भाकियू की मांगों पर समय मांगा गया

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) बिजली विभाग के अधिकारियों ने भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) गुट के धरने को गंभीरता लेकर समस्याओं को दूर करने के लिए 15 दिन का समय मांगा है।
जिलाध्यक्ष अजय कटियार के आवाहन पर कार्यकर्ताओं ने आज भोलेपुर स्थित अधीक्षण अभियंता के कार्यालय के सामने धरना दिया। टोपीधारी किसान हाथों में डंडा थामे रहे। यूनियन की ओर से नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के अधिशासी अभियंताओं को ज्ञापन दिया गया। यूनियन की ओर से आधा दर्जन मांगों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई।

जिनमें जनपद में 10 घंटे नलकूप पर विद्युत सप्लाई शासन द्वारा जो प्रदत्त की गई है वह नहीं मिल पा रही है किसान परेशान है अभिलंब व्यवस्था में सुधार किया जाए। विजिलेंस टीम के प्रभारी राघव राम पांडे छापेमारी के नाम पर किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं। कनेक्शन काट के लाइन उतार लाते हैं और कार्यालय में बैठकर दलालों के माध्यम से आर्थिक लाभ लेकर मामले का निस्तारण करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को लंबे समय से बिल उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। जिस कारण उन्हें उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में असुविधा हो रही है।

जब वह संबंधित कार्यालय में जाते हैं तो उन्हें टरकाया जाता है कार्यालय पर दलालों का कब्जा है। अभिलंब बिल भेजे जाएं यदि बिल नहीं भेजे जाते हैं और विधुत सप्लाई काटी जाती है तो किसान इसका विरोध करेगा। शासन से जारी आदेश के क्रम में संविदा कर्मी को उसके गृह क्षेत्र से हटाकर किसी अन्य फीडर पर भेजा जाना प्रस्तावित था। 5 मार्च 2025 को यूनियन ने मांग की थी तब आपने 31 मार्च का हवाला दिया था।

अभिलंब मुझे दस्तावेज उपलब्ध कराएं जिसमें संविदा कर्मियों के ट्रांसफर की पूरी सूची हो।
शहरी अधिशासी अभियंता बृजभान सिंह का बर्ताव किसानों और आम जनमानस के प्रति अच्छा नहीं है बातचीत का लहजा बेहद निंदनीय है। वह अभिलंब अपने आचरण को बदलें और शासन की मंशा के अनुरूप काम करें। मुझे शासन या अपने विभाग द्वारा जारी उस आदेश का भी दस्तावेज दें। जिसमें यदि शहरी उपभोक्ता 5 किलो वाट का कनेक्शन लिए हुए हैं और 10 किलोवाट का लोड बढ़ाना चाहता है।

आप उसका लोड न बढ़ाकर अलग से एक इस्टीमेंट बनाते हैं तो यह कहां तक सही है यदि ऐसा नियम है तो मुझे नियमावली की कॉपी उपलब्ध कराई जाए। अधिकारियों से बिजीलेंस टीम के रिश्वतखोर प्रभारी राघव राम पांडे को बर्खास्त किए जाने की मांग की गई। अधिकतर अभियंता ने धरना स्थल पर जाकर यूनियन वालों की समस्याओं को सुना। अधिकारी इस इंतजार में थे कि शाम 5 बजे के बाद धरना खत्म कर दिया जाएगा। यूनियन की ओर से पहले ही घोषणा कर दी गई थी कि जब तक रिश्वत खोर जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त नहीं किया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा।

शाम होने पर यूनियन की ओर से जब खाना बनाने की तैयारी की गई तब नगर व देहात के अधिशासी अभियंताओं ने यूनियन के नेताओं से बात की। अधिकारियों ने समस्याओं का समाधान करने के लिए 15 दिन का समय मांगा। धरना स्थल पर प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शाक्य, मंडल उपाध्यक्ष के लक्ष्मी शंकर जोशी सहित करीब एक सैकड़ा किसान मौजूद रहे। बाकियों प्रवक्ता अभय यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों के आश्वासन के बाद शाम 7.30 बजे धरना खत्म किया गया।

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