फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) गाजियाबाद से कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर अभी तक फर्रुखाबाद के शामिल न होने से जिले के लोगों की धड़कनें तेज हो गई है। कॉरिडोर में फर्रुखाबाद के शामिल हो जाने की जानकारी से जिले के के लोग खुशी महसूस कर रहे थे। बीते दिनों भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने गाजियाबाद से कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर के फर्रुखाबाद से निकलने की जानकारी दी थी।
सांसद मुकेश राजपूत ने 31 जुलाई को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र भेज कर गाजियाबाद कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर को जनपद फर्रुखाबाद से निकाले जाने की मांग की थी। श्री गडकरी ने सांसद मुकेश राजपूत को 15 दिसंबर को भेजे गए पत्र में वास्तविकता से अवगत कराया है कि आपने गाजियाबाद कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर में फर्रुखाबाद को शामिल करने के सम्बन्ध में उल्लेख किया है।
मैंने मामले की जांच कराई है और इस संबंध में आपको सूचित करना चाहता हूँ कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) का कार्य प्रांभिक स्तर पर है। अभी सरेंखण को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। डीपीआर परामर्शदाता को feasibility study के लिए निर्देशित कर दिया गया है। जिसमें आपके द्वारा सुझाए गये संरेखण का अध्ययन करने का भी निर्देश दिया गया है।
इस पत्र से साफ जाहिर होता है गाजियाबाद कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर में अभी तक फर्रुखाबाद को शामिल नहीं किया गया है। भविष्य में मैं भी शामिल हो पाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है यह सब डीपीआर परामर्शदाता के के विवेक पर निर्भर है। यदि जनपद गंगा एक्सप्रेसवे की तरह गाजियाबाद कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर में मैं भी शामिल नहीं हो पाएगा तो फर्रुखाबाद का भविष्य इसी तरह अंधकार मय रहेगा।
जिले के विकास के लिए सांसद मुकेश राजपूत को व्यक्तिगत रूप से प्रयास करके जिले को गाजियाबाद कानपुर ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर में शामिल कराना ही होगा। लोकसभा का चुनाव नजदीक होने के कारण श्री राजपूत नितिन गडकरी पर दबाव बना सकते हैं। यदि वह इस महत्वपूर्ण कार्य में सफल हो जाते हैं तो आगामी चुनाव जीतना उनके लिए काफी आसान हो जाएगा। वैसे भी करीब आधा दर्जन भाजपा नेता मुकेश राजपूत की टिकट कटवाने के प्रयास में है।
समाज से भी मोहन अग्रवाल के नेतृत्व में बीते दिनों जिले को ग्रीन कॉरिडोर में शामिल कराए जाने को लेकर जबरदस्त हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था।