सपा ने पीड़ित को दी आर्थिक सहायता

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) समाजवादी पार्टी के द्वारा पीड़ित राम सिंह शाक्य को आर्थिक सहायता देकर आंसू पोंछे गए। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह यादव एंव लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी डा० नबल किशोर शाक्य के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मण्डल लोहिया अस्पताल में पीड़ित राम सिंह शाक्य से मिलने गए। प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक शाक्य प्रधान व प्रदेश उपाध्यक्ष युवजन सभा नरेन्द्र शाक्य सदस्य जिला पंचायत, हरीश कुमार यादव पूर्व चेयरमैन मोहम्दाबाद,इलियास मंसूरी जिला महासचिव।

सौरभ कटियार जिला उपाध्यक्ष, नरेन्द्र सिंह यादव विधानसभा अध्यक्ष भोजपुर,राधेश्याम सविता जिला सचिव व सह मीडिया प्रभारी, शिवम यादव जिलाध्यक्ष युवजन सभा,अफजाल अहमद फारुकी प्रदेश सचिव अल्पसंख्यक सभा,रामपाल सिंह यादव जिला सचिव व प्रभारी फ्रंटल संगठन,चंद्रेश राजपूत अध्यक्ष सदर विधानसभा, श्रीमती सुनीता शाक्य प्रदेश उपाध्यक्ष महिला सभा,श्रीमती दीक्षा शाक्य प्रदेश सचिव महिला सभा, श्रीमती प्रतिभा यादव प्रदेश सचिव महिला सभा,शिवशंकर शर्मा प्रभारी सदर विधानसभा,राजपाल यादव एडवोकेट, अखिल कठेरिया सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी छात्रसभा,आदित्य यादव एडवोकेट अकलीम खाँ जिला सचिव यूथ ब्रिगेड शामिल रहे।

जो लोहिया अस्पताल में भर्ती कोतवाली मोहम्दाबाद के पट्टी प्रदुम्मन निवासी रामसिंह शाक्य उनकी पुत्रियों दीक्षा व सुधा से मिलकर उनका कुशलक्षेम जानने पहुंचे। उन्होंने पीड़ितजनों एंव उनके परिजनों से मुलाकात कर डाँक्टरों से स्वास्थ व चिकित्सा सम्बन्धी जानकारी ली। प्रतिनिधि मण्डल ने पीड़ित परिवार को समाजवादी पार्टी की ओर से चेक सौंपकर आर्थिक सहयोग किया। एंव उन्हें आश्वासन दिया कि समाजवादी पार्टी हर दुःखी पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है।

पीड़ित परिवार अपने को अकेला न समझे जिलाध्यक्ष यादव ने कहा कि रामसिंह शाक्य एंव उनकी बेटियों के साथ मारपीट की जो घटना हुई है वो दु:खद और निंदनीय है। समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि उपरोक्त घटना में आरोपी युवक को सांसद फर्रुखाबाद सपाई गुण्डा कह कर संबोधित कर रहे हैं। जब हमने पड़ताल की तो पाया कि उक्त आरोपित मानवेन्द्र यादव उर्फ टाॅर्जन कभी भी समाजवादी पार्टी का सदस्य व पदाधिकारी नहीं रहा है और न ही समाजवादी पार्टी के किसी कार्यक्रम में उसकी कोई भूमिका रही है।

बल्कि हमने देखा है कि भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं विधायक, एम.एल.सी. राज्यमंत्री और यहाँ तक कि खुद सांसद फर्रुखाबाद के साथ आरोपित मानवेन्द्र यादव के फोटो उसके भाजपाई होने का प्रमाण बनकर शिलालेखों की तरह सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पीडीए एकता से घबराए हुए लोगों द्वारा पीडीए परिवार को बांटने की ये कुत्सित राजनैतिक साज़िश सरेआम उजागर हो चुकी है।

इससे प्रमाणित होता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता समाजवादी पार्टी को बदनाम करने के लिए अपने खुद के पाले-पोशे गुण्डों से गुण्डई कराते हैं। फिर किसी न किसी रूप से उसे समाजवादी पार्टी से जोड़ने का प्रयास करते हैं। समाजवादी पार्टी का मतलब सिर्फ यादव नहीं है समाजवादी पार्टी का मतलब पीडीए परिवार है और पीडीए का पी समाज के हर “पीड़ित” को अपने में समायोजित कर रहा है। किसी अपराधी के सिर्फ यादव होने मात्र से उसे जाति के आधार पर पार्टी से जोड़ देना सांसद की जातिवादी राजनैतिक मानसिकता को प्रमाणित करता है।

जाति-गत कारणों से ही अगर हर यादव समाजवादी है तो भाजपा में संगठन सहित सरकार में तमाम पदों पर यादव समाज के नेता बैठे हैं तो क्या वो भी सपाई हैं ? सांसद द्वारा एक अपराधी को जाति विशेष के कारण ही एक पार्टी से सम्बद्ध कर देने और मिथ्या आरोप लगाने से समाजवादी पार्टी के असंख्य कार्यकर्ताओं की भावनाएँ आहत हुईं हैं। सांसद को अपना बयान बापस लेना चाहिए।

डा० नवल किशोर शाक्य ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि का किसी पीड़ित से मिलना उसे न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाना अच्छी बात है। लेकिन सांसद ने नगला छेदा बाले प्रकरण को इतनी मुखरता से क्यों नहीं उठाया? क्योंकि वहाँ उनके खुद के प्रतिनिधि के दबाव और उत्पीड़न तथा पुलिस की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर दिलीप राजपूत ने आत्महत्या कर ली थी। जनपद के एक बड़े जनप्रतिनिधि होते हुए वो अपने कार्यकर्ताओं से अपने ही समाज का उत्पीड़न करा रहे हैं और उस अत्याचार की इंतेहा कि पीड़ित व्यक्ति आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने को मजबूर है।

इन दोनों मामलों में आरोपियों को बचाने का काम पिछले दरबाजे से कौन कर रहा जनता देख रही है। समाजवादी पार्टी हर पीड़ित के साथ खड़ी है। आज उस आरोपी के खिलाफ पार्टी जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह यादव के नेतृत्व में सबसे ज्यादा यादव समाज के ही लोग आए हैं। हम सभी प्रशासन से मांग करते है कि दोषियों को सजा अवश्य मिले चाहे वह कोई हो और कितना भी असरदार क्यों न हो।

पीड़ित परिवार से अस्पताल में मुलाकात करने के बाद प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक से भेंटवार्ता कर घटना की निष्पक्ष जांच करवाकर अपराध में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। तथा नगला छेदा प्रकरण में हुई त्वरित कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षक एवं थाना पुलिस को धन्यवाद भी दिया। अपेक्षा की कि इसी तरह से अपराधियों के खिलाफ पुलिस नकेल डाले ताकि अपराध नियंत्रित हो।

पुलिस अधीक्षक ने सपा नेताओं को बताया कि एफआईआर पंजीकृत हो चुकी है मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धाराएं तरमीम कराईं जाएंगी किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा चाहे उनके पीछे कोई खड़ा हो। पीड़ित परिवार को न्याय और दोषियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है। यह जानकारी सपा के मीडिया प्रभारी ने दी है। पता चला है कि पीड़ित को 20 हजार रुपयों की चेक दी गई है। इसका उल्लेख प्रेस विज्ञप्ति में नहीं किया गया।

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