डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता की मौत: भाग गए कर्मचारी

फर्रुखाबाद अब्द न्यूज़ डॉक्टर की लवर भाई से प्रसूता श्रीमती निशा की मौत मौत हो जाने पर भाई के कारण कर्मचारी अस्पताल से भाग गए। निशा थाना मऊ दरवाजा के मोहल्ला चोबदारान निवासी अंकित राठौर की 24 वर्षी पत्नी थी। अंकित का करीब डेढ़ वर्ष पूर्व कोतवाली फतेहगढ़ के ग्राम निरहुआ निवासी निशा से विवाह हुआ था। अंकित ने प्रसूता पत्नी को रविवार को फर्रुखाबाद कायमगंज बाईपास स्थित लखदाता हॉस्पिटल में भर्ती कराया था निशा को सोमवार की बच्चा को हुआ उसके बाद उसकी हालत खराब हो गई। अंकित ने यह जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि आज सुबह करीब 7 बजे डॉक्टर ने पत्नी को इंजेक्शन लगाया इंजेक्शन लगाने के बाद पत्नी निशा की मौत हो गई तब डॉक्टर ने कहा कि इसकी हालत गंभीर है इसे बाहर ले जाओ।

अंकित ने बताया मैंने डॉक्टर से कहा कि निशा की मौत हो चुकी है इसके बाद जो डॉक्टर ने जबरन निशा को अस्पताल से भिजवा दिया। लोहिया अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने बताया कि इसकी काफी देर पहले ही मौत हो चुकी है। निशा को लेकर वापस आए, तब तक अस्पताल के सभी कर्मचारी भाग चुके थे।
अंकित के पड़ोसी चेतन शर्मा ने मीडिया को बताया की कि मेरे दोस्त की बहन निशा को ऑपरेशन से बच्चा हुआ था। आज डॉक्टर ने तीन इंजेक्शन लगाये और निशा की हालात बिगड़ने पर कहा कि लोहिया अस्पताल ले जाओ। लोहिया अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने निशा को मृत घोषित कर दिया जब निशा के शव को लेकर यहां आए तो अस्पताल की नर्स आदि कोई कर्मचारी नहीं था निशा का बच्चा अस्पताल में था।

जसमई दरवाजा पेट्रोल पंप के सामने स्थित अस्पताल के बोर्ड पर डायरेक्टर शिवम कुशवाहा एवं संचालक निशा सक्सेना के नाम व फोन नंबर अंकित है। शिवम कुशवाहा ने एफबीडी न्यूज को बताया कि मैं आठ माह से अस्पताल नहीं गया हूं मेरी बीमार मां टाटा हॉस्पिटल में भर्ती है। जब शिवम से घटना के बारे में पूंछा गया तो उसने कहा की आपकी आवाज नहीं आ रही है और बाद में मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। जसमई चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार यादव ने निशा के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। समय पर पीएम संबंधी कागजात न पहुंचने के कारण निशा के शव का आज पोस्टमार्टम नहीं हो सका। चौकी इंचार्ज अरविंद यादव ने बताया कि मैं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पीएम हुआ या नहीं यह जानकारी नहीं है, उन्होंने बताया कि मृतका का बच्चा परिजनों के पास था।

(मुन्ना गुप्ता की रिपोर्ट)

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