फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) शाक्य कुशवाहा मौर्य सैनी समाज के सम्मेलन के दौरान सपा नेता डॉ नवल किशोर शाक को उनके समर्थकों ने ही बचाने का प्रयास किया। डॉ नवल के द्वारा सपा नेता नागेंद्र सिंह शाक्य पर गद्दार होने का आरोप लगाया गया। तभी गुस्साए नागेंद्र शाक्य ने गुस्से के कारण डॉक्टर पर हमला करने का प्रयास किया। तभी डॉक्टर समर्थक पूर्व प्रधान मिथुन शाक्य एवं शिक्षक प्रवेश शाक्य ने नागेंद्र को पड़कर रोक लिया। बाद में आढती रामौतार शाक्य ने भी नागेंद्र को पकड़ लिया। पूर्व प्रधान व शिक्षक डॉ नवल के करीबी माने जाते हैं।
यदि गुस्साये नागेंद्र शाक्य, डॉक्टर पर हमला करने में सफल हो जाते तो स्थिति बहुत खराब हो सकती थी। क्योंकि मौके पर ही दोनों नेताओं के काफी समर्थक मौजूद थे।
चर्चा है कि डॉक्टर नवल नागेंद्र को अपमानित करने के लिए ही कार्यक्रम में समाप्ति के समय पहुंचे थे। जब कि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्रियंका शाक्य अपना संबोधन देकर काफी देर पहले ही चली गई थी। अब समाज के सम्भ्रांत व्यक्तियों के द्वारा दोनों नेताओं को आपस में बिठाकर राजीनामा करने के लिए दबाव डाला जाएगा। जिससे समाज के लोग आपस में फूट न पड सके और नेताओं की राजनीति पर दाग न लगे।
मंच पर रिवाल्वर का
प्रदर्शन
इसी विवाद से पूर्व आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज प्रताप सिंह को रिवाल्वर का प्रदर्शन करते देखा गया। वह मंच पर लेते वृद्ध कर्मवीर शाक्य का आशीर्वाद लेने गए थे तभी उनकी रिवाल्वर खुलेआम देखी गई। सपा नेता के चलते समय भी उनकी रिवाल्वर झलक रही थी। मंच पर आप नेता की दबंगई दिखाई दी। मुख्य वक्ता टी प्रसाद के आने पर नीरज प्रताप ने संबोधन बंद कर दिया था। टी प्रसाद का स्वागत होने के बाद नीरज प्रताप पुनः बोलने के लिए माइक स्थल पहुंचे। संचालक नागेंद्र शाक्य ने नीरज को दोबारा बोलने से यह कह कर मना कर दिया कि समय की बहुत कमी है।
इसके बावजूद भी नीरज बोलने के लिए अड़ गए तो मजबूर नागेंद्र ने उनको बोलने दिया। इसके बावजूद भी नीरज प्रताप अपनी शान में जोरदारी से गुणगान करने लगे। पास में खड़े संगठन के जिला उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र शाक्य एडवोकेट ने नीरज को रुकने के लिए इशारा किया। लेकिन नीरज लगातार बोलते रहे तीसरी बार टोके जाने पर नीरज बोले कि अब मैं 2 मिनट से ज्यादा समय नही लूंगा। इसके बावजूद कई मिनट तक अपना संबोधन खत्म नहीं किया। सजातीय लोगों को कहना था कि बीते दिनों ही नीरज के पिता का देहांत हुआ है होली के त्यौहार को पर उनका घर पर ही रहना चाहिए था।
इससे पूर्व बाईपास स्थित आरपी पैलेस में हुई समाज की बैठक के दौरान भी नीरज को लंबा भाषण देने से संचालक शिवसरन शाक्य ने रोक दिया था।