मंडी में आलू की खरीदारी नहीं: किसान परेशान

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) माफिया व्यापारियों सोमवार को आलू की बोली नहीं लगायी। जिसके कारण आलू की खरीदारी न होने से किसान परेशान हो गए। व्यापारी पूर्व की तरह 47 किलो के भुगतान पर ही आलू की खरीदारी करने को अड़ गए हैं। कुछ व्यापारियों ने करीब 200 ₹ का भाव गिरकर करीब 1000 ₹ तक की बोली लगायी। जब आढ़ती ने 48 किलो का पर्चा बनाने को कहा तो व्यापारी ने 47 किलो की बात कहकर आलू खरीदने से साफ मना कर दिया। जिससे सुबह करीब 9.15 बजे तक आलू की बिक्री शुरू नहीं हो सकी।

सचिन किसानों की समस्या देखने के लिए मंडी नहीं पहुंचे। मंडी के कर्मचारियों ने खानापूर्ति के लिए आलू बिक्री के लिए बोली लगवाई। व्यापारी अभी तक आलू की खरीदारी पर जितना मुनाफा कमा रहे थे वह उतना ही मुनाफे पर आलू खरीदने को तैयार है। व्यापारियों की किसानों के परत कोई हमदर्दी नहीं है और इस मामले में अधिकांश आढ़तियों की हमदर्दी व्यापारियों के साथ है। आलू आरती राम लड़के राजपूत ने बताया कि व्यापारी 47 किलो पर ही आलू खरीदने पर आमादा है जिसके लिए सभी व्यापारी संगठित हो गए हैं एक व्यापारी ने बोली लगाने के बावजूद 48 किलो पर आलू की तौल कराने से मना कर दिया।

श्री राजपूत ने बताया कि मैंने समस्या के समाधान के लिए सुबह करीब 7 बजे मंडी सचिव को कई बार फोन लगाए लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया सभापति का फोन बंद था। किसानों के साथ खड़े होने वाले आरती राम लेते राजपूत ने बताया की आलू के भाव गिरने के कारण आज आलू की आमद करीब 25 प्रतिशत ही है। अधिकांश किसान आलू को कानपुर अथवा छिबरामऊ मंडी में ले जा रहे हैं जहां आलू का पूरा भुगतान मिलता है। उन्होंने बताया कि यदि किसानों की लूट बंद नहीं हुई तो किसान आलू की आवक बंद करके न्याय के लिए धरना प्रदर्शन आंदोलन करेंगे।

लगता है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान देना कतई बंद कर दिया है।