लाखों की रंगदारी वसूल कर धमकाने वाले जग्गू चन्नू पर केस

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लाखों रूपयों की वसूली कर पीड़ित को धमकाने वाले दबंग जग्गू यादव चन्नू यादव आदि के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम धीरपुर निवासी रावेन्द्र सिंह राठौड पुत्र स्वर्गीय रूपेंद्र सिंह ने कोतवाली फतेहगढ़ लोको कॉलोनी निवासी देवेंद्र यादव उर्फ जग्गू, उसके भाई योगेंद्र यादव उर्फ चन्नू व चन्नू के बेटे आर्यन तथा भोलेपुर निवासी पवन कटियार उर्फ मोनू व उनके एक अज्ञात साथी के विरुद्ध दर्ज कराई है।

रावेद्र ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि छोटे भाई अखंड प्रताप सिंह की हत्या 7 मार्च 2000 को दिनदहाड़े बदी विशाल कालेज के सामने बीच रोड पर गोली मारकर कर दी गई थी। जिसमें हत्यारे देवेंद्र यादव उर्फ जग्गू व उसका भाई योगेंद्र यादव उर्फ चन्नू पुत्रगण शिवनंदन सिंह निवासी लोको कलोनी व दो अन्य आरोपियों के खिलाफ फर्रुखाबाद कोतवाली में अभियोग पंजीकृत करवाया था।

जिसके न्याय के लिए भटकता रहा। जालसाजी करके आरोपियों ने धोखे से मेरे वकील के साथ मिलकर खाली कागज पर हस्ताक्षर भी ले लिए। 2015 में मै एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था जिससे मैं मुकदमे की पैरवी करने में असमर्थ हो गया। न्यायालय ने 2016 में एक तरफा फैसला सुना दिया जिसके खिलाफ 2020 में स्वास्थ्य सही होने पर हिम्मत व संसाधन जुटाकर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के समक्ष पेश हुआ और मुकदमे की पुनः समीक्षा करवाने की अर्जी दी।

आरोपी मेरे घर व खेत पर आकर रिट वापस लेने के लिए धमकाने लगे। मैने इसका विरोध करते हुए मना कर दिया और इसी संबंध में अधिकारियों से शिकायत करने के लिए 3 फरवरी 2020 को अपने घर से बाइक पर सवार होकर बेटे कीर्ति वर्धन सिंह के साथ सेंट्रल जेल चौराहे से होकर फतेहगढ़ जा रहे थे।

तभी रास्ते में काश्तकार कोल्ड स्टोरेज से पहले एक सफेद रंग की बड़ी गाड़ी से देवेंद्र यादव उर्फ़ जग्गू व उसका भाई योगेंद्र यादव उर्फ़ चन्नू व आर्यन यादव पुत्र योगेंद्र यादव उर्फ चन्नू निवासीगण लोको कालोनी फतेहगढ़ पवन कटियार उर्फ मोनू पुत्र केशव कटियार निवासी भोलेपुर व एक अज्ञात ने साथ आकर मेरी मोटरसाइकिल रोक ली। रोड पर मारपीट करते हुए मुझको बिठा लिया, पुत्र को धमकाया कि तेरा चाचा तो मार दिया अब तेरा बाप भी नहीं रहेगा। इसे बचाना चाहता है तो अपील की फाइल और जो खर्चा तेरे बाप ने करवाया है उसका 200000 रूपए लेकर लोको आ जाना। किसी से शिकायत की तो उसे मार देंगे।
इस घटना से पुत्र इतना भयभीत हो गया कि घर जाकर जैसे तैसे रुपये 130000 की व्यवस्था कर अपील की फाइल लेकर शाम 7.30 बजे लोको स्थित आरोपियों के निवास पर पहुंचा।

रो- रो कर गिड़गिड़ा कर अपने पिता को छुड़वाने की विनती की। जिस पर मैंने रिट की फाइल और 130000 रुपये जग्गू के हाथ में दिये। इसके बावजूद मुझे व पुत्र को बुरी तरह पीटा गया जग्गू ने दोनों हाथों से मेरा गला घोट दिया। मारपीट कर और आगे से ऐसी गलती न करने की हिदायत देते हुए भगा दिया। इस घटना से मैं और पूरा परिवार बहुत भयभीत हो गया है तब से डर के मारे इसका जिक्र किसी से नहीं किया। अब जब राज्य सरकार ने माफिया के खिलाफ मुहिम के तहत प्रशासन ने आरोपी जग्गू को गैंगस्टर एक्ट में जेल भेज दिया वह बाकी लोग फरार हैं। तो मैं हिम्मत करके अपने साथ हुए अन्याय की शिकायत कर रहा हूं।

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