फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने बैठक में करीब डेढ़ घंटे विलंब होने के लिए माफी मांगी। संबोधन शुरू करते ही माइक खराब हो गया।
भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इसमें पाकिस्तान का तो हाथ नहीं है देश के नेता ऐसा ही कहते हैं। माइक सही करने का प्रयास किया गया। लोगों ने आवाज न आने की शिकायत की तो बोले कि जितनी आवाज होगी उतने जोर से ही बोलूंगा।
वह काफी देर तक हेलो हेलो करते रहे कैसे आ जाने पर मंच से काफी दूर बैठे समर्थकों को आगे बुलाया। और स्वयं सामने वाली मेज पर बैठ गए। उन्होंने आलू की फसल की लागत आमदनी पूंछ कर आय दोगुनी होने के लिए भाजपा सरकार पर व्यंग कथा। सामने नजदीक बैठी महिलाओं से बिना माइक वार्ता करते हुए उनके स्वयं सहायता समूह को कितने रुपए मिले और कितना ब्याज लगने की जानकारी की। उन्होंने पूछा कि चुनाव में वोट के लिए बीजेपी वालों ने कितने रुपए दिए थे।

महिलाओं ने रुपए मिलने से मना किया तो बोले कि मुझे रुपए दिए जाने की पूरी जानकारी है। महिलाओं की दुखती रग को दबाते हुए कहा कि आप लोगों का अच्छा गुजारा हो रहा होगा। गैस के दाम बढ़ जाने और मुफ्त में गेहूं चावल मिलने पर चर्चा करते हुए कहा तभी आप लोगों को कमल अच्छा लगता है। वोट के बारे में बार-बार पूछे जाने पर एक महिला ने साइकिल को वोट देने की बात कही फिर उन्होंने भगवान को मानने वालों से कमल पर वोट देने के लिए हाथ उठवाया, एक महिला ने ही हाथ उठाया।
किसानों से वर्तमान व पूर्व खाद के भाव की जानकारी एवं खाद की बोरी में 5 किलो वजन होने की बाते करते हुए कहा कि खाद दोगुनी महंगी हो गई है। पीएम किसान निधि से 6 हजार रुपए मिलने से क्या गुजारा हो जाता है। श्री कुशवाह ने भाजपा की सोच पर हमला करते हुए कहा कि आप लोग महंगाई से परेशान हो जाने के बावजूद भी देश धर्म के खतरे में पड़ जाते हो और अपने बच्चों के भविष्य को भी भूल जाते हो।
रिश्वतखोरी का मुद्दा उठाते हुए लोगों से बोले की पुलिस तो तुरंत रिपोर्ट लिखकर सही न्याय करती होगी? तो कुछ लोगों ने पुलिस के साथ ही सभी विभागों में बिना रिश्वत लिए कोई काम न होने का रोना रोया। श्री कुशवाहा ने पूछा कि जब पंडित यादव लाठियाते होंगे तो क्या रिश्वत से काम चला लेते हो। उन्होंने इस अव्यवस्था के लिए समाज के लोगों को दोषी ठहराया। किसान विरोधी सरकार होने होने का प्रमाण देते हुए बताया कि देश के 100 बड़े पूंजीपतियों का सरकार ने 13 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिया है।
इतने रुपयों से पूरे देश के किसानों का कर्जा माफ हो जाता। एक लीटर डीजल की बिक्री पर सरकार 56 रुपए टैक्स लेती है पंप मालिक को मात्र 2. 25 रुपए मिलते हैं इसीलिए पंप मालिक डीजल में घटतौली करते हैं। बसपा सरकार में काबीना मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि जब तुम लोगों ने सरकार बनाई है तो खामियाजा तुम्हीं को भोगना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तुम लोग हजार पांच सौ रुपए पौआ भर शराब में वोट देकर बेटा बेटी के भविष्य को बेच देते हो।
वोट से समाज के व्यक्ति को राजा, मुख्यमंत्री बनाने की कीमत समझो। श्री कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी की हैसियत की दिलाने के लिए कहा कि तुम लोगों 25 वर्ष पूर्व पड़ोसी सैफई परिवार वालों को याद करो। जिन्होंने अपनी पार्टी बनाई और कहां से कहां तक पहुंच गए। श्री कुशवाहा ने समाज के सोते लोगों को जगाने के लिए कहा कि भगवान बुद्ध अब यहां आकर देखते होंगे तो सोचते होंगे कि जिन लोगों ने बौद्ध धर्म को खत्म किया समाज का लोग उन्हीं के पीछे लगा है।
श्री कुशवाहा ने समाज के लोगों से संगठित होकर अपनी पार्टी को वोट देकर मुख्यमंत्री बनाए जाने का आवाहन किया। इससे पूर्व रिटायर्ड रजिस्टार कानूनगो शिव कुमार शाक्य ने कहा कि समाज के लोग शराब के पौवे में वोट बेच देते हैं उन्हें वोट की कीमत नहीं मालूम। वोट की कीमत समझने की सलाह देते हुए कहा कि अपने परिवार के सभी लोगों को वोट बनवाएं।
महेंद्र शाक्य ने कहा कि हमारी हमारे समाज की 16% की भागीदारी है यदि हम लोग संगठित हो जाएं तो सरकार बना सकते हैं और किसी की सरकार को गिराने की भी दम रखते हैं। कार्यक्रम का संचालन शिव शरन शाक्य ने किया। कार्यक्रम में रिटायर्ड शिक्षक मुकेश शाक्य कालीचरन शाक्य महावीर शाक्य कमल शाक्य उर्फ ठाकुर, कवि बेचेलाल शाक्य कमलेश शाक्य विजय सिंह शाक्य संजीव उर्फ टंडन शाक्य एडवोकेट मनोज शाक्य।
नवनीत शाक्य दिव्यांग प्रताप शाक्य आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन बाईपास फर्रुखाबाद के निकट ग्राम अजमतपुर के सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल में किया गया था। शिवकुमार शाक्य ने संबोधन के दौरान खराब माइक को बदलने के लिए कहा था। तब वहां कोई भी आयोजक या जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं था। अफरातफरी के माहौल में हुए कार्यक्रम के दौरान जिलाध्यक्ष कैप्टन प्रभात शाक्य मंच से काफी दूर रहे। आयोजक आज किसी ने भी बाबू सिंह कुशवाहा को यह नहीं बताया कि इस सदर विधानसभा क्षेत्र से बीते चुनाव में महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव मौर्य की पत्नी ने साइकिल चिन्ह पर चुनाव लड़ा था।
उन्होंने कार्यक्रम के लिए मात्र 50 कुर्सी मंगाई थी। स्कूल के मालिक मुकेश शाक्य के कहने पर बाद में कुछ और कुर्सी मंगाई गई थी। उन्होंने स्कूल के माइक को दिलवाया जिसका प्रयोग होने से पीछे बैठे लोगों को भी सुनाई पड़ा। कार्यक्रम के लिए आलू आढती रामौतार शाक्य ने 25 00 रुपये चंदे में दिए थे। इसीलिए उन्हें सोशल मीडिया पर किए गए प्रचार में समाजसेवी दर्शाया गया।
जन अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने इससे पूर्व शाक्य बाहुल्य ग्राम मातापुर एवं ग्राम सलेमपुर में भी कार्यक्रम किये। दिनों दिन पार्टी का जनाधार कम होने से लोगों में बाबू सिंह कुशवाहा के प्रति लगाव कम हो रहा है। समाज के लोगों का दबंग पूर्व काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।












