फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) कोतवाली मोहम्मदाबाद पुलिस ने अदालत के आदेश पर कोतवाली मोहम्मदाबाद के मोहल्ला इंदिरा नगर निवासी जितेंद्र सिंह यादव की रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला सिविल लाइन हर्ष भवन निवासी ओमप्रकाश कठेरिया उनकी पत्नी श्रीमती चंद्रमुखी कठेरिया उनके पुत्र शिवम कठेरिया एवं स्वामी आत्मदेव गोपालानंद इंटर कॉलेज ऊगरपुर के प्रबंधक मोहम्मद नदीम को आरोपी बनाया है। जिन पर नौकरी के नाम पर लाखों रुपए लेने एवं फर्जी नियुक्ति पत्र देने का आरोप लगाया गया है।
जितेंद्र सिंह ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि मैं विद्यालय से वर्ष 2016 में शिक्षक पद से सेवानिवृत्त हुआ था। उक्त विधालय के संरक्षक व प्रबन्धक ओमप्रकाश उनकी पत्नी श्रीमती चन्द्रमुखी कठेरिया व पुत्र शिवम एवं प्रबन्धक मोहम्मद नदीम एवं तत्कालिक प्रधानाचार्य सफिया बेगम थी। सफिया बेगम की मृत्यु हो चुकी है। मेरे सेवाकाल में ही विद्यालय के प्रबन्धक ओमप्रकाश कठेरिया थे। लेकिन ओमप्रकाश कठेरिया ने अपने पुत्र शिवम कटेरिया को अपने ही विद्यालय में शिक्षक पद पर नियुक्ति करने हेतु मोहम्मद नदीम को प्रबन्धक बना दिया और अपने पुत्र शिवम कठेरिया को नियुक्ति शिक्षक पद पर करा ली। जो हत्या के मुकदमे का मुजरिम है।
इन सभी लोगों का एक सक्रिय गिरोह है जो सीधे सादे लोगों को नौकरी के नाम पर फंसाकर ठगी करते है। ये बात मुझे बाद में मालूम हुई। उक्त लोगों ने कई लोगों को ठगा भी है। वर्ष 2016 में उक्त लोगों ने मुझसे भी कहा कि हम आपके पुत्र गौरव यादव को अपने विद्यालय में शिक्षक पद पर नियुक्त कर लूंगा। परन्तु इसके बदले में आपको 22 लाख रूपये देने होगें। मैने अपने पुत्र के उज्जवल भविष्य हेतु हां कर दी और यह भी कहा कि मेरे पास 22 लाख रुपये एक मुश्त देने को नहीं हैं। तो उक्त लोगों ने आश्वासन दिया कि आप थोड़ा थोड़ा करके रूपये दे दो नियुक्ति पत्र प्राप्त होने से पूर्व समस्त धनराशि अदा कर दे।
इस पर मैने विभिन्न तिथियों में भारतीय स्टेट बैंक शाखा मोहम्मदाबाद, क्रमशः 08.02.2016 को 1,00,000 रूपये, 02.08.2016 को 100.000 रूपये, व 25.10.2016 को 1,00,000 रूपये व आपरेटिव बैंक फतेहगढ़ शाखा से 03.03.2017 को 50,000 रूपये, 09.03.2017 को 50,000 रूपये व 17.03.2017 को 2,00,000 रूपये व बैंक ऑफ इण्डिया शाखा फतेहगढ़ से 08.12.2016 को 2,00,000 रूपये, 20.02. 2017 को 740000 रूपये, व 15.03.2017 को 2.00.000 रूपये व 25.03.2017 को 2,50.000 रूपये 7.50.000 रूपये रिश्तेदारों से उधार लेकर दिया।
24.04.2017 को पुत्र गौरव यादव एवं अन्य प्रशान्त चन्द्रा, मंशाराम, अनुपम को भी जरिये डाक नियुक्ति पत्र भेजे गये। जिनमें मेरे पुत्र का नियुक्ति पत्र में फर्जी नाम अंकित किया गया। सभी लोगों को विद्यालय में कार्यभार भी ग्रहण करवा दिया गया। जब 4-5 महीने तक पुत्र का वेतन नहीं आया तो मेरे पुत्र ने उक्त लोगों से कहा कि हमारे साथ नियुक्ति हुए शिक्षकों का वेतन आ रहा है। मेरा वेतन नहीं आया इस पर उक्त लोगों ने आश्वासन दिया कि अगले महीने वेतन आपका भी आयेगा। वेतन न आने पर मैने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय फर्रुखाबाद जाकर पता किया तो पता चला कि नियुक्ति पत्र ही फर्जी है, कोई नियुक्ति नहीं है।
तब मैने उक्त लोगों से कहा कि आप लोगों द्वारा मेरे व मेरे पुत्र के साथ यह कृत्य जानबूझकर छल कपट कर धोखा देकर अवैधानिक रूप से फर्जी नियुक्ति पत्र देकर मेरा का रूपया हड़प लिया है। हम आप लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगें। इस पर उक्त लोगों ने आश्वासन दिया कि रिपोर्ट लिखाने की कोई जरूरत नहीं है आपका पैसा आपको मिल जायेगा मुझ पर भरोसा रखो। उक्त लोगों ने पैसा देने हेतु कई वायदे किये लेकिन पैसा नहीं दिया। परेशान होकर मै 16.08.2023 समय लगभग 3 बजे दिन को अपने पुत्र गौरव यादव, जनवेश सिंह कठेरिया पुत्र सुरेन्द सिंह निवासी सैंसारपुर थाना छिबरामऊ जनपद कन्नौज व अनिल कुमार गुप्ता पुत्र रामनिवास गुप्ता निवासी मोहल्ला राजीव नगर मोहम्मदाबाद के साथ विद्यालय पहुंचे।
वहां पर ओमप्रकाश कठेरिया श्रीमती चन्द्रमुखी कठेरिया व शिवम कठेरिया एवं मोहम्मद नदीम व 2-3 लोग मौजूद थे जिन्हें सामने आने पर पहचान लेगे। मैने उक्त लोगों से कहा कि आप कई वायदे कर चुके हैं। अभी तक पैसा वापस नहीं किया आज मैं पैसा लेकर ही जाऊँगा। इस पर उक्त सभी लोग मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देने लगे, विद्यालय का मैन गेट बन्द कर लिया और धमकी दी कि यदि किसी ने भी चिल्लाने की कोशिश की तो जान से मार डालूँगा।
शिवम व ओमप्रकाश कठेरिया ने भय व्याप्त कर अपने सहयोगियों के बल पर मुझसे व मेरे पुत्र से कोरे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करा लिये और धमकी दी कि कहीं भी शिकायत की तो हरिजन एक्ट व डकैती का मुकदमा लगवाऊँगा और जनबच्चा सहित मरवा दूंगा। मां बहिन की गन्दी गन्दी गाली देकर स्कूल से भगा दिया और धमकी दी कि यदि मेरे खिलाफ रिपोर्ट लिखाई तो किसी को जिन्दा नहीं छोड़ेंगां और झूठे गुकदमे में फंसाऊँगा। इस घटना की रिपोर्ट लिखाने प्रार्थी थाना मोहम्मदाबाद गया तो पुलिस वालों ने कहा कि पैसे का लेन देन है आपस में बैठकर सुलझा लीजिए यह कहकर टरका दिया।








