आयोग की सदस्या ने बौद्धों को संकिसा स्तूप की सुरक्षा व सुंदरीकरण कराने का दिया आश्वासन

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) संकिसा बौद्ध नगरी के निकट वाईबीएस सेंटर में आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, भारत सरकार की सदस्या श्रीमती रिंचेन लामो ने बौद्ध अनुयायियों के साथ , बौद्धों की समस्याओं एवं उनके समाधान के लिए महत्वपूर्ण बैठक की। संकिसा धम्मालोंको बुद्ध विहार एवं सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष कर्मवीर साथ के नेतृत्व में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या श्रीमती रिचेंन लामो को भगवान बुद्ध के पवित्र स्तूप स्थल की सुरक्षा एवं सुंदरीकरण के लिए ज्ञापन दिया गया।

ज्ञापन में श्रीमती रिंचेन लामो से संकिसा स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप स्थल की सुरक्षा व सुंदरीकरण कराने की मांग की गई। श्रीमती लामों को अवगत कराया गया कि जनपद फर्रुखाबाद के संकिसा स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप स्थल राजस्व अभिलेख में केंद्रीय पुरातत्व विभाग के नाम दर्ज है। पुरातत्व विभाग द्वारा स्तूप परिसर की देखरेख की जाती है।ऊंची चारदीवारी न होने के कारण अक्सर लोग दीवार से कूदकर स्तूप परिसर में गंदगी फैलाते हैं।

मेनगेट पर छोटा घटिया फाटक लगे होने के कारण वहां से भी अराजक तत्व अंदर जाकर स्तूप व खुदाई में निकले प्राचीन शिलालेख को क्षतिग्रस्त कर चुके हैं। स्तूप स्थल को सुरक्षित व उपयोगी बनाया जाये। स्तूप स्थल की बाउंड्री काफी ऊंची करा कर बड़ा एवं मजबूत फाटक लगवाया जाए। स्तूप स्थल की सुरक्षा के लिए निकट ही पुलिस चौकी पुलिस चौकी खुलवायी जाए। विदेशी पर्यटकों व भिक्षुओं की सुविधा के लिए सबमर्सिबल व पानी की टंकी लगवाकर शौचालय एवं बाथरूम का निर्माण कराया जाए।

रोशनी के लिए विद्युतीकरण अथवा सौर ऊर्जा की प्लेटें लगवाई जाए। स्तूप स्थल की सुरक्षा के लिए वहां प्रतिवर्ष अवैध रूप से लगने वाले मेले को बंद करवाया जाए। श्रीमती रिचेंन लामों ने बातों को आश्वासन दिया कि वह दिल्ली जाकर केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मांगों को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे। वाईबीएस सेंटर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध ने श्रीमती रिचेंन लामों का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्मवीर शाक्य ने की।

ज्ञापन पर डॉ धम्मपाल थैरो, रघुवीर शाक्य, राहुल एडवोकेट, डॉ देवेश शाक्य, शिवशरन शाक्य, सरदार सिंह, प्रधान हरवेंद सिंह शाक्य उर्फ लहोरे, श्रीमती सरिता शाक्य, अवनीश शाक्य, गंगादीन बौद्ध, प्रभु दयाल एडवोकेट, सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक आरडी बौद्ध, कमल सिंह, महेंद्र सिंह शाक्य ने हस्ताक्षर किए है। सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य ने बताया कि बीते दिन बुद्ध विहार में ट्रस्ट की बैठक कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

भिक्षुओं के वर्षावास को स्वच्छता पूर्वक व सुविधाजनक संपन्न कराने के लिए वरिष्ठ भिक्षु धम्म कीर्ति को बुद्ध विहार के भिक्षु संघ का प्रभारी बनाया गया। भिक्षु धम्म मित्र के चले जाने के कारण ट्रस्ट के उप प्रबंधक रघुवीर शाक्य को बुद्ध विहार कार्यालय का प्रभारी बनाया गया। श्री शाक्य ने बताया कि अस्वस्थ रहने के कारण मैं स्तूप संबंधी मुकदमों का बेहतर ढंग से पैरवी नहीं कर पा रहा हूं।

इन मुकदमों की पैरवी करने की जिम्मेदारी आरडी बौद्ध, अवनीश शाक्य, शिवशरन शाक्य, हरवेंद्र सिंह शाक्य, रघुवीर शाक्य व डॉ देवेश शाक्य को सौंपी गई है। दिवंगत मुंशीलाल शाक्य के स्थान पर हरवेंद्र सिंह शाक्य को मुकदमे में पक्षकार बनाया जाएगा। गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर कर्मवीर शाक्य ने भिक्षुओं को भोजन खिलवाया।

गुरु पूर्णिमा की बधाई।

बौद्ध एवं अंबेडकर अनुयायियों ने गुरु पूर्णिमा की बधाई देते हुए बताया कि बुद्ध ही गुरु हैं। इसी बुद्ध ने गुरु पूर्णिमा के दिन सारनाथ में पहली बार सार्वजनिक ज्ञान दिया था। बुद्ध ही गुरु हैं। इनकी ही शिक्षाएँ दुनिया भर में विख्यात हुईं। बुद्ध ही गुरु हैं। अनेक देशों में इसी गुरु के कारण अनेक शिक्षा – केंद्र खोले गए। बुद्ध ही गुरु हैं। इन्हीं का ज्ञान पाने के लिए अनेक विदेशी भारत आए।

उन्होंने बताया कि बुद्ध ही गुरु हैं। अनेक भिक्खुओं ने इसी गुरु के ज्ञान का अनेक देशों में प्रचार किया। बुद्ध ही गुरु हैं। इसलिए अनेक देशों में पढ़ाई का सत्र गुरु पूर्णिमा के माह जुलाई से आरंभ होता है। बुद्ध ही गुरु हैं। अनेक राजाओं ने गुरु पूर्णिमा के दिन अनेक भिक्खु – संघों को शिक्षा हेतु अनेक गाँव दान दिए थे।

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