फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) कंम्पिल थाना क्षेत्र के ग्राम मिलिकिया सिकंदरपुर तिहैया निवासी संदीप ने समाधान दिवस में अपने ऊपर पेट्रोल डाल कर आग लगाने की कोशिश की। जैसे ही संदीप ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डाला अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में उससे मिट्टी के तेल की बोतल छीनी गई। माचिस की तलाशी ली, दो माचिसें उसके बेग में मिली। तहसील परिसर में ही कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों के द्वारा उसे पानी से नहलाया गया। संदीप को जबरन घसीटकर पुलिस चौकी ले जाया गया।
इस दौरान रोते हुए संदीप ने बताया कि वह निर्दोष है उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। संदीप ने बताया कि उसकी जमीन पर प्रधान की शह गांव के ही लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है वह एप्लीकेशन भी दे चुका है पर कोई सुनवाई नहीं हुई इसी से आहत होकर उसने आज पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। संदीप ने शिकायती पर देकर डीएम को अवगत कराया था मेरे गाँव के दबंग लोग रामनिवास पुत्र महेन्द्र व रामनरेश, नारायण पुत्रगण रामनिवास व शिवम पुत्र रामनरेश द्वारा सार्वजनिक रास्ता तथा चक मार्ग के साथ-साथ मेरी पुश्तैनी जगह पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे है।
उक्त लोगो द्वारा सार्वजनिक रास्ता पर सन 2020 में भी कब्जा करने का तथा रास्ता बन्द करने का प्रयास किया गया जिस पर जिलाधिकारी द्वारा किये गए आदेश पर सार्वजनिक रास्ता खुलवाया गया था जिसकी प्रति संलग्न है। उक्त लोगो द्वारा चक मार्ग पर कब्जा तथा अतिक्रमण करने के विषय मे शिकायत की गयी जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जिस पर दबंग लोगो के हौसले बुलंद है और मेरी जगह पर भी अतिक्रमण करने लगे जिस पर मेरे द्वारा महोदय को दिनांक 01/03/2025 को समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
मेरी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण प्रशासन द्वारा मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है। पीड़ित ने डीएम से फरियाद की कि उपरोक्त विषय में जांच करवाकर उक्त 42 लोगो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे और चक मार्ग तथा प्रार्थी की जगह से अतिक्रमण हटवाये जाने का आदेश करने की कृपा करे। डीएम ने शिकायती पत्र पर कार्रवाई करने का आदेश किया तभी संदीप ने मिट्टी का तेल अपने ऊपर डाल कर आग लगाने की कोशिश की।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने मीडिया को बताया की एसडीएम व सीओ मौके पर जाकर इस मामले की जांच कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया किसी प्रकरण की सुनवाई चल रही थी तभी योजना को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि जांच में पता चलेगा कि युवक ने पीड़ित होकर यह कदम उठाया है या बदमाशी से उठाया गया कदम है। राजस्व विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के बारे में डीएम ने बताया कि लोग विवादित जमीन खरीदने हैं जिनका 10- 15 सालों तक कब्जा नहीं मिल पाता। उन्होंने स्वीकार किया कि जिन मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए उसमें लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि आज राजस्व विभाग की सर्वाधिक 41 तथा पुलिस विभाग की 21 शिकायते मिली है।
मालूम हो कि पीड़ित बड़ी उम्मीद के साथ तहसील दिवस, थाना दिवस एवं कार्यालयों में अधिकारियों को शिकायती पत्र देते हैं। अक्सर शिकायती पत्रों पर कोई कार्रवाई न करके खाना पूर्ति की जाती है ।जिसके कारण पीड़ित और हताश हो जाते, जबकि विरोधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। आईजीआरएस की शिकायतों पर अक्सर झूठी रिपोर्ट लगाकर खाना पूर्ति की जाती है।