फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पीयूष हत्याकांड में थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज शामिल होने का गंभीर आरोप लगाया गया। पुलिस ने दबाव डालकर ये नाम तहरीर से निकलवाकर दूसरी रिपोर्ट दर्ज की है। कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत कुमार ने घटनास्थल का जायजा लेकर एसपी को शीघ्र ही हत्यारों को गिरफ्तार करने की हिदायत दी है। आईजी ने पीड़ित परिवार से भेंट कर घटना के बारे में जानकारी की।
पीड़ित परिजनों ने आईजी को बताया इस हत्याकांड में अमृतपुर चौकी इंचार्ज सुनील यादव एवं अमृतपुर थाना इंस्पेक्टर सुनील परिहार भी संलिप्त है। आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट थे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया बल्कि मोटी रकम लेकर आरोपियों को संरक्षण देकर हत्याकांड करवा दिया है। अमृतपुर निवासी दिनेश अवस्थी के पुत्र अनुभव ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी।
तहरीर के मुताबिक सुबह 7 बजे रामबाबू अरुण विपिन विनोद अंकित अनमोल ब उनके परिवार की महिलाएं प्रीति पत्नी अरुण सीमा पत्नी रामबाबू अलका पत्नी विपिन मुस्कान पुत्री रामबाबू तथा अक्षत पुत्र अरुण आदि लोग नाजायज तमंचा लाठी-डंडों एवं धारदार हथियारों से लैस होकर अनुभव के घर में घुस गए। जिन्होंने जान से मारने की धमकी देते हुए अनुभव के भाई पीयूष को पकड़ कर अपने साथ ले जाने लगे।
पिता दिनेश चंद माता मीरा देवी बहन कुमारी दीक्षा ने पीयूष को छुड़ाने का प्रयास किया। तभी उक्त महिलाओं ने कहा कि पूरे परिवार को जान से मार दो उक्त लोगों ने अनुभव के माता-पिता एवं बहन पर असलाहों से अंधाधुंध फायरिंग की। जिससे तीनो लोग बुरी तरह घायल हो गए हमलावर पीयूष का अपहरण कर ले गए अपने घर ले जाकर पीयूष की हत्या कर दी।
अनुभव ने आरोप लगाया कि इस घटना में परोक्ष रूप से प्रभारी निरीक्षक अमृतपुर सुनील परिहार ब कस्बा अमृतपुर चौकी इंचार्ज सुनील यादव संलिप्त है। दिल दहला देने वाली घटना से भयभीत होकर पास पड़ोस के लोगों ने अपने खिड़की दरवाजे बंद कर लिए गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। अनुभव ने तहरीर में कहा है कि भाई पीयूष आईएएस की परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
कोतवाली फर्रुखाबाद के ग्राम अमेठी कोहना निवासी दिनेश मिश्रा पुत्र रामनिवास ने अनुभव की रिपोर्ट की तहरीर लिखी है। बताया गया है कि तहरीर में थाना प्रभारी चौकी इंचार्ज का नाम देखकर थाना प्रभारी के होश उड़ गए। उन्होंने अनुभव पर दबाव डालकर अपना व चौकी इंचार्ज का नाम हटवा कर दूसरी तहरीर लिखवाई।
बताया गया कि आरोपियों ने विरोधियों को खत्म करने के लिए अपनी जमीन बेच कर पुलिस को मोटी रकम दी है पुलिस आए दिन आरोपियों के घर व विवादित स्थान पर जाती थी। आईजी से पूर्व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने घटनास्थल का जायजा लेकर पीड़ित परिवार से भेंट की श्री मीणा ने मीडिया को बताया अपर पुलिस अधीक्षक से आज शाम तक ही पुलिसकर्मियों के संरक्षण के बारे में जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। माना जा रहा है कि पुलिस की जांच में दोषी न पाए जाने के बावजूद भी दागी इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज को हटाया जा सकता है।
डॉ जितेंद्र यादव ने पीयूष के शव का पोस्टमार्टम किया पीएम के दौरान पीयूष के शरीर से शरीर में लगी गोली पार दर्शाई गई।