अपर मुख्य सचिव आलू मंदी पर नाराज: भंडारण में फर्जीवाड़ा करने वाले शीतग्रह पर कार्रवाई

फर्रुखाबाद।( एफबीडी न्यूज़) सूबे के अपर मुख्य सचिव उद्यान विभाग एवं कृषि उत्पादन आयुक्त ने सातनपुर मंडी के निरीक्षण के दौरान मनमाने ढंग से आलू की खरीदारी किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के साथ पैदल घूम कर सातनपुर मंडी में आलू बिक्री का जायजा लिया। इस दौरान श्री सिंह ने किसानों से आलू की बिक्री घाटा आदि परेशानियों के बारे में भी जानकारी की।

किसानों ने उन्हें बताया के करीब 300 रुपए तक के भाव में आलू बिकने से वह लोग बर्बाद हो गए हैं। अपर सचिव श्री सिंह ने मंडी कार्यालय में आढतियों से वार्ता कर समस्याएं सुनी। आलू आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष रिंकू वर्मा, प्रमुख आढती अजय गंगवार उर्फ सन्नू, सुधीर शुक्ला आदि ने सचिव को को बताया आलू की मंदी के कारण किसान बर्बाद हो गये है। व्यापारियों ने शीघ्र ही आलू की सरकारी खरीदारी के साथ ही आलू का निर्यात किए जाने की मांग की।

अपर मुख्य सचिव ने मंडी में व्याप्त गंदगी एवं मंडी में आने वाले आलू वाहनों का सही विवरण न मिलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मंडी सचिव के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव ने जिला जेल एवं सेंट्रल जेल के बीच स्थित कास्तकार कोल्ड स्टोरेज का भी निरीक्षण किया। कोल्ड स्टोरेज के बोर्ड पर 35% आलू भंडारित होने की सूचना लिखी थी। जब की जांच पड़ताल करने पर पता चला कि अभी तक 20% तक कोल्ड स्टोरेज नहीं भरा है।

फर्जीवाड़े से गुस्साए श्री सिंह ने शीतग्रह मालिक व आलू एवं शाकभाजी विकास अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया। मालूम हो की ग्राम राजानगला निवासी सपा नेता दुग्रपाल सिंह यादव उर्फ बांबी शीतग्रह के मालिक हैं। मालूम हो की सस्ता आलू भंडारण करने के कारण अधिकांश शीत गृह मालिकों ने कोल्ड स्टोरेज के फाटक बंद कर रखे हैं।

वह देर सवेर अपना व खास व्यापारियों का आलू भंडारित कर रहे हैं। आलू एवं शाकभाजी अधिकारी शीतगृह मालिकों के एजेंट के रूप में काम करते हैं। निश्चित रिश्वत मिलने के कारण अधिकारी शीत ग्रहों के निरीक्षण की खानापूर्ति करते हैं। यदि देखा जाए तो अपर मुख्य सचिव ने भी खानापूर्ति की है। उनको आलू की मंडी एवं किसानों की बर्बादी की पूरी जानकारी थी।

उनको किसानों एवं आढतियां को आलू की खरीदारी एवं निर्यात के संबंध में ठोस जानकारी देनी चाहिए थी। यदि देखा जाए तो इस बार आलू किसान बर्बाद हो गया है। आज सातनपुर मंडी में आलू 300 से 500 रुपए कुंतल के भाव में बिका। जबकि इसी दौरान बीते वर्ष आलू 800 से 900 कुंटल में बिका था।

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