालकराम एवं रघुवीर उर्फ बंगाली को बरी कर दिया।
मालूम हो कि सिपाही लक्ष्मी नारायन जनपद इटावा के थाना बसरेहर के ग्राम खरपुरी निवासी है जबकि सूरजपाल इटावा सदर के ग्राम क्योटा का रहने वाला है। दोनों की घटना के दौरान पुलिस लाइन फतेहगढ़ में तैनाती थी। ध्यान रहे दलगंजन सिंह की सैफई परिवार में रिश्तेदारी है। सैफई परिवार के प्रोफेसर के प्रभाव की बदौलत दलगंजन सिंह की सुरक्षा में सिपाही लक्ष्मीनारायण का सूरज पाल सिंह यादव की ड्यूटी लगाई गई थी।
विशेष लोक अभियोजक अशोक कटियार व अपर जिला शासकीय अधिवक्ता अनुज प्रताप सिंह ने बचाव पक्ष की ओर से जोरदार दलीलें पेश की। आजीवन कारावास की सजा की जानकारी मिलते ही दोषियों के परिवार में मातम छा गया।