फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) मऊदरवाजा थाना अध्यक्ष बलराज भाटी की टीम ने सेल्समेन की हत्या के मामले में कैंटीन वालों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मोहल्ला बंगसपुरा निवासी
विनोद यादव पुत्र वीरभान एवं मोहल्ला खड़ियाई निवासी प्रदीप पुत्र दुर्गाप्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय ने मीडिया को घटना की जानकारी दी। मालूम हो की थाना मऊ दरवाजा के ग्राम रायपुर निवासी राकेश कुमार ने 16 जून को थाने मैं रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
कि उसका भाई शिवसरन पाल मोहल्ला रकाबगंज खुर्द चिलसरा मार्ग पर स्थित देशी शराब ठेके पर सेल्समैन का कार्य करता था। जिसका मालिक भगवानदास शिवानी उर्फ मीनू पुत्र ईश्वरदास शिवानी है। मेरे भाई के प्रातः बजे घर न पहुंचने पर मेरे द्वारा दुकान पर पता किया गया तो भगवान दास ने बताया कि शिवरतन सो रहा है तो मैं घर पर वापस चला आया। घर वालो व गांव वालों को इस की सूचना दी तब तक मेरे भाई का शव लोहिया अस्पताल पहुंच चुका था मुझे अंदेशा ही नही पूर्ण विश्वास है कि भगवान दास ने ही भाई की हत्या की है। 
अभियुक्त विनोद व प्रदीप द्वारा हत्या के संबंध में पुलिस को बताई गई कहानी इस प्रकार है। पर माफी मांगते हुए बताया कि हम कई वर्षों से देशी शराब के ठेके रकाबगंज खुर्द पर साथ मिलकर कैंटीन बलाते हैं। जिसका किराया प्रतिदिन 600 रुपये के हिसाब से ठेका मालिक को देते हैं। अप्रैल महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम शिवरतन देख रहा था। शिवरतन शराब पीने का आदी था। अपनी मन मर्जी से ठेके पर शराब की बिक्री करता था।
ग्राहकों के शराब मांगने के बाद भी शराब नहीं देता था तथा अक्सर सो जाता था। जब हम दोनों उससे शराब मांगते थे तब वह शराब नही देता था। शिवरतन की इन्ही हरकतों की शिकायत हमने ठेका मालिक से की थी लेकिन उन्होने भी कोई ध्यान नहीं दिया। पिछले ढाई महीने से हमे सेल्समैन शिवरतन की वजह से काफी नुकसान झेलना पड़ रहा था। जब भी हम सेल्समैन शिवरतन से कुछ कहते थे तो वह झगड़े पर उतारू हो जाता था। 14 जून को भी शिवरतन ग्राहकों को शराब नहीं दे रहा था और ग्राहक लौटकर वापस जा रहे थे।
शिवरतन ने उस दिन काफी शराब पी ली थी और ठेका भी समय से बंद कर दिया था। हमने शिवरतन से कहा कि हमे कुछ शराब दे दो हम बेच देंगे हमारा रोज नुकसान हो रहा है, मालिक तो बड़ा आदमी है उस पर फर्क नही पड़ेगा। इस बात पर शिवरतन उग्र हो गया और हम दोनो से गाली गलौज करने लगा। इस पर हम दोनों ने शिवरतन को धक्का मार दिया तो वह गद्दी के नीचे गिर गया। शिवरतन बोला कि अब मै तुम्हे नही छोडूंगा। फिर विनोद ने शिवरतन का अपने हाथों से मुंह व नाक दबा दी और प्रदीप ने शिवरतन के दोनों हाथ पकड़ लिये।
थोड़ी देर में ही वह मर गया और कोई ठेके के अंदर न आ जाये इसलिये थोड़ी देर बाहर ही खड़े हो गये। ग्राहकों से कहते रहे कि सेल्समैन सो गया है अब नहीं उठेगा। जब लोगों का आना जाना कम हो गया तो हम दोनो भी वहां से चले गये। सुबह ठेके पर पहुंचकर मालिक को सूचना दी। जब मालिक आया तो हमने ठेके का शटर उठाकर शिवरतन को दिखाया और एम्बुलेंस बुलाकर लोहिया अस्पताल भिजवा दिया।












