फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) अदालत के आदेश पर कम्पिल थाना पुलिस ने ग्राम शाहपुर गंगपुर निवासी बबलू मिश्रा पुत्र स्व रामशंकर की ओर से गौशाला में गबन करने वालों के विरुद्ध मुकदमा काम किया है। बबलू मिश्रा ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि किसान हूं तथा मेरा तथा मेरे परिवार का जीवन पूर्णतया कृषि पर ही निर्भर है। पिछले 3 वर्षों से ग्राम प्रधान के आग्रह पर प्रार्थी ने अपने खेतों की पूरी गन्ने की व गेंहूं की फसल का भूसा गांव की गौशाला में आपूर्ति करनी शुरू की थी। जिसका पूरा भुगतान वर्ष 2022 व 2023 का ग्राम प्रधान द्वारा किया जा चुका था। इस पर प्रार्थी ने प्रधान के कहने पर अपनी फर्म कामधेनु इण्टरप्राइजेज रजिस्टर करायी तथा इस वर्ष 2024 में अपनी फर्म के जरिये भूसा व हरा चारा (गन्ना) गोशाला में दिया था तथा प्रधान व सचिव के द्वारा जून 2024 में भुगतान कर दिया गया।
इस वर्ष 2025 में ग्राम प्रधान ने गोशाला की 80 बीघा भूमि पर गेहूं की फसल की थी जिसमें लगभग 400 क्विंटल गेहू व लगभग 1000 क्विंटल भूसा हुआ था जिसको ग्राम प्रधान व सचिव ने फर्जी वाड़ा करके षणयन्त्र करके गौशाला के नाम पर उक्त फसल को बेच दिया तथा 4 साल का गोबर व घूरा नीलाम करने के बजाय खुद गबन करके अपने खेतों में डाला तथा कुछ बेच दिया। तथा पूरा पैसे का आपस में बंदरबांट कर लिया जिसकी मौखिक शिकायतें गांव के लोगों के द्वारा की गयी जिस पर किसी प्रकार की कार्यवाही न होने से प्रधान व सचिव के हौसले बुलन्द हो गये। वह हम लोगों से रंजिश मानने लगा। प्रार्थी ने इस वर्ष 2025 में प्रार्थी ने अपनी फर्म के जरिये अपनी फसल का तथा गांव तथा अन्य स्थानों से खरीद करके गोशाला को 1263.25 क्विंटल भूसा 800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से तथा 869.75 क्विंटल हरा चारा रु 470 की दर से कुल 14,19,382 का विक्रय किया था।
लेबर को नकद कई किश्तों में कुल 5, 95,000 रुपये का भुगतान किया था जिसमें से 3 लाख 30 हजार रुपया प्रधान ने नकद प्रार्थी को वापस कर दिये थे। प्रार्थी की शेष रकम का भुगतान ग्राम प्रधान तथा नकद प्रार्थी को वापस कर दिये थे। प्रार्थी की शेष रकम का भुगतान ग्राम प्रधान तथा ग्राम सचिव द्वारा गोशाला के खाते से किया जाना था। किन्तु प्रार्थी लगातार चक्कर काटता रहा लेकिन प्रधान व ग्राम सचिव लगातार बहानेबाजी करते रहे। कुछ समय बाद प्रार्थी को जानकारी हुयी कि ग्राम सचिव रवीन्द्र सिंह तथा प्रधान पुत्र मनोज तथा ग्राम प्रधान मीरा देवी तथा प्रधान का सगा भांजा ने षणयन्त्र करके गोशाला का धन हड़पने के लिये साजिश रची तथा जिसमें उझियानी निवासी वेदप्रकाश को भी लालच देकर शामिल किया गया।
वेदप्रकाश की फर्म वेदप्रकाश ट्रेडर्स में प्रार्थी को देय धन में से 12,14,000/का भुगतान करके वेदप्रकाश को 45 हजार रुपया देकर शेष रकम का गबन प्रधान व ग्राम सचिव ने कर लिया। मीरा देवी के भांजे के खाते में 4,74,000 में भुगतान करा कर उसका भी बंटवारा कर लिया गया। प्रार्थी ने जब उक्त प्रधान तथा प्रधान पुत्र से कहा तो 08/06/2025 को प्रधान पुत्र मनोज उसका चाचा सत्यपाल व दुष्यन्त मेरे घर में घुस कर आ गये तथा हमें मां बहिनों की गन्दी गन्दी गालियां देने लगे। मौके पर गांव वालों के आ जाने पर उक्त लोगों ने धमकी दी कि अगर दोबारा पैसे मांगे या अब कहीं शिकायत की तो जान से मार डालेंगे।
उक्त ग्राम प्रधान तथा प्रधान पुत्र मनोज तथा ग्राम सचिव तथा दुष्यन्त व वेदप्रकाश ने साजिश करके गोशाला के धन का गबन किया है जिसके कारण प्रार्थी पूरी तरह से बरबाद हो गया है। तथा उक्त ग्राम प्रधान ने गोशाला का गेंहू व भूसा का लगभग 15 लाख रुपये का गबन किया है। प्रार्थी अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये लगातार कम्पिल थाने के चक्कर काटता रहा। बताया जाता है की गैर जानकर प्रधान एवं सचिवों ने प्राइवेट युवकों को डोंगल, आईडी व पासवर्ड दे रखे हैं जो रूपयों का लेन-देन कर अच्छा खासा कमीशन वसूलते हैं।

