डीएम बोले: और मजबूत हो नेकी की दीवार

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) साहस इंडिया ग्रुप ने आज कृष्णा पैलेस, डीडी सिनेमा में नेकी की दीवार का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी, मेजर एस डी सिंह यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रंगनाथ मिश्रा, ब्रह्माकुमारी की शोभा दीदी तथा एन केपी डिग्री कॉलेज की प्रधानाचार्य शशि किरण के द्वारा भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। जिसमें सरस्वती बालिका विद्या मंदिर सेनापति की बालिकाओं ने वंदे मातरम गीत का गायन किया। इससे पूर्व डीएम ने पिता काटकर आयोजन स्थल का उद्घाटन किया डीएम ने नेकी की दीवार पर टांगें वस्त्रों को देखा। संस्था के अध्यक्ष सुबोध शुक्ल ने भू विर्सजन रथ चालक रमेश बाथम एवं चंद्र शर्मा का शाल उड़ाकर सम्मान किया।

जिलाधिकारी ने गरीबों को कंबल वितरित का किये। अमन अवस्थी के द्वारा संस्था का परिचय कार्यक्रम के मध्य शब्दों के माध्यम से कराया गया। जिसमें श्री अवस्थी ने बताया की संस्था विभिन्न कार्यक्रम इस जिले में आयोजित करती है जिसमें प्रमुख रूप से खंडित मूर्तियों एवं पूजन सामग्री को घर-घर से एकत्रित करना और उसको व्यवस्थित रूप से विसर्जन करना एवं सर्दियों में नेकी की दीवार कार्यक्रम द्वारा गरीबों को वस्त्र उपलब्ध कराए जाते हैं। 26 जनवरी पर संस्था राष्ट्रगान का आयोजन करती है तथा अनेकों कार्य समाज के सहयोग के लिए संस्था करती है।

मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि ठंड की गति में जो भी सहभागिता है जिस मात्रा में भी सहभागिता है उस मात्रा में सभी सहभागी बने है इसी श्रेष्ठ भाव के साथ शामिल हैं इसके लिए सभी को साधुवाद धन्यवाद। संस्कार भारती को भी धन्यवाद कि वह संस्कार को स्थापित करने में अपनी भूमिका निभा रहा है लोगों को जोड़ने में मार्गदर्शन दे रहा है अपने सनातन धर्म संस्कृति की परिकल्पना भी संरचनात्मक उद्देश्य भी यही रहा है आप देखते होंगे मदन मोहन मालवीय के जीवन को आप पढ़े तो कैसे घर में जन्म लिए जिसमें भरपेट भोजन भी हमेशा उपलब्ध नहीं होता था पिताजी का जीवकोपार्जन केवल जिजमानी पूजा पाठ इत्यादि पूजा पाठ सतनारायण भगवान की कथा करवा कर जो उपलब्ध होता था तो उसी हिसाब से जीवन चलता था। यानि अपना कोई भौमिक या रेगुलर आय का साधन नहीं था और उन्होंने दानदाताओं को जोड़कर एक ऐसा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन स्थापित कर दिया जो बड़े-बड़े धनवान भी स्थापित करने की स्थिति में नहीं है।

वह हमेशा कार्य को अपना आदर्श मानते थे उनका उनके जीवन का लक्ष्य था जीवन तो प्राणी नाम क्या है जरूरतमंद जिसके चलते उसकी परेशानी हो रही है उसके नैसर्गिक जीवन चर्या में कठिनाई हो रही है दुखी हो रहा है। उसमें सहयोगी बन जाए तो उसका संकट का निवारण हो जाता है तो ठंड के दिन में आप लोगों ने जो वस्त्र संग्रहण करके जरूरतमंद को देने की यह परंपरा शुरू किया है वह अत्यंत प्रशंसनीय है। क्योंकि भोजन कपड़ा मकान नैसर्गिक जरूरत है अपरिहार्य जरूरत है सबके लिए अपनी यह भावना प्रशंसनीय है नेकी की यह दीवार और मजबूत हो यह भाव ह। और यह उसे संकल्पना को भी बल दे रहा है जैसे कि संपूर्ण सृष्टि परमात्मा के सृष्टि है अलग-अलग हम अपने कर्म फल सिद्धांत के अनुसार जन्म जन्मांतर के कर्मों के आधार पर किसी भी स्थिति में कहीं जन्म लिए हैं किसी दायित्व में है लेकिन सब परमात्मा के अंश है।

आत्मा परमात्मा से कनेक्ट है उसी का अंश है तो भगवान की ओर से कहा गया है उसमें इस संपूर्ण सृष्टि ईश्वर का विस्तार है और जो भी कुछ है ईश्वर का है और इस पर हमारे परमपिता है परमपिता है तो उन्होंने यह छूट दे रखी है की प्रकृति के जितने भी चीज हैं जो भी संपत्ति है संपदा है धन है उसका अपने नैसर्गिक जीवन निर्वाह और दायित्व निर्वाह में जितनी जरूरत है उतना का उपभोग कर सकते हैं उसकी छूट है लेकिन उससे ज्यादा है तो वह हमारा नहीं है भले हमारे पास है वह किसी दूसरे काम से तो इस भाव के साथ जिस अनुपात में ही सही तो उसे भाव को प्रकट करते रहने से वह परंपरा भी वसुदेव कुटुंबकम् कहिए या फिर सियाराम मय सब जग जानी भाव को प्रतिष्ठित होती रहेगी वयं राष्ट्रीय स्वयं राष्ट्रीय जागरण तो इस राष्ट्र को इस रूप में मजबूत बनाने के लिए पुरोहित की भांति यह सब कार्य हैं इस संस्थाएं हैं यह जुड़ाव है मैं इसमें सभी लोगों को साधुवाद दे रहा हूं धन्यवाद दे रहा हूं संस्था की मंगल कामना कर रहा हूं और भी ऐसी चीजों को जोड़ और भारत को समृद्ध समृद्ध और संस्कार युक्त भारत बनाने में अपनी भूमिका निभाई

शोभा दीदी अपने व्यक्तित्व में कहा कि अगर हम अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाते रहेंगे अर्थात जहां पर हमारी भूमिका जो है उसको सही से निभाएंगे तो निश्चित हमारा भारत स्वच्छ सुंदर और विश्व गुरु बनेगा। मिनी कप डिग्री कॉलेज के प्रधानाचार्य शशि किरण ने कहा की निश्चित ही भारत में बहुत से परिवर्तन हुए हैं परंतु अभी भी परिवर्तन होना आवश्यक है जिसमें ऐसे कार्यक्रम जिसमें हम अपने कमजोर वर्ग को मजबूत कर रहे हैं, का होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि उच्च वर्ग की जिम्मेदारी है की निम्न वर्ग को भी अपने साथ लेकर चले उनकी सहायता करें। यह कार्यक्रम उस उत्कृष्ट श्रेणी में आता है उन्होंने इस ग्रुप के संचालक को उनके सदस्यों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं। मेजर एसडी सिंह यूनिवर्सिटी के उप कुलपति ने अपनी बात में इस आयोजन की बहुत सराहना की। संस्था अध्यक्ष सुबोध शुक्ला ने सभी का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद पाण्डेय ने किया इस अवसर पर संस्कार भारती अध्यक्ष अनिल प्रताप सिंह, व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सदानंद शुक्ला, व्यापारी नेता मनोज मिश्रा, विशाल दुबे, विमलेश मिश्रा, सौरभ मिश्रा, सौरभ शुक्ला, नवनीत मिश्रा, संजय गर्ग श्रीमती प्रीति मिश्रा, वैभव सोमवंशी ने आयोजकों को इस आयोजन की शुभकामनाएं दी।

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