हटाया गया रिश्वतखोर लेखपाल: प्रधान से पैर छुलाई में लेता था हजारों की दक्षिणा

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आखिरकार ढिलावल क्षेत्र के चर्चित भ्रष्ट रिश्वतखोर लेखपाल प्रवीण दुबे का ऊगरपुर सुल्तान पट्टी क्षेत्र के लिए तबादला कर दिया गया। उगरपुर सुल्तान पट्टी के लेखपाल अनिल वर्मा की ढिलावल क्षेत्र में तैनाती की गई है। बताया गया कि रिश्वतखोर लेखपाल प्रवीण दुबे रिश्वत लेने के बाद ही काम करता था रुपए न मिलने पर काम को ठंडे बस्ते में डाल देता था या गलत रिपोर्ट लगा कर परेशान करता था।

रिश्वतखोरी के लिए लेखपाल ने प्रवीण दुबे विनियमित क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर की तरह निर्माणाधीन भवनों के नक्शे भी चेककर कमी बताकर मोटी रकम की वसूली करता था। अवैध रूप से रुपए वसूल करने में प्रवीण दुबे ने ढिलावल के प्रधान रतनेश उर्फ मोनू कठेरिया को भी नहीं बख्सा। जरूरत पड़ने पर जब मोनू कादरी गेट स्थित लेखपाल के आलीशान आवास पर गए और सम्मान करने के लिए पैर छूने के लिए आगे बढ़े।

तो लेखपाल ने कहा कि तुम शूद्र हो तुम्हारे पैर छूने से मैं अपवित्र हो जाऊंगा। मुझे नहाना पड़ेगा इसलिए मुझे 1100 रुपयों की दक्षिणा देनी पड़ेगी। प्रधान मोनू कठेरिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रवीण ने दो बार पैर छूने पर 1100-100 लिए और एक बार पत्नी के भी पैर छूने पर दक्षिणा के नाम पर 2100 रुपए लिए थे।
मालूम हो कि थाना मऊदरवाजा के ग्राम गढ़िया दिलावल निवासी स्वर्गीय राम लाल की पुत्री शांति देवी ने 10 फरवरी जिलाधिकारी से लेखपाल की रिश्वतखोरी की शिकायत की थी।

महिला ने डीएम को अवगत कराया रामलाल के 2 पुत्रियां कांति देवी व शांति देवी है। त्रुटिवश ग्राम के अभिलेखों में केवल कांति देवी दर्ज हो गया। लेखपाल वारिसान दर्ज कराने के लिए 5 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। महिला ने डीएम से जांच कराकर न्याय दिलाए जाने की फरियाद की है। फिलहाल शांति देवी तहसील कायमगंज के ग्राम सादिकपुर निवासी नत्थूलाल पति के साथ रहती हैं।

बताया गया कि जिलाधिकारी ने एसडीएम तहसीलदार व क्षेत्रीय कानूनगो की जांच कमेटी बनायी थी। महिला की पैरवी करने वाले ग्राम प्रधान मोनू कठेरिया ने बताया था कि मैंने लेखपाल प्रवीन दुबे को लिखकर दिया कि शांति देवी स्वर्गीय रामलाल की दूसरी पुत्री है। अधिवक्ता सुग्रीव सिंह कटियार ने लेखपाल से गरीब महिला की विरासत दर्ज करने को दो बार कहा तो लेखपाल ने विरासत दर्ज करने से साफ मना कर दिया था।

बताया गया कि मसेनी क्षेत्र में तैनाती के दौरान लेखपाल प्रवीन दुबे ने वर्ष 2019 में ग्राम मसेनी निवासी महिला की विरासत दर्ज करने के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे। महिला ने 5 हजार दे दिए थे। जिसका वीडियो वायरल हो जाने पर लेखपाल को सस्पेंड किया गया था। प्रधान मोनू कठेरिया ने बताया की भ्रष्ट लेखपाल प्रवीण दुबे ने ढिलावल क्षेत्र से करीब 30 लाख रुपयों की वसूली की है।

सरकारी जमीन पर कब्जा कराने के लिए आरिफ कसाई से 1.30 लाख, मुन्ना कसाई से 1.40 लाख तथा ग्राम गढ़िया निवासी स्वर्गीय लज्जाराम राजपूत की विरासत दर्ज कराने के लिए उनके बेटे कृष्णपाल से 5 हजार रुपए लिए। अभ लोग मेरा घर घेर रहे हैं कि लेखपाल का तबादला हो गया है मेरे रुपए वापस करवाओ। प्रधान मोनू कठेरिया ने बताया कि लेखपाल ने ग्राम गढ़िया में सरकारी भवन आरआरसी सेंटर के निर्माण में कमीशन के रूप पर 42100 रुपए लिए हैं।

जिसका फोन पर पर भुगतान किया गया है लेखपाल के विरुद्ध रिश्वतखोरी के प्रमाण मौजूद हैं।

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