फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) रिश्वतखोरी एवं फर्जीवाड़े से पीड़ित ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी से लेखपालों की शिकायत कर सख्त कार्रवाई किए जाने की फरियाद की है। थाना जहानगंज के ग्राम रूनी निवासी शान मोहम्मद पुत्र दीन मोहम्मद आदि ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर लेखपाल की रिश्वतखोरी की शिकायत है। डीएम को अवगत कराया गया कि गांव के गाटा संख्या 361 व 419 में कब्रिस्तान दर्ज है।
गांव के संजीव नन्हे गौरव पुत्रगण स्वर्गीय सोनेलाल ने जबरदस्ती कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है। तहसीलदार व थाना दिवस में शिकायत की गई आदेश के बावजूद लेखपाल ने अभी तक अतिक्रमण स्थल की पैमाइश नहीं की है। डीएम को अवगत कराया गया कि लेखपाल आशुतोष पांडे ने अपने दलाल राहुल कुमार के द्वारा पैमाइश कराने के लिए 2 हजार रुपए लिए थे। अब लेखपाल हम लोगों से 5 हजार और रुपयों की मांग कर रहा है।
लेखपाल ने साफ कहा है कि जब तक 5 हजार रुपए नहीं दोगे तब तक पैमाइश नहीं करेंगे और न ही अवैध कब्जा हटवायेगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लेखपाल आशुतोष पांडे क्षेत्र में बगैर रिश्वत लिए कोई काम नहीं करता है। डीएम से रिश्वतखोर लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए अबैध कब्जा हटवाए जाने की फरियाद की गई।
शान मोहम्मद ने एफबीडी न्यूज को बताया कि मैं गांव के मसरु, हसन मोहम्मद दौलत खां शाहनवाज आदि के साथ जिलाधिकारी से मिला था। डीएम ने शिकायत पढ़ने के बाद कहा है कि तुम्हारा काम हो जाएगा।
लेखपाल प्रवीन दुबे का फर्जीवाड़ा
तहसील सदर के ग्राम ढिलावल निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य अंकुर चौहान ने लेखपाल प्रवीन दुबे के फर्जीवाड़े की आज जिलाधिकारी से शिकायत की है। डीएम को अवगत कराया गया ग्राम पंचायत ढिलावल के गाटा संख्या 146/954 रखवा 0.0 44 हेक्टेयर भूमि राजस्व अभिलेख में श्रेणी 6-2 में दर्ज थी। क्षेत्रीय लेखपाल प्रवीण दुबे ने गांव के ही पूर्व प्रधान बलबीर सिंह, प्रताप सिंह आदि से मोटी रकम लेकर उक्त भूमि श्रेणी 5-3 में परिवर्तित कर दी है।
जिससे ग्राम सभा की करोड़ों रुपए कीमती जमीन का लेखपाल के चहेतों को फायदा होगा। अंकुर चौहान ने आरोप लगाया कि लेखपाल प्रवीण दुबे भ्रष्ट व रिश्वतखोर व्यक्ति है। इन्होंने वर्ष 2019 में सेना भर्ती के दौरान एक युवक से रिश्वत ली थी। जिसका वीडियो वायरल हुआ था तत्कालीन उप जिलाधिकारी अनिल कुमार ने लेखपाल प्रवीन दुबे को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया था। डीएम से इस मामले की गहराई से जांच पड़ताल का दोषी लेखपाल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।
अंकुर चौहान ने एफबीडी न्यूज को बताया कि जिलाधिकारी ने भूमि की स्थित परिवर्तित किए जाने पर हैरानी जताते हुए जांच कार्रवाई करने का वादा किया है। मालूम हो कि लेखपाल आशुतोष पांडे पूर्व में जसमई क्षेत्र में तैनात रहे हैं। वहां भी उन्होंने कई लोगों से रुपए लिए और उनका काम तक नहीं किया। ग्राम टिकुरियन नगला निवासी आसाराम वर्मा ने बताया कि लेखपाल आशुतोष पांडे ने जमीन की पैमाइश करने के लिए 3 हजार रुपए लिए थे। पैमाइश नहीं की और न ही रुपए वापस किए हैं।