फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जिले के चर्चित माफिया अनुपम दुबे के साथ ही उनके भाइयों की भी मुसीबते दिनों दिन बढ़ती जा रही है। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला भूसा मंडी निवासी बसपा नेता हाजी फजल मंसूरी ने मोहल्ला कसरट्टा निवासी बब्बन दुबे उर्फ अमित दुबे सिविल लाइन निवासी जाहिद अली खान की पत्नी श्रीमती शवा खान एवं मोहल्ला हाथी खाना निवासी हैदर अली पुत्र नबी मोहम्मद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने एसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है। व्यापारी फजल मंसूरी ने 28 मार्च 2023 को चूड़ी वाली गली में दुकान खरीदने के लिए शवा खान को 6.50 लाख रुपयों का बयाना दिया था। दुकान का सौदा 20 लाख रूपयों में हुआ था शवा खान बैनामा करने के लिए टालमटोल करती रही। बैनामा करने का दबाव डालने पर शवा खान ने फजल मंसूरी को धमकाया कि शहर के तमाम माफिया लोगों से मेरे संबंध है मैं तुम्हें जान से मरवा कर लाश भी गायब करवा दूंगी।
शवा खान ने कॉन्फ्रेंस से बब्बन दुबे उर्फ अमित दुबे से फजल मंसूरी की बात कराई। तभी हैदर अली ने फजल मंसूरी से रंगदारी मांगी और शवा खान से बयाना के रुपए न मांगने, दुकान का बैनामा न कराने के लिए धमकाया। बसपा नेता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है की शवा खान द्वारा फर्जी तथ्यों के आधार पर अदालत के जरिए मेरे विरुद्ध बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है।
जिसमें शवा खान ने अपने पति की मृत्यु 2019 में दर्शाई है जबकि वास्तव में उसके पति की मृत्यु 19/8/ 21 को हुई थी। मुकदमे में घटना 30 जुलाई 2023 को कमालगंज में एवं 4 अगस्त 23 को अमृतपुर की घटना दर्शाई गई। एसपी के आदेश पर उक्त मुकदमे की जांच महिला थाना के द्वारा की गई जिसमें घटना पूर्ण रूप से गलत पाई गई। शवा खान ने अपनी मां श्रीमती शमीम बानो के नाम मेरी साथ श्रीमती नसीम बेगम निवासी हाथी खाना से एक बैनामा कराया था।
वह भी झूठ तत्वों के आधार पर कराया था। उक्त बनाने के संबंध में मेरी सास ने अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी पैरवी मेरे द्वारा की जा रही है इसीलिए शवि खान दुश्मनी मानती है। मेरे ऊपर दबाव बनाने के लिए शवा खान अमित दुबे हैदर अली के द्वारा लगातार रंगदारी मांगने एवं मुकदमे में समझौता करने के लिए धमकाया जा रहा है। झूठे मुकदमों में फंसाने की भी धमकी दी जा रही है। रंगदारी के रूप में 10 लाख रूपयों की मांग की जा रही है।
कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने अपराध संख्या 440/23 धारा 386 387 388 एवं 506 के तहत दर्ज मुकदमे की जांच इंस्पेक्टर उदय सिंह को सौंपी गई है।