डॉ नवल शाक्य ने तथागत पुस्तकालय का किया उद्घाटन

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लोकसभा क्षेत्र के सपा प्रत्याशी डॉ नवल किशोर शाक्य ने आज तथागत पुस्तकालय का उद्घाटन किया। उद्घाटन अवसर पर उन्होंने पुस्तकालय के रखरखाव में सहयोग करने का वादा करते हुए संगठन के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष सेवानिवृत राजस्व निरीक्षक शिव कुमार शाक्य को 10 हजार रुपयों की आर्थिक सहायता भेंट की। तथागत संभ्रान्त नागरिक सामाजिक संगठन (शाक्य, कुशवाहा, मौर्य, सैनी समाज की प्रतिनिधि सभा) की ओर से आज दोपहर अर्राहपहाड़पुर फल व सब्जी मण्डी के सामने सम्यक बीज भंडार पर “तथागत- पुस्तकालय” का उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

नवाबगंज के धर्मपाल बौद्ध ने बुद्ध वंदना करवा कर वंदना के बारे में जानकारी दी। संगठन के अध्यक्ष कार्यकारी अध्यक्ष शिवकुमार शाक्य ने शिक्षा की देवी माता सावित्रीबाई फुले के द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने भी सजातीय लोगों को मुफ्त में कोचिंग करने की कल्पना की है शीघ्र ही कोचिंग सेंटर की इच्छा पूरी हो सकती है। वृद्धा आश्रम खोलने के लिए एक सज्जन ने आवास देने का आश्वासन दिया है। समाज की गरीब लड़कियों की शादी करवाने की भी योजना है दशकों पूर्व पूर्व सांसद दयाराम शाक्य एवं लाल बहादुर शाक्य ने मेरठ कोल्ड स्टोरेज में सामूहिक विवाह कराने की मिसाल कायम की थी।

उन्होंने संगठन की रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि हम लोग पारिवारिक विवादों को भी निपटाएंगे। यदि 10 में एक का भी विवाद निपटा दिया तो उनके हजारों रूपयों की बचत होगी और रंजिश भी खत्म हो जाएगी। श्री शाक्य ने बताया कि फिलहाल पुस्तकालय में भगवान बुद्ध डॉ आंबेडकर सावित्रीबाई फुले आदि पूर्वजों की करीब 700 पुस्तक उपलब्ध हैं। जिनमें सजातीय कवि स्वर्गीय चेतराम शाक्य उर्फ चंदन, स्वर्गीय श्रीकृष्ण ज्ञानार्थी की भी पुस्तकें शामिल हैं।

चौरसिया मझोला निवासी सेवानिवृत्त एडीओ अवधेश सिंह शाक्य ने बताया कि उनके पास तीन बड़े हाल खाली हैं जब तक स्थाई स्थान की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक वह अपने तीनों हाल कोचिंग सेंटर को देने के लिए तैयार हैं। कवि बेचेलाल शाक्य उर्फ बेचैन ने सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं में शिक्षा की ज्योति जलाई पर काव्य पाठ किया। जवाहरलाल शाक्य ने विदेश में भी भगवान बुद्ध की उपलब्धि होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि समाज को शिक्षित संगठित होकर संघर्ष करने की जरूरत है। टीका नगला निवासी शिक्षक रामकिशोर शाक्य ने पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए बताया कि समाज के लोगों को अपना गोत्र तक नहीं मालूम है हमारे समाज का गोत्र आदित्य है।

उन्होंने देश में मात्र 6 प्रतिशत बौद्धों की जनसंख्या होने पर अफसोस व्यक्त किया और कहा कि अंध विश्वासी लोग डरते हैं कि यदि उन्होंने पूजा नहीं की तो वह लोग बर्बाद हो जाएंगे। किसान यूनियन के नेता विजय सिंह शाक्य ने कहा कि अंधविश्वास की जड़े उखड़ने में समय लगेगा। लालाराम शाक्य ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि सजातीय लोग भगवान बुद्ध व सम्राट अशोक महान के नाम से अपने प्रतिष्ठान नहीं खोलते हैं। समझ आने के बाद मैंने अपनी दुकान खाद की दुकान का नाम सिद्धार्थ खाद भंडार कर दिया है।

नवाबगंज के धर्मपाल बौद्ध शाक्य ने कहा कि शिक्षित लोग भी अंधविश्वास के जाल में फंसे हैं झूठ बोलने एवं आरोप प्रत्यारोप लगाने के कारण ही संगठन टूट जाते हैं। ग्राम नेकपुर खुर्द के प्रधान देवेंद्र शाक्य ने कहा की सावित्रीबाई फुले ने समाज के साथ ही भारत वर्ष की महिलाओं का उद्धार किया है। इसी गांव के पूर्व प्रधान सुबोध शाक्य ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कुरीतियों को खत्म करने का आवाहन किया। मोहन नगर जसमई निवासी महावीर सिंह शाक्य ने कहा कि हम लोगों को भगवान बुद्ध का प्रचार करना चाहिए किसी अन्य धर्म की निंदा नहीं करनी चाहिए।

साहित्य की अनेकों पुस्तक लेकर पहुंचे डॉ रामकृष्ण राजपूत ने लोगों को सलाह दी कि वह बुद्ध को भगवान न कह कर लॉर्ड बुद्धा के नाम से संबोधित करें, बौद्ध धर्म में महात्मा शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है। उन्होंने विदेश में की गई यात्राओं की चर्चा करते हुए कहा कि श्रीलंका में 93% भूटान में 90% तक बौद्धों की जनसंख्या है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजीव गांधी कॉलोनी निवासी सेवानिवृत लिपिक राधेश्याम शाक्य ने की।

कार्यक्रम में संचालक शिवसरन शाक्य द्वारा करीबी व्यक्ति को ज्यादा बोलने का समय देने पर नाराजगी जाहिर की गई। जबकि कार्यक्रम के शुरुआत में ही संगठन के अध्यक्ष शिवकुमार शाक्य के द्वारा सभी वक्ताओं को संगठन के संबंध में ही संक्षेप में सुझाव देने को कहा गया था। कार्यक्रम में बीबीगंज टेंट वाले महेश शाक्य, सम्यक बीज भंडार के मालिक सुरेंद्र शाक्य भंते धम्म बोधि आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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