फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) संकिसा में भगवान बुद्ध के स्तूप का विवाद न निबटने से पर्यटन विभाग के मंत्री जयवीर सिंह भी निराश है। आज दोपहर भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एफबीडी न्यूज के संपादक आनंद भान शाक्य ने सूबे के पर्यटन विभाग के कैबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह से सवाल किया कि अपने बीते दिनों संस्था में स्तूप को लेकर बोधन एवं सनातनियों में चल रहे विवाद को निपटने का वादा किया था।
प्रभारी मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने बताया कि मैं विधायक एवं जनप्रतिनिधियों को विवाद निपटान की जिम्मेदारी सौंप थी जिन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत की है लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है। मंत्री से पुणे सवाल किया गया कि इस मामले को निपटने का और प्रयास करेंगे के जवाब में प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मैंने प्रशासन को भी इस मामले को निपटने की जिम्मेदारी सौंप है आज जनप्रतिनिधियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में भी इस मामले को उठाया जाएगा। जब संसार के छोटे-मोटे विवाद निपटा जाएंगे तो काफी खुशी महसूस होगी।
प्रभारी मंत्री से पूछा गया कि बीते दिनों पर्यटन विभाग ने संस्था के पांच बुद्ध विहारों को विद ब्रा के विकास के लिए करोड़ों रुपए मंजूर किए हैं क्या इसी प्रकार की सुविधा जनपद मैनपुरी की सीमा में स्थित बुद्ध विहारों को भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया की संख्या स्तूप प्रमुख केंद्र है वहां जनपद मैनपुरी एवं एटा की भी सीमाएं लगती है विकास कर करने के लिए जमीन खरीदी गई है और विकास कार्यों के लिए योजनाएं बनाई जा रही है। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस के आपातकालीन की चर्चा करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तानाशाही नीतियों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया की संविधान की बात करने वाले राहुल गांधी की आपकी दादी के शासन में संविधान का खुलेआम उल्लंघन किया गया था बैठक में सांसद मुकेश राजपूत जिला अध्यक्ष फतेहचंद वर्मा विधायक नागेंद्र सिंह राठौड़ सुरभि पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार, पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल, डॉ रजनी सरीन एवं मीडिया प्रभारी मौजूद। प्रभारी मंत्री करीब 1 घंटे विलंब से पहुंचेथे। प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से कई गुना भाजपा एवं पीड़ित लोगों की मौजूदगी के कारण अपराध अपनी मची रही।
जिले के प्रभारी मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने विकास भवन के कार्यालय में आपातकाल से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया। फतेहगढ़ स्थित जे जे आर पैलेस में आपातकाल के संदर्भ में आयोजित सेमिनार को संबोधित किया।
फतेहगढ़ स्थित जेजे आर पैलेस में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए जिले के प्रभारी मंत्री व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कांग्रेस की सरकार द्वारा 1975 में देश पर लगाए गए आपातकाल का यह 50वां वर्ष है आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का वह काला अध्याय है जिसने लोकतंत्र के सभी मजबूत स्तंभों को कुचलने का प्रयास किया था। भारत के इतिहास में यह दिन कभी भुलाया नहीं जा सकता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने एक परिवार विशेष को बचाने के लिए भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने का कार्य किया था।
कांग्रेस पार्टी ने इस काले अध्याय में न केवल लोकतांत्रिक संस्थाओं को रौंदा बल्कि प्रेस की स्वतंत्रता न्यायपालिका की निष्पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलकर यह स्पष्ट कर दिया था कि जब-जब उनकी सत्ता संकट में होती है वे संविधान और देश की आत्मा को तक पर रखने से पीछे नहीं हटते हैं आज जो राजनीतिक दल उसे वक्त इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ थे संविधान की प्रशन हाथ में लेकर संविधान की बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं आज वही राजनीतिक दल उसी कांग्रेस के साथ गलवाहिया कर रहे हैं।
1975 के आपातकाल के बाद 1977 में हुए देश के आम चुनाव में जो लोग इंडिया इज इंदिरा- इंदिरा इज इंडिया का विरोध कर रहे थे वहीं राजनीतिक दल आज कांग्रेस पार्टी के इंडिया गठबंधन में शामिल है। देश में अगर किसी ने लोकतंत्र को मजबूत करने का कार्य किया तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है 1977 में देश की जनता ने कांग्रेस को उसके लगाए गए आपातकाल का दंड देने का कार्य किया लेकिन कांग्रेस पार्टी को कभी भी आपातकाल के निर्णय पर पछतावा नहीं होता है क्योंकि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती।
देश में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी दादी के काले कारनामों को भूल गए जिन्होंने संविधान की हत्या करने का कार्य किया आज वही राहुल गांधी जब में संविधान की छोटी सी पुस्तक लेकर लोगों को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान होने की आवश्यकता है जिन्होंने समय पर भारतीय लोकतंत्र को तार- तार करने का कार्य किया।
सांसद मुकेश राजपूत ने कहा भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन 1975 में निर्दयी और कूर सरकार ने भारतीय लोकतंत्र को बदनाम कर दिया देश पर आपातकाल का निर्णय लेकर भारतीय लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर कुतरघाट किया गया लोकतंत्र की रक्षा करने वाले लोगों को घरों से उठा उठा कर जेलो में ठूस दिया गया। पत्रकारिता से संबंधित लोगों को कलम चलाने से रोक दिया गया, यहां तक की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
एक प्रधानमंत्री ने अपनी सत्ता को बचाने के लिए पूरे लोकतंत्र का गला घोट दिया। नई पीढ़ी को आपातकाल जैसे दौर के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र कठेरिया ने किया। प्रभारी मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह सांसद मुकेश राजपूत जिला अध्यक्ष फतेहचंद वर्मा ने लोकतंत्र सेनानी जगदीश चंद्र पांडे कैलाश चंद्र गंगवार राजेंद्र कुमार त्रिपाठी सतीश चंद्र कटिहार राकेश कुमार कटियार विजय वर्मा अगने लाल चंद्रपाल वर्मा चंद्रशेखर वर्मा राजवीर सिंह यादव सुरेश चंद्र और राधेश्याम को शाल और माला पहनकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम के अवसर पर सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौड़ पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार पूर्व विधान परिषद सदस्य मनोज अग्रवाल कायमगंज विधायक डॉक्टर सुरभि दुग्ध संघ अध्यक्ष सत्यपाल सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ भूदेव सिंह राजपूत पूर्व जिला अध्यक्ष रूपेश गुप्ता वरिष्ठ नेता डॉ रजनी सरीन जिला महामंत्री जीएस राठौर जिला महामंत्री हिमांशु गुप्ता जिला कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता जिला मीडिया प्रभारी शिवांग रस्तोगी जिला मंत्री अभिषेक बाथम रवि बाजपेई डाॅ ठाकुर अभिषेक सिंह आदि लोग मौजूद रहे।