फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) मुख्यमंत्री योगी राज में माफिया अनुपम दुबे व उनके परिजनों के विरुद्ध मुसीबतें दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। मुकदमे दर्ज होने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। कोतवाली मोहम्दाबाद पुलिस ने जनपद मैनपुरी थाना बेवर के ग्राम नबीगंज निवासी चंद्र मोहन सूरी पुत्र तिलक राज की ओर से रिपोर्ट दर्ज की है।
मुकदमे में ग्राम सैहसापुर निवासी अनुपम दुबे उनके भाई अनुराग दुबे उर्फ बब्बन जनपद मैनपुरी थाना भोगांव के ग्राम अलीपुर निवासी आशीष पांडे अमरपाल पांडे पुत्रगण चंद्रपाल इसी थाने के ग्राम मनऊ निवासी आशुतोष द्विवेदी पुत्र भारतेंदु कोतवाली मैनपुरी के ग्राम संसारपुर निवासी दीपक दीक्षित पुत्र वेद प्रकाश थाना भोगांव के ग्राम सहारा निवासी आदेश सिंह पुत्र कृष्ण कुमार आदि को आरोपी बनाया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी चंद्र मोहन के घर गये और उनसे कहा कि तुम्हें अनुपम दुबे ने बुलाया है। चंद्र मोहन ने समय न होने पर कल आने की बात कही। तभी सभी लोगों ने गालियां देते हुए चंद्र मोहन को जबरन गाड़ी में डाल लिया और सहसापुर में अनुपम के पास ले गए। अनुपम ने चंद्रमोहन से कहा कि तुम अपनी जमीन गाटा संख्या 1014 4/3.120 हेक्टेयर में से 0.610 हेक्टेयर मेरे लोगों के नाम इकरारनामा कर दो और 90 लाख रुपए ले लो।
चंद्रमोहन ने इकरारनामा करने से मना करते हुए कहा कि मैं सभी को भूमिहीन कर दूंगा तो वह लोग क्या खाएंगे। तभी अनुपम ने कहा कि इकरारनामा नहीं करोगे तो पूरे परिवार सहित मार दिए जाओगे और तुम्हारी जमीन पर कब्जा कर लूंगा। चंद्रमोहन ने माफ कर देने के लिए अनुपम से हाथ पैर जोड़ें, तभी अनुपम ने कहा कि इसे कमरे में बंद कर दो और जब तक इसके लोग 25 लाख रुपए फिरौती के रूप में न भेजें तब तक इसे बंद रखना।
रुपए न आने पर इसे जान से मार देना। भयभीत चंद्रमोहन जमीन का इकराना करने को तैयार हो गया आरोपी दूसरे दिन चंद्रमोहन को उसके भाई नीरज के पास ले गए। जानकारी होने पर भयभीत नीरज भी इकरारनामा करने को तैयार हो गया। दोनों भाइयों को 6 अगस्त 2020 को भोगांव तहसील ले जाया गया। कोतवाली मोहमदाबाद के गांधीनगर निवासी दुर्ग सिंह पुत्र इंद्रपाल ठाकुर, कृष्ण बलराम नगर निवासी ब्रजमोहन सिंह पुत्र रामचंद्र सिंह।
किदवई नगर निवासी हरीश कुमार दुबे पुत्र राम प्रसाद दुबे, अलीपुर पट्टी निवासी आशीष पांडे पुत्र चंद्रपाल, कोतवाली फर्रुखाबाद के मोहल्ला नवाब न्यामत खां पश्चिम निवासी विनय दुबे पुत्र रमेश चंद के नाम इकरारनामा कराया गया। उसके बाद एक-एक करके चंद्र मोहन से प्लाटों का बैनामा कराया गया। बैनामों के रुपए अनुपम दुबे व उनके भाई डब्बन दुबे लेते रहे।
इन माफिया भाइयों के भय के कारण उनकी शिकायत नहीं की गई। जब चंद्रमोहन को अनुपम गिरोह के खिलाफ जनपद मैनपुरी में भी कार्यवाही होने की जानकारी मिली तब उन्होंने हिम्मत करके रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुकदमे की जांच उपनिरीक्षक विश्वनाथ आज को सौंपी गई है।