फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) प्रशासनिकअधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक के निर्णय के मुताबिक किसानों की लूट का समझौता प्रमाण पत्र तैयार कराया गया। जिस पर फिलहाल किसी पक्ष ने हस्ताक्षर नहीं किये। कल हस्ताक्षर करने को कहा गया। मंडी में आज सुबह व्यापारियों ने करीब 200 रुपए का भाव गिराकर मनमाने ढंग से आलू की खरीदारी की। दोपहर बाद मामले को निपटने के लिए मंडी सभापति नगर मजिस्ट्रेट एवं मंडी सचिव की मौजूदगी में सचिव के कार्यालय में आढ़ती व्यापारी एवं किसान नेताओं के बीच बातचीत हुई।
आपसी बातचीत में निर्णय हो जाने पर यह कहा गया के लिखित समझौता पत्र पर सभी के हस्ताक्षर होना जरूरी है। समझौता पत्र टाइप होने लगा इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट चले गए। समझौता पत्र टाइप हो जाने पर मंडी सचिव ने नौकरी फंसती देख यह कहकर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया कि मंडी अधिनियम में किसानों को उसकी फसल की तौल की पूरी कीमत मिलने का प्रावधान है। बैठक में मौजूद आलू आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर उर्फ रिंकू वर्मा ने भी यह कहकर हस्ताक्षर नहीं किये कि वह कल सभी आढतियों व व्यापारियों से बात करने के बाद ही निर्णय लेंगे।
टाइप कराया गया समझौता प्रमाण-पत्र
आज दिनॉक:- 10.01.2024 को सातनपुर मण्डी स्थल फर्रुखाबाद पर किसान,व्यापारी व आढती के साथ वार्ता की गयी। वार्ता के क्रम में तय किया गया कि आज दिनांक से किसानों की उपज की खुली नीलामी बोली के साथ बिक्री की जायेगी। जूट के पैकेट से 02 कि0ग्रा0 कटौती की जायेगी व 50 कि0ग्रा0 की तौल पर 48 कि०ग्रा० की तौल का भुगतान किया जायेगा। जिसमें पैकेट व्यापारी का होगा तथा जाली के पैकेट में 01 कि०ग्रा० कटौती की जायेगी व 50 कि0ग्रा0 की तौल पर 49 कि0ग्रा0 की तौल का भुगतान किया जायेगा।
जिसमें पैकेट व्यापारी का होगा उक्त समझौते से सभी पक्ष सहमत हैं। समझौते की मध्यस्थता मण्डी सचिव व नगर मजिस्ट्रेट/ सभापति की उपस्थिति में की गयी।
प्रथम पक्ष
द्वितीय पक्ष
गवाह
बैठक में आलू आढ़ती राम लडैते राजपूत, सुरेंद्र यादव, अरविंद राजपूत, गौरव यादव, ओमप्रकाश सेतिया एवं व्यापारी राजेश गुप्ता, सुरेंद्र पाल, सुभाष कटियार, पुरुषोत्तम वर्मा, अमित गुप्ता तथा किसान यूनियन के प्रदेश सचिव अरविंद शाक्य जिला अध्यक्ष अजय कटियार के अलावा अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे। पीड़ित किसानों का कहना है कि अभी तक किसानों की 3 किलों आलू की लूट होती थी अब तीन के बजाय 2 किलो व 1 किलो की लूट होगी। बताया गया है कि मंडी में व्यापारी एवं आढ़तियों की सांठगांठ से किसानों की लूट होती है।
जिसमें शीतग्रह मालिकों की भी बड़ी भागीदारी शामिल है। होली के बाद शीतग्रह मालिक भंडारण के लिए लाखों कुंटल आलू की खरीदारी करते हैं। आज करीब 200 रुपए भाव गिर जाने की जानकारी मिलने पर किसानों ने आलू की खुदाई बंद कर दी है। अब कल पता चलेगा की आलू आढ़ती एवं व्यापारी क्या निर्णय लेंगे और कितना आलू मंडी में पहुंचेगा।