फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जिला पंचायत के कर्मचारियों द्वारा लाइसेंस एवं जुर्माना के नाम पर व्यापारियों के साथ हजारों रूपयों की अवैध वसूली की जा रही है। जिला पंचायत की ओर से लाइसेंस बनवाने के लिए थाना मऊ दरवाजा के बाईपास ग्राम कुइयांबूट के व्यापारी मनोज शाक्य, सत्यप्रकाश शाक्य एवं पुष्पेंद्र राजपूत को नोटिस भेजे गए। दुकानदार मनोज शाक्य ने बताया की मुझको दो नोटिस दिए गए, मैंने जिला पंचायत कार्यालय जाकर लिपिक नफीस से संपर्क किया तो उन्होंने जुर्माना सहित 13 हजार रुपए जमा करने को कहा।
बाद में लिपि के 7 हजार में मान गया मैंने करीब एक पखवाड़े पूर्व उनका 7 हजार रुपए दे दिए। लेकिन लिपिक ने रूपयों की कोई रसीद नहीं दी और यह कहा कि मैं आपका दुकान के रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन करूंगा। आपके मोबाइल में ओपीटी नंबर आएगा। श्री शाक्य ने बताया कि अभी तक मुझसे ओपीटी नंबर के बारे में जानकारी नहीं ली गई। उन्होंने बताया कि लिपिक ने मेरे मामले को अदालत में भेजने की चेतावनी दी थी तब मैंने मुकदमेबाजी की झंझट से बचने के लिए मुंह मांगे रुपए दे दिए। श्री शाक्य ने अफसोस जाहिर किया की जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र शाक्य ने मेरा कोई सहयोग नहीं किया।
रिश्तेदार होने के कारण मैंने उनसे संपर्क किया था तो उन्होंने कहा था कि यह हमारे विभाग का मामला है हम चलकर मामले को निपटा देंगे। व्यापारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि मेरे पास अदालत से नोटिस आया तब मैंने जिला पंचायत के लिपिक से संपर्क किया तो उन्होंने 20 हजार रुपए जमा करने को कहा। जिसमें 4000 रजिस्ट्रेशन शुल्क, 4300 रुपए जुर्माना, 2100 वकील की फीस, 800 रुपये समझौते के एवं 8000 रुपये सीपी टैक्स बताया गया जो मेरी समझ में नहीं आया। यदि मुझसे वाजिद शुल्क मांगा जाता तो मैं जमा करने को तैयार हूं। ग्रामीण क्षेत्र के व्यापारियों को यह जानकारी नहीं है कि उनको जिला पंचायत से दुकान का रजिस्ट्रेशन करना है।
रजिस्ट्रेशन करने के लिए विभाग के किसी कर्मचारी ने पहले संपर्क नहीं किया और न ही इस प्रकार का कोई प्रचार किया गया है। लिपिक द्वारा रुपए लेकर रसीद न देना यह साबित करता है की अवैध वसूली की गई है। चर्चा है कि विभाग के कर्मचारियों ने इलाके में दलालों को सक्रिय कर दिया है जो प्रमुख व्यापारियों को निशाना बनाकर उनसे अवैध वसूली करवाते हैं। एफबीडी न्यूज की ओर से संबंधित लिपिक नफीस से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जिस किसी व्यक्ति को कोई शिकायत है तो वह कार्यालय में आकर उनसे मिल सकता है मैं इन लोगों को नहीं जानता हूं। भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष होने के कारण अवैध वसूली के मामले में भाजपा सरकार की छवि धूमिल हो रही है।








