अधिक आलू पैदा करना किसानों की बर्बादी का कारण बना: नहीं निकलती है लागत

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आलू की बंपर पैदावार करने के कारण ही किसान बर्बाद हो गए हैं। एशिया की सबसे बड़ी सातनपुर मंडी में आज सोमवार को आलू 300 से 600 रुपए प्रति कुंटल के भाव बिका। जबकि शनिवार को आलू का भाव 275 से 500 कुंटल था 4 दिन पूर्व आलू 150 से 300 के भाव में बिका था। आलू आढती एसोसिएशन के अध्यक्ष रिंकू वर्मा ने बताया कि गत वर्ष इस दिनों आलू का भाव 700 से 800 प्रति कुंटल था। आमदनी करीब 200 ट्रक की थी इस समय मंडी में करीब 100 ट्रक ही आलू की आमद है।

श्री वर्मा ने बताया की एक बीघा खेत का आलू करीब 7 हजार रुपए में बिक रहा है। जबकि एक बीघा खेत मैं आलू फसल की लागत करीब 8000 आती है। यदि देखा जाए तो एक भी आलू की फसल की खुदाई छंटाई व मंडी तक ढुलाई का भाड़ा तक निकल पाना मुश्किल है। घोर मंदी के कारण आलू किसान बर्बाद हो गए हैं अब किसान मूंगफली व मक्का की फसल की बुवाई के कारण आलू की जल्द से जल्द खुदाई कर रहे हैं।

आलू आढती श्री वर्मा ने बताया कि इस वर्ष बीते साल की अपेक्षा करीब 10% क्षेत्रफल में अधिक आलू की बुवाई हुई है। जब शीतग्रह में आलू का बीज काफी सस्ता हो गया था तभी किसानों ने आलू का क्षेत्रफल बढ़ा दिया था।इस वर्ष खेतों में करीब 10% अधिक आलू की पैदावार हुई है किसानों की मेहनत ही उनकी बर्बादी का कारण बनी है। उन्होंने बताया कि बाहरी मंडियों में आलू की मांग काफी कम है हर जगह आलू की बंपर पैदावार हुई है।आलू की मंदी के कारण जिले के बाजारों की रौनक गायब हो गई है।

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