संकिसा के विकास कार्यों के लिए होगा भूमि का अधिग्रहण

फर्रुखाबाद। (एफबीडी डी न्यूज़) पर्यटन विभाग ने संकिसा में करोड़ों की लागत से विकास कार्य के लिए कमर कस ली है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने सैकड़ों एकड़ भूमि का अधिग्रहण कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए विभाग के प्रमुख ने भूमि अधिग्रहण करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भी भेज दिया है। जानकार सूत्रों के अनुसार पर्यटन विभाग ने संकिसा में बौद्ध स्तूप के निकट शीत ग्रह के आसपास अधिग्रहण के लिए जमीन चिन्हित की है। पर्यटन विभाग कई वर्षों से विकास कार्य करने के लिए जमीन खरीदने के लिए प्रयासरत रहा।

जमीन का सौदा करने के लिए राजस्व विभाग ने पूरी ताकत लगा दी अनेकों बाद जमीन खरीदने के लिए भू- मालिकों से बातचीत की गई। काफी प्रयास करने के बावजूद अभी तक मात्र 22 बीघा जमीन खरीदी जा चुकी है। विकास कार्य के लिए चारागाह की 50 बीघा जमीन सुरक्षित है। लेकिन विभाग को और करीब 100 बीघा जमीन चाहिए। अधिग्रहण के जरिए विभाग को आवश्यक रूप से जमीन मिल जाएगी। सुशील शाक्य की जब से भाजपा के विधायक बने हैं तब से वह निरंतर संकिसा के विकास के लिए सक्रिय है।

वह स्तूप का विवाद निपटने के लिए सनातन धर्मियों को प्रस्ताव दे चुके हैं कि स्तूप के ऊपर स्थित बिसरी देवी की मूर्ति के लिए वह चंदा करके दूसरी जगह आलीशान मंदिर बनवाने को तैयार हैं। लेकिन मुट्ठी भर लोग अपनी राजनीतिक चमकाने के लिए बिसारी देवी को इस स्थान पर बनाए रखना चाहते हैं। जबकि असलियत में बिसारी देवी सनातन धर्म में को देवी नहीं है पूरे देश में कहीं भी बिसारी देवी का मंदिर नहीं है। असलियत में बिसारी देवी भगवान बुद्ध की मौसी प्रजापति है। संसार में भगवान बुद्ध का स्तूप होने के कारण ही संकिसा विश्व पटल पर है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग और विकास कार्य करवाना चाहता है।

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