अमृतपुर हत्याकांड में दिनेश अवस्थी की मौतः दो आरोपी भागकर थाने पहुंचे, कचहरी में पकड़े गए थे

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) अमृतपुर हत्याकांड में आज गोली से घायल दिनेश अवस्थी की भी मौत हो गई अब मरने वालों की संख्या 2 हो गई है। मालूम हो थाना व कस्बा अमृतपुर निवासी दिनेश अवस्थी गोली से घायल हो गए थे उनका कानपुर के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा था। दिनेश की आज करीब दिन के 3 बजे उपचार के दौरान मौत हो गई उनकी घायल पत्नी मीरा का इलाज चल रहा है। मौके पर ही दिनेश के पुत्र पीयूष की गोली मारने के बाद गला काटकर हत्या कर दी गई थी।

हत्याकांड के मुख्य आरोपी अरुण अवस्थी उर्फ नन्हे लल्ला व अनमोल अवस्थी सायं 5 बजे भागते हुए थाना कमालगंज में शरण ली है।उन्होंने थाने में मौजूद दरोगा हेमंत कुमार से गुहार लगाई कि हमारी जान बचा लो हमें कचहरी में वकीलों ने बहुत मारा है। वकील मार डालने के लिए हमारा पीछा कर रहे हैं। दरोगा हेमंत कुमार ने दोनों लोगों को बिठा लिया और उनसे पूछा कि तुम कहां के रहने वाले हो तो उन लोगों ने अमृतपुर का निवासी बताया।

तो दरोगा ने पूछा क्या तुम लोगों ने ही हत्याकांड किया है दोनों लोगों ने हत्याकांड के लिए सहमति जताई। दरोगा ने दोनों लोगों के मास्क कटवा कर उनके चेहरे देखे। हत्यारों का पुलिस हिरासत का ऑडियो बनाया गया इसी दौरान आरोपी पुलिस को रुपए देने लगे। तो उनसे कहा गया कि रुपए अपने पास रखो और अन्य सामान पुलिस ने कब्जे में लिया। आरोपियों ने यह कहकर कि सिर में बहुत दर्द हो रहा है दवाइयां खाने के लिए अपने पास रख ली। चर्चा है की थाने में आरोपियों की हाजिरी का यह खेल चर्चित सीओ अजेय कुमार शर्मा की देन है।

सीओ अजेय कुमार शर्मा की जनपद झांसी में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ड्यूटी लगी थी एसपी ने बीती रात सीओ को ड्यूटी से वापस बुलाया। एसपी ने सीओ को हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी में लगाया गया। चर्चा है कि सीओ की बनाई गई रणनीति के तहत कई आरोपी सुबह कचहरी हाजिर होने पहुंचे वहां पुलिस ने चारों को पकड़ लिया। जिनको एसओजी कार्यालय पुलिस लाइन फतेहगढ़ ले जाया गया एसओजी कार्यालय से ही आरोपी अरुण व अनमोल को टेंपो में बिठाकर थाना कमालगंज भेजा गया।

दोनों आरोपी कमालगंज सीएससी के पास टेंपो से उतर गए और वहां से भागते हुए थाने पहुंचे लोगों ने भागकर थाने में घुसने वालों पर आश्चर्य व्यक्त किया।
मालूम हो हत्याकांड के बाद अमृतपुर थानाध्यक्ष एवं अमृतपुर चौकी इंचार्ज सुनील कुमार यादव पर आरोपियों से सांठगांठ करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस को पहली दी गई तहरीर में थानाध्यक्ष एवं चौकी इंचार्ज का भी नाम लिखा गया था। आईजी ने भी घटनास्थल का जायजा ले कर पीड़ित पक्ष से घटना की जानकारी की थी।

एसपी ने परसों रात चौकी इंचार्ज सुनील कुमार यादव को लाइन हाजिर कर दिया था मुकदमे की जांच कमालगंज थाना अध्यक्ष अमरपाल सिंह को सौंपी गई है। जो अनय आरोपियों की तलाश में दबिश देने गए हैं।

मालूम हो कि 7 मई को विरोधियों ने जमीन विवाद की रंजिश में होनहार युवक पीयूष की गोली मारकर व गर्दन काट कर हत्या कर दी और उसके मां-बाप को गोली मारकर घायल कर दिया था थाना व कस्बा अमृतपुर निवासी दिनेश अवस्थी का परिवारीजनों से 5 डिसमिल जमीन का पुराना विवाद चल रहा है।

दिनेश का 22 वर्षीय पुत्र पीयूष सुबह 7 बजे घर से मंदिर पूजा करने जा रहा था। जब पीयूष घर से करीब 40 मीटर दूर विवादित जमीन के सामने से गुजर रहा था। उसी दौरान विरोधी बड़े लल्ला नन्ने लल्ला अरुण एवं विपिन ने पीयूष को पकड़ लिया और उसे जबरन खींच कर विवादित हाते में ले गए। वहां पीयूष के पैर बांधे गए हाथ पकड़ने के बाद गड़ासे से उसकी गर्दन काटी गई। जिसे पीयूष की तुरंत ही मौत हो गई हादसे की जानकारी होने पर जब दिनेश व उनकी पत्नी मीरा देवी घर से बाहर निकली।

उन्हें मारने के लिए करीब एक दर्जन फायर किए गए गोली लगने से दंपति गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए लोहिया अस्पताल भेजा गया हत्या एवं फायरिंग की घटना से कस्बा में भगदड़ मच कर सनसनी फैल गई। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची बताया गया कि होनहार पीयूष आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रहा था।

अमृतपुर निवासी दिनेश अवस्थी के पुत्र अनुभव ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी। तहरीर के मुताबिक सुबह 7 बजे रामबाबू अरुण विपिन विनोद अंकित अनमोल ब उनके परिवार की महिलाएं प्रीति पत्नी अरुण सीमा पत्नी रामबाबू अलका पत्नी विपिन मुस्कान पुत्री रामबाबू तथा अक्षत पुत्र अरुण आदि लोग नाजायज तमंचा लाठी-डंडों एवं धारदार हथियारों से लैस होकर अनुभव के घर में घुस गए।

जिन्होंने जान से मारने की धमकी देते हुए अनुभव के भाई पीयूष को पकड़ कर अपने साथ ले जाने लगे। पिता दिनेश चंद माता मीरा देवी बहन कुमारी दीक्षा ने पीयूष को छुड़ाने का प्रयास किया। तभी उक्त महिलाओं ने कहा कि पूरे परिवार को जान से मार दो उक्त लोगों ने अनुभव के माता-पिता एवं बहन पर असलाहों से अंधाधुंध फायरिंग की।

जिससे तीनो लोग बुरी तरह घायल हो गए हमलावर पीयूष का अपहरण कर ले गए अपने घर ले जाकर पीयूष की हत्या कर दी। अनुभव ने आरोप लगाया कि इस घटना में परोक्ष रूप से प्रभारी निरीक्षक अमृतपुर सुनील परिहार ब कस्बा अमृतपुर चौकी इंचार्ज सुनील यादव संलिप्त है। दिल दहला देने वाली घटना से भयभीत होकर पास पड़ोस के लोगों ने अपने खिड़की दरवाजे बंद कर लिए गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है।

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