फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) प्रशासन ने नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन श्रीमती बसला अग्रवाल व मोरम ठेकेदार राना की करोड़ों रुपए कीमती प्लाटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त कराया गया। विनियमित क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर डीके सिंह आज नगरपालिका के दो बुलडोजर व फोर्स लेकर आज दोपहर थाना मऊदरवाजा की ग्राम पंचायत ढिलावल के ग्राम गढि़या पहुंचे।
ग्राम गढ़िया के पूर्वी और बेवर रोड के निकट करीब 10 बीघा जमीन पर करीब आधा सैकड़ा प्लाटों की निहास भरी थी। चालकों ने कई घंटे मशक्कत करके बुलडोजर से सभी प्लाटों की निहासों को उखाड़ दिया। इस नजारे को देखने के लिए काफी भीड़ लगी रही। सूचना मिलने पर प्लाटों के मालिकों ने कार्रवाई का विरोध किया लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। नगर मजिस्ट्रेट श्रीमती दीपाली भार्गव ने यह कार्यवाही ग्राम पंचायत ढिलावल के प्रधान रजनेश कुमार कठेरिया की शिकायत पर की है।
जेई डीके सिंह ने जांच में पाया की सोता बहादुरपुर निवासी विक्रांत सिंह उर्फ थाना आदि की गाटा संख्या 914 861 913 वह 856 पर बिना ले-आउट स्वीकृत एवं हरित पट्टी के अंतर्गत बिना ले-आउट स्वीकृत भूमि की प्लाटिंग, निर्माण, खुदाई का कार्य किया जा रहा है जिससे राजस्व की क्षति की जा रही है। नोटिस तामील करने के बावजूद प्रतिवादी अदालत में उपस्थित नहीं हुए मजबूरन नगर मजिस्ट्रेट को 16 फरवरी को एक पक्षीय आदेश पारित करना पड़ा।
नगर मजिस्ट्रेट ने प्रतिवादी को आदेश दिया कि वह 3 दिन के अंदर उपरोक्त अनाधिकृत कब्जा स्वयं हटा ले। अन्यथा नगर पालिका के माध्यम से कब्जा ध्वस्त कराया जाएगा। ध्वस्तीकरण का खर्चा प्रतिवादी से वसूल किया जाएगा। ग्राम पंचायत ढिलावल के खसरा नंबर 861 रकबा 13 बीघा भूमि के खाते में लोहाई रोड निवासी वत्सला अग्रवाल पत्नी मनोज कुमार अग्रवाल का नाम दर्ज है।
बताया जाता है कि वत्सला अग्रवाल ने वर्ष 2007 में ग्राम गढ़िया के राजेंद्र पाल की आठ बीघा जमीन खरीदी थी। बताया जाता है कि बीते वर्षो पूर्व प्लाटिंग का कार्य करने वाले बबलू ने मनोज अग्रवाल से जमीन का 5 करोड में सौदा किया था। राना ठेकेदार के पास 2 बीघा जमीन थी उक्त जमीनों के सभी प्लाटों की बिक्री की जा चुकी है। खरीदारों ने ही प्लाट के चारों ओर निहास भरवाई थी।
ढिलावल के प्रधान मोनू कठेरिया ने सिटी मजिस्ट्रेट की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाया है। श्री
कठेरिया ने बताया कि 861/959 नम्बर की भूमि चर्मस्थान के रूप में दर्ज है। उक्त गाटा संख्या सुरक्षित श्रेणी 6.2 की आराजी है। जिसको मुन्ना व आरिफ कुरेशी आदि लोगों ने अपने कब्जे में कर लिया है। जिससे ग्राम सभा को काफी हानि हो रही है।
मुन्ना और आरिफ ने भी गाटा संख्या 861 में से ही बैनामा कराकर बिना मानचित्र के 5 दुकाने अवैध रूप से बनाई है। आखिर इन दबंग कुरेशियों पर कब कार्यवाही होगी। मालूम हो कि नाला बघार पर मोरम की ठेकेदारी करने वाले राना सरकार का बीते वर्ष पूर्व भाजपा सांसद से विवाद हो गया था।